July 30, 2025 8:10 PM

तुर्किये और अजरबैजान के विरोध में भारतीयों का ट्रैवल बॉयकॉट, बुकिंग्स में भारी गिरावट

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भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच तुर्किये और अजरबैजान की भारतविरोधी टिप्पणियों ने भारतीय जनता में गुस्सा भर दिया है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद इन दोनों देशों द्वारा पाकिस्तान का खुला समर्थन करने के चलते अब भारतीय पर्यटकों ने इनका बहिष्कार शुरू कर दिया है। सोशल मीडिया से लेकर ट्रैवल कंपनियों तक इसका असर स्पष्ट रूप से दिख रहा है।

यात्राएं रद्द करने वालों की संख्या में उछाल

प्रमुख ट्रैवल वेबसाइट मेकमाइट्रिप के अनुसार बीते एक हफ्ते में तुर्किये और अजरबैजान की यात्राएं रद्द करने वालों की संख्या में 250% तक की वृद्धि दर्ज की गई है।

  • अजरबैजान के लिए 30%
  • तुर्किये के लिए 22%
    तक कैंसिलेशन बढ़े हैं।
    वहीं दोनों देशों के लिए नई बुकिंग्स में 60% तक की गिरावट देखी गई है, जो बताता है कि भारतीय लोग अब इन देशों की ओर रुख करने से बच रहे हैं।

‘बॉयकॉट टर्की’ और ‘बॉयकॉट अजरबैजान’ सोशल मीडिया पर ट्रेंड

ऑपरेशन सिंदूर के बाद सोशल मीडिया पर #BoycottTurkey और #BoycottAzerbaijan जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे। इन देशों के भारतविरोधी रुख की आलोचना करते हुए उद्योगपति हर्ष गोयनका ने भी X (पूर्व ट्विटर) पर लोगों से अपील की कि वे इन देशों की यात्रा से बचें।

उन्होंने लिखा:

“भारतीयों ने बीते साल इन देशों की अर्थव्यवस्था को 4,000 करोड़ रुपये का सहयोग दिया। लेकिन आज ये हमारे विरोधियों के साथ खड़े हैं। अब वक्त है कि हम इनसे दूरी बनाएं। जय हिंद।”

ट्रैवल कंपनियों की सख्त प्रतिक्रिया

📍 कॉक्स एंड किंग्स

ने तुर्किये, अजरबैजान और उज्बेकिस्तान की सभी नई बुकिंग्स अस्थायी रूप से बंद कर दी हैं।
कंपनी के डायरेक्टर करण अग्रवाल ने कहा:

“यह निर्णय देशहित में लिया गया है। जब तक वैश्विक स्थिति स्पष्ट नहीं होती, ट्रैवलर्स को संयम बरतने की सलाह है।”

📍 ट्रैवोमिंट

ने इन दोनों देशों की बुकिंग तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दी है। साथ ही जो लोग पहले से बुकिंग कर चुके हैं, वे फ्री में कैंसिल कर सकते हैं।
CEO आलोक सिंह ने कहा:

“हम भारत में उठे बहिष्कार आंदोलन का समर्थन करते हैं। यात्रियों की सुरक्षा और देशहित हमारी प्राथमिकता है।”

📍 ईजमाईट्रिप

ने भी यात्रियों को चेतावनी देते हुए एडवाइजरी जारी की है कि तुर्किये और अजरबैजान की यात्रा से बचें।
कंपनी के को-फाउंडर निशांत पिट्टी ने लिखा:

“हालिया घटनाओं को देखते हुए हम ग्राहकों से सावधानी बरतने की अपील करते हैं और अनुरोध करते हैं कि किसी भी यात्रा से पहले सरकारी एडवाइजरी जरूर देखें।”

राष्ट्रहित को प्राथमिकता

इस पूरे घटनाक्रम ने दिखा दिया है कि अब भारतीय लोग केवल पर्यटन स्थलों की खूबसूरती नहीं, बल्कि उन देशों के रुख और भारत के प्रति उनके व्यवहार को भी ध्यान में रखकर निर्णय ले रहे हैं। ऑपरेशन सिंदूर के जरिए सीमा पार भारत की सैन्य कार्रवाई को जवाब मिला, वहीं देश के नागरिक भी अब आर्थिक बहिष्कार के जरिये अपनी भूमिका निभा रहे हैं।



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