ट्रंप ने कोलंबिया के राष्ट्रपति को बताया ‘ड्रग लीडर’, कहा— अब नहीं मिलेगी अमेरिकी आर्थिक सहायता
वॉशिंगटन, 19 अक्टूबर।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर विवादास्पद बयान देकर वैश्विक राजनीति में हलचल मचा दी है। उन्होंने कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेत्रो को “अवैध ड्रग लीडर” करार देते हुए ऐलान किया कि अमेरिका अब कोलंबिया को किसी भी प्रकार की वित्तीय सहायता या सब्सिडी नहीं देगा।
ट्रंप ने यह बयान अपने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर पोस्ट करते हुए दिया। उन्होंने लिखा, “कोलंबिया में जो कुछ हो रहा है, वह नशे के अवैध व्यापार को बढ़ावा देने की साजिश है। वहां ड्रग्स का उत्पादन इस मकसद से किया जा रहा है कि उन्हें बड़े पैमाने पर अमेरिका में बेचा जा सके। इससे हमारे देश में मौत, तबाही और अराजकता फैल रही है। अमेरिकी करदाताओं के पैसों से ऐसे देशों को मदद देना सीधा धोखा है।”
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ट्रंप ने अपने बयान में यह भी कहा कि राष्ट्रपति पेत्रो एक “अवैध ड्रग नेटवर्क” को समर्थन देने वाले व्यक्ति हैं और उनकी नीतियों से कोलंबिया में कोकीन उत्पादन तेजी से बढ़ा है। उन्होंने स्पष्ट कहा, “अमेरिका अब कोलंबिया को किसी भी रूप में भुगतान या सब्सिडी नहीं देगा। हम अपने संसाधनों को उन देशों पर खर्च नहीं कर सकते जो ड्रग्स का प्रसार रोकने के बजाय उसे बढ़ावा दे रहे हैं।”
कोलंबिया की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं
ट्रंप के इस बयान के बाद वॉशिंगटन स्थित कोलंबियाई दूतावास से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि अमेरिकी राजनीतिक हलकों में ट्रंप की इस टिप्पणी को कूटनीतिक संबंधों पर गहरा प्रभाव डालने वाला बयान माना जा रहा है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस वक्त अमेरिका और कोलंबिया के बीच संबंध पहले से ही तनावपूर्ण हैं और यह बयान दोनों देशों के रिश्तों को और बिगाड़ सकता है।
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दोनों देशों के संबंध पहले से ही तनावपूर्ण
ट्रंप के दोबारा सत्ता में आने के बाद से अमेरिका और कोलंबिया के संबंधों में खटास बनी हुई है।
पिछले महीने अमेरिका ने राष्ट्रपति पेत्रो का वीज़ा रद्द कर दिया था।
दरअसल, पेत्रो ने न्यूयॉर्क में एक प्रो-पलेस्टाइन प्रदर्शन में हिस्सा लिया था, जहां उन्होंने अमेरिकी सैनिकों से ट्रंप प्रशासन के आदेशों की अवहेलना करने की अपील की थी।
इस घटना के बाद से ही दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों में ठंडापन बढ़ गया।
पेत्रो की नीतियों पर सवाल
राष्ट्रपति गुस्तावो पेत्रो ने पिछले वर्ष कोका की खेती वाले इलाकों में सामाजिक और सैन्य सुधारों के जरिए नशे के कारोबार को रोकने की योजना बनाई थी।
उन्होंने कहा था कि स्थानीय किसानों को वैकल्पिक आजीविका के साधन देकर कोका उत्पादन पर रोक लगाई जाएगी।
लेकिन एक वर्ष बाद भी इस योजना के ठोस परिणाम सामने नहीं आए हैं।
अंतरराष्ट्रीय रिपोर्टों के अनुसार, कोलंबिया में अब भी कोका की खेती और कोकीन उत्पादन उच्च स्तर पर बना हुआ है।
अमेरिका की नाराजगी पहले भी झलकी
सितंबर में ट्रंप प्रशासन ने अफगानिस्तान, बोलिविया, बर्मा, कोलंबिया और वेनेजुएला सहित कई देशों को काउंटर-नारकोटिक्स समझौते निभाने में असफल घोषित किया था।
ट्रंप प्रशासन का कहना है कि इन देशों ने नशे के कारोबार को रोकने के लिए आवश्यक कदम नहीं उठाए।
ट्रंप ने कहा था कि इन देशों को दिए जा रहे धन का उपयोग गलत दिशा में हो रहा है और इससे अमेरिकी समाज पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
ट्रंप की सख्त विदेश नीति की झलक
ट्रंप की यह टिप्पणी उनकी पुरानी ‘अमेरिका फर्स्ट’ नीति की पुनः झलक मानी जा रही है।
अपने राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान भी उन्होंने उन देशों की मदद रोकने की बात कही थी जो अमेरिका के आर्थिक या सुरक्षा हितों के अनुरूप नहीं थे।
उनका यह बयान कोलंबिया जैसे सहयोगी देशों के लिए चेतावनी माना जा रहा है कि अमेरिका अब ‘शर्तों पर आधारित सहायता’ की नीति पर ही आगे बढ़ेगा।
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