ट्रंप का ब्रिटेन दौरा: विंडसर कैसल में शाही भोज, संसद स्क्वायर में विरोध-प्रदर्शन

लंदन, 18 सितंबर (हि.स.)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप इन दिनों ब्रिटेन की अपनी दूसरी राजकीय यात्रा पर हैं। बुधवार की शाम उनका भव्य स्वागत विंडसर कैसल में आयोजित राजकीय भोज के साथ किया गया। भोज में ब्रिटिश शाही परिवार के सदस्य, ब्रिटेन सरकार के मंत्री, अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल, प्रौद्योगिकी और मीडिया जगत के दिग्गज शामिल हुए। हालांकि जहां एक ओर भोज में ट्रंप का सम्मान हुआ, वहीं दूसरी ओर लंदन की सड़कों पर हजारों लोगों ने उनके खिलाफ प्रदर्शन किया।


150 अरब पाउंड का अमेरिकी निवेश, 7,600 नई नौकरियां

ब्रिटिश अखबार द गार्डियन की रिपोर्ट के अनुसार, इस यात्रा के दौरान अमेरिका से ब्रिटेन में 150 अरब पाउंड के नए निवेश का ऐलान किया गया। ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने इस निवेश पैकेज का स्वागत करते हुए कहा कि यह ब्रिटेन की आर्थिक मजबूती का प्रमाण है।

सरकार का अनुमान है कि इस नकदी प्रवाह से देश में लगभग 7,600 रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इस निवेश पैकेज में कई बड़ी अमेरिकी कंपनियों का योगदान है—

  • ब्लैकस्टोन (परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी): डेटा सेंटर विकसित करने के लिए पहले घोषित 10 अरब पाउंड के अलावा अब अतिरिक्त 90 अरब पाउंड का निवेश करेगी।
  • प्रोलोगिस (लॉजिस्टिक फर्म): 3.9 अरब पाउंड निवेश करेगी।
  • पैलंटिर (सॉफ्टवेयर कंपनी): 1.5 अरब पाउंड का निवेश करेगी।

प्रधानमंत्री स्टारमर ने कहा, “नौकरियां, विकास और अवसर—यही मैंने ब्रिटेन के लोगों से वादा किया था। ट्रंप की यह यात्रा ठीक वही सब लेकर आई है।”

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प्रौद्योगिकी समझौते पर हस्ताक्षर की तैयारी

इस यात्रा के दौरान ट्रंप और स्टारमर के बीच एक नए “प्रौद्योगिकी समृद्धि समझौते” (Technology Prosperity Agreement) पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। समझौते के जरिए अमेरिका और ब्रिटेन तकनीक, डेटा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और साइबर सुरक्षा के क्षेत्रों में आपसी सहयोग को गहरा करना चाहते हैं।


विंडसर कैसल में भव्य भोज

विंडसर कैसल में आयोजित राजकीय भोज में ट्रंप और महाराजा चार्ल्स ने एक-दूसरे की संक्षिप्त टिप्पणियों में सराहना की। चार्ल्स ने ट्रंप की वैश्विक संघर्षों को सुलझाने की कोशिशों की तारीफ की, जबकि ट्रंप ने चार्ल्स के नेतृत्व और उन्हें दूसरी बार आमंत्रित करने के लिए आभार जताया।

भोज में एप्पल के सीईओ टिम कुक और ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन जैसी बड़ी हस्तियां मौजूद थीं। शाही परिवार के आठ सदस्य, अमेरिकी कैबिनेट अधिकारी और ब्रिटिश मंत्रियों ने भी भाग लिया।

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संसद स्क्वायर में विरोध प्रदर्शन

जहां विंडसर में शाही भोज चल रहा था, वहीं पार्लियामेंट स्क्वायर में करीब 5,000 प्रदर्शनकारी ट्रंप के खिलाफ नारे लगा रहे थे। राजधानी लंदन के विभिन्न हिस्सों में भी विरोध-प्रदर्शन हुए।

  • पूर्व लेबर नेता और अब निर्दलीय सांसद जेरेमी कॉर्बिन ने उन चार कार्यकर्ताओं को बधाई दी जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इन कार्यकर्ताओं ने महल की दीवारों पर ट्रंप और बदनाम अरबपति जेफरी एपस्टीन की तस्वीरें चिपकाई थीं।
  • स्काई न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने ट्रंप की यात्रा को “लोकतंत्र और मानवाधिकारों के लिए खतरा” बताते हुए उनका विरोध किया।
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एपस्टीन विवाद फिर सुर्खियों में

प्रदर्शनकारियों ने ट्रंप और जेफरी एपस्टीन की तस्वीरें बड़े पैमाने पर प्रदर्शित कीं। गौरतलब है कि एपस्टीन एक अमेरिकी वित्तीय कारोबारी थे जिन पर यौन शोषण और मानव तस्करी जैसे गंभीर आरोप लगे थे। ट्रंप और एपस्टीन के पुराने संबंधों को लेकर हाल ही में ट्रंप पर सवाल उठ रहे हैं।

थेम्स वैली पुलिस के अनुसार, मंगलवार को महल पर एपस्टीन से जुड़ी तस्वीरें दिखाने के बाद चार प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया।


ट्रंप के स्वागत और विरोध दोनों का संतुलन

ट्रंप की इस यात्रा ने ब्रिटेन में दोहरी तस्वीर पेश की—एक ओर शाही भोज और आर्थिक निवेश के जरिए राजनयिक रिश्तों को मजबूती दी गई, तो दूसरी ओर सड़कों पर हजारों लोग लोकतांत्रिक विरोध दर्ज करा रहे थे।

विश्लेषकों का मानना है कि यह दौरा अमेरिका-यूके संबंधों के लिए अहम साबित हो सकता है, क्योंकि आर्थिक सहयोग और तकनीकी साझेदारी के नए अवसर खुल रहे हैं। हालांकि, घरेलू मोर्चे पर ट्रंप को अब भी भारी विरोध झेलना पड़ रहा है।

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