मुंबई। सड़क हादसों में घायलों की जान बचाने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। अब किसी घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने वाले अच्छे व्यक्ति को सरकार ₹25,000 का इनाम देगी। फिलहाल यह इनाम राशि ₹5,000 है, लेकिन केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इसे बढ़ाने का ऐलान किया है। यह घोषणा उन्होंने पुणे में एक सड़क सुरक्षा अभियान कार्यक्रम के दौरान की। कार्यक्रम में बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर भी मौजूद थे।
सड़क हादसों को लेकर गडकरी का संदेश
कार्यक्रम के दौरान अनुपम खेर ने सवाल किया कि हम सड़क हादसों को लेकर गंभीर क्यों नहीं हैं। इस पर मंत्री गडकरी ने कहा कि जब कोई घटना कभी-कभार होती है तो हम इसे गंभीरता से लेते हैं। लेकिन जब ऐसी घटनाएं रोज होने लगती हैं, तो हमें सामान्य लगने लगती हैं। उन्होंने कहा कि सड़क हादसे रोकने के लिए सरकार अकेले कुछ नहीं कर सकती। इसमें समाज के हर वर्ग जैसे स्कूल, कॉलेज, एनजीओ, खिलाड़ी, और सेलिब्रिटी का सहयोग जरूरी है।
घायल को अस्पताल पहुंचाने वाले के लिए बढ़ा इनाम
गडकरी ने कहा कि सड़क हादसे के दौरान घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने वाले को प्रोत्साहित करने के लिए इनाम की राशि ₹5,000 से बढ़ाकर ₹25,000 करने का निर्देश उन्होंने सड़क परिवहन मंत्रालय को दिया है। इसका उद्देश्य आम नागरिकों को प्रोत्साहित करना है ताकि वे घायल व्यक्ति की मदद के लिए आगे आएं।
सड़क हादसों की चौंकाने वाली संख्या
कार्यक्रम में अनुपम खेर ने कहा कि प्रति दिन 474 लोग सड़क हादसों में जान गंवाते हैं, जो एक चौंकाने वाला आंकड़ा है। इस पर गडकरी ने बताया कि कोविड महामारी, दंगों या लड़ाई जैसी आपदाओं में भी इतनी मौतें नहीं हुईं, जितनी सड़क हादसों में हो रही हैं। उन्होंने कहा कि इनमें से अधिकतर मृतकों की उम्र 18-34 साल के बीच होती है।
सड़क सुरक्षा में लापरवाही का मुद्दा
मंत्री ने सड़कों की गुणवत्ता और खराब इंजीनियरिंग पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कई बार सड़कों पर बने गड्ढों को सही ढंग से नहीं भरा जाता, जिससे दुर्घटनाएं होती हैं। उन्होंने साइरस मिस्त्री की सड़क दुर्घटना का उदाहरण देते हुए कहा कि सड़क हादसों में होने वाली मौतों का मुख्य कारण लापरवाही है।
समाज की भागीदारी जरूरी
गडकरी ने कहा कि सड़क हादसों को रोकने के लिए सभी की भागीदारी जरूरी है। उन्होंने लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए सेलिब्रिटीज, सामाजिक संगठनों, और शिक्षा संस्थानों से जुड़ने की अपील की। उन्होंने कहा कि जब तक हर व्यक्ति इस दिशा में सक्रिय नहीं होगा, तब तक बदलाव मुश्किल है।
सड़क हादसों में कमी लाने की दिशा में सरकार के प्रयास
केंद्र सरकार सड़क हादसों को कम करने के लिए कई पहल कर रही है, जैसे:
- सड़क डिज़ाइन में सुधार: सड़कों की बेहतर इंजीनियरिंग के लिए विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है।
- सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान: समाज के हर वर्ग को शामिल कर सड़क सुरक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है।
- आपातकालीन सेवाओं को मजबूत करना: घायलों को समय पर अस्पताल पहुंचाने के लिए बेहतर एम्बुलेंस सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
- गुड सेमेरिटन स्कीम: सड़क हादसे के घायलों की मदद करने वाले नागरिकों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
भविष्य का लक्ष्य
नितिन गडकरी ने कहा कि उनका लक्ष्य है कि 2030 तक सड़क हादसों की संख्या और इनसे होने वाली मौतों को आधा किया जाए। उन्होंने कहा कि यह तभी संभव होगा, जब लोग सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करें और दूसरों को भी जागरूक करें।
यह पहल न केवल घायलों को समय पर मदद सुनिश्चित करेगी, बल्कि लोगों को दूसरों की जान बचाने के लिए प्रेरित भी करेगी। सरकार का यह कदम सड़क सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।