पहलगाम हमले की ले चुका है जिम्मेदारी, लश्कर-ए-तैय्यबा का है प्रॉक्सी संगठन
अमेरिका ने TRF को घोषित किया वैश्विक आतंकी संगठन, भारत ने किया स्वागत
नई दिल्ली।
भारत को आतंकवाद के खिलाफ अपनी वैश्विक कूटनीति में बड़ी सफलता मिली है। अमेरिका के विदेश विभाग और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैय्यबा के सहयोगी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को वैश्विक आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया है। इस कदम का भारत सरकार ने खुले तौर पर स्वागत किया है और इसे एक “समय पर और महत्वपूर्ण निर्णय” बताया है।
भारत ने जताई संतुष्टि, एफएटीएफ पर भी डाला दबाव
विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि भारत सरकार टीआरएफ को विदेशी आतंकवादी संगठन (FTO) और विशेष वैश्विक आतंकवादी (SDGT) के रूप में नामित करने के अमेरिकी फैसले का स्वागत करती है। भारत ने इस निर्णय के लिए अमेरिकी नेतृत्व, विशेष रूप से विदेश मंत्री मार्को रुबियो की सराहना की है।
भारत ने साथ ही फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) को एक और पत्र भेजकर पाकिस्तान को दोबारा ग्रे लिस्ट में डालने की मांग की है। यह कदम तब उठाया गया है जब अंतरराष्ट्रीय समुदाय अब पाकिस्तान की भूमिका को लेकर और सतर्क हो रहा है।

पहलगाम हमला और आतंक से जुड़े TRF के रिश्ते
टीआरएफ को लश्कर-ए-तैय्यबा का प्रॉक्सी संगठन माना जाता है। यह संगठन जम्मू-कश्मीर में कई आतंकी घटनाओं में शामिल रहा है। हाल ही में 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए जघन्य आतंकी हमले की जिम्मेदारी भी टीआरएफ ने खुद ली थी। इस संगठन पर नागरिकों पर हमलों के साथ-साथ सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के कई आरोप हैं।
भारत-अमेरिका सहयोग की मिसाल
भारत लगातार आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक सहयोग की आवश्यकता पर बल देता रहा है। टीआरएफ को वैश्विक आतंकी संगठन घोषित किया जाना इस दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। यह अमेरिका और भारत के बीच सुरक्षा और आतंकवाद विरोधी सहयोग की गहराई को भी दर्शाता है।
भारत की इस सफलता को पाकिस्तान के लिए एक बड़ी कूटनीतिक चुनौती माना जा रहा है, क्योंकि यह स्पष्ट करता है कि पाकिस्तान में पनप रहे आतंकी संगठनों को अब वैश्विक मंचों पर बख्शा नहीं जाएगा।
स्वदेश ज्योति के द्वारा | और भी दिलचस्प खबरें आपके लिए… सिर्फ़ स्वदेश ज्योति पर!