ईडी ने दिल्ली से दबोचा, कोलकाता कोर्ट ने 21 मई तक भेजा हिरासत में

नई दिल्ली।
यूको बैंक के पूर्व चेयरमैन और प्रबंध निदेशक (CMD) सुबोध कुमार गोयल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 6200 करोड़ रुपये से अधिक के कथित बैंक ऋण घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला कोलकाता स्थित एक कंपनी से जुड़ा हुआ है। गोयल को 16 मई को नई दिल्ली स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया गया और 17 मई को उन्हें कोलकाता की विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 21 मई तक ईडी की हिरासत में भेज दिया गया है।

क्या है पूरा मामला?

ईडी की जांच के अनुसार, सुबोध कुमार गोयल के यूको बैंक में चेयरमैन और एमडी रहते हुए सीएसपीएल नामक कंपनी को बड़े पैमाने पर बैंक ऋण मंजूर किए गए। एजेंसी का आरोप है कि इन ऋणों का दुरुपयोग कर उधारकर्ता समूह ने धन को अन्य कार्यों में लगाया और हेराफेरी की

ईडी ने यह भी दावा किया है कि गोयल को इन ऋण मंजूरी के बदले सीएसपीएल से रिश्वत के रूप में भारी रकम मिली, जिसे वैध बनाने के लिए कई वित्तीय जालसाजी की गई। अप्रैल में इस मामले में ईडी ने गोयल और अन्य संदिग्धों के घरों और परिसरों पर छापेमारी भी की थी।

घोटाले की गंभीरता

इस मामले में धन शोधन की राशि 6200 करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है, जो सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में हुए सबसे बड़े बैंकिंग घोटालों में से एक मानी जा रही है। गोयल पर धनशोधन निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत कार्रवाई की जा रही है।

अब ईडी गोयल से हिरासत में पूछताछ करके इस नेटवर्क के अन्य जिम्मेदार लोगों, धन के प्रवाह और रिश्वत की श्रृंखला को उजागर करने की कोशिश कर रही है।

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