नई दिल्ली। भारत ने सोमवार को अफगानिस्तान के नागरिकों पर पाकिस्तान द्वारा किए गए हवाई हमलों की कड़ी निंदा की है। इन हमलों में बच्चों और महिलाओं सहित 40 से अधिक लोग मारे गए हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इन हमलों को लेकर स्पष्ट रूप से अपनी चिंता व्यक्त की और निर्दोष नागरिकों पर हमले को अस्वीकार्य बताया।
घटनाक्रम का विवरण
पाकिस्तान ने हाल ही में अफगानिस्तान के कुछ सीमावर्ती इलाकों पर हवाई हमले किए, जिनमें बड़ी संख्या में निर्दोष नागरिकों की जान चली गई। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इन हमलों का लक्ष्य आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बनाना था। हालांकि, इसके परिणामस्वरूप आम नागरिकों, विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों, को भारी नुकसान झेलना पड़ा। स्थानीय अफगान अधिकारियों ने भी इन हमलों की कड़ी निंदा की है।
भारत की प्रतिक्रिया
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “हमने अफगान नागरिकों, जिनमें महिलाएं और बच्चे शामिल हैं, पर हवाई हमलों के बारे में मीडिया रिपोर्टों को देखा है। इन हमलों में कई कीमती जानें गई हैं, और भारत निर्दोष नागरिकों पर किसी भी हमले की स्पष्ट रूप से निंदा करता है।”
प्रवक्ता ने यह भी कहा कि पाकिस्तान लंबे समय से अपनी आंतरिक विफलताओं और असफल नीतियों के लिए पड़ोसी देशों को दोषी ठहराता आया है। “यह पाकिस्तान की पुरानी प्रथा रही है कि वह अपने आंतरिक मुद्दों का समाधान खोजने के बजाय दूसरों पर दोष मढ़ता है।”
अफगानिस्तान की प्रतिक्रिया
अफगानिस्तान के एक प्रवक्ता ने भी इस मामले पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यह हमला अफगान संप्रभुता का उल्लंघन है और इसका कोई औचित्य नहीं हो सकता। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वह पाकिस्तान की इस आक्रामकता पर कार्रवाई करे और निर्दोष नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करे।
भारत की चिंता और समर्थन
भारत हमेशा अफगानिस्तान के लोगों के साथ खड़ा रहा है और उनकी शांति व स्थिरता के प्रति प्रतिबद्ध है। इस घटना ने एक बार फिर भारत को अपनी चिंता प्रकट करने का अवसर दिया है।
रणधीर जायसवाल ने कहा, “भारत अफगानिस्तान के लोगों के साथ खड़ा है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से यह अपील करता है कि वह निर्दोष नागरिकों की रक्षा के लिए तुरंत कदम उठाए।”
पाकिस्तान द्वारा अफगानिस्तान में निर्दोष नागरिकों पर किए गए हवाई हमले न केवल मानवाधिकारों का उल्लंघन हैं, बल्कि यह क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए गंभीर खतरा भी हैं। भारत ने इन हमलों की कड़ी निंदा करते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस मामले में ठोस कदम उठाने की अपील की है। अफगानिस्तान और भारत की इस साझा प्रतिक्रिया से यह स्पष्ट है कि मानवता के प्रति इस प्रकार के हमलों को किसी भी परिस्थिति में स्वीकार नहीं किया जा सकता।