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January 15, 2025 3:44 AM

वर्ष 2025 के ‘हिन्दी गौरव अलंकरण’ के लिए ‘स्वदेश ज्योति’ के सलाहकार संपादक शिव कुमार विवेक और डॉ. नीरजा माधव का चयन

**"हिन्दी गौरव अलंकरण 2025: डॉ. नीरजा माधव और शिव कुमार विवेक होंगे सम्मानित"**


वर्ष 2025 के ‘हिन्दी गौरव अलंकरण’ के लिए डॉ. नीरजा माधव और शिव कुमार विवेक का चयन

23 फरवरी को इंदौर में आयोजित समारोह में होगा सम्मान

इंदौर। हिन्दी भाषा के विस्तार और प्रसार में विशेष योगदान देने वाले दो प्रमुख हस्तियों—सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. नीरजा माधव और वरिष्ठ पत्रकार शिव कुमार विवेक को मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा वर्ष 2025 का ‘हिन्दी गौरव अलंकरण’ प्रदान किया जाएगा। यह समारोह आगामी 23 फरवरी को इंदौर में आयोजित होगा, जहां इन विभूतियों को सम्मानित किया जाएगा।

संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ ने जानकारी देते हुए बताया कि ‘हिन्दी गौरव अलंकरण’ का यह छठा वर्ष है। यह अलंकरण हर वर्ष हिन्दी भाषा और साहित्य के उन्नयन के लिए कार्यरत दो विशिष्ट व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है। चयन समिति ने वर्ष 2025 के लिए डॉ. नीरजा माधव और शिव कुमार विवेक के हिन्दी के प्रति समर्पण और उल्लेखनीय योगदान को रेखांकित करते हुए इस सम्मान के लिए चुना है।

डॉ. नीरजा माधव का साहित्यिक अवदान

डॉ. नीरजा माधव देश-विदेश में चर्चित एक प्रतिष्ठित साहित्यकार हैं, जो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर अपने कथात्मक लेखन के लिए जानी जाती हैं। वे पहली भारतीय लेखिका हैं, जिन्होंने तिब्बती शरणार्थियों, उनकी अहिंसक मुक्ति साधना, और भारत-चीन सीमा विवाद जैसे विषयों पर साहित्यिक रचनाएँ की हैं। उन्होंने साहित्य की विभिन्न विधाओं में अपनी रचनात्मकता का परिचय दिया है। उनके प्रमुख कृतित्व में 13 उपन्यास, 12 कहानी संग्रह, 6 कविता संग्रह, और अन्य विधाओं की 46 पुस्तकें शामिल हैं।

शिव कुमार विवेक का पत्रकारिता में योगदान

शिव कुमार विवेक, जो वर्तमान में ‘स्वदेश ज्योति’ के सलाहकार संपादक हैं, हिन्दी पत्रकारिता के एक अनुभवी और सम्मानित चेहरा हैं। वे पिछले 38 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं। उनके योगदान ने हिन्दी पत्रकारिता को नई दिशा दी है और उनकी लेखनी ने समाज को गहराई से प्रभावित किया है।

पूर्व में सम्मानित विभूतियाँ

मातृभाषा उन्नयन संस्थान ने इस अलंकरण से पहले कई दिग्गज हस्तियों को सम्मानित किया है, जिनमें शामिल हैं:

  • वर्ष 2020: पद्मश्री अभय छजलानी एवं वरिष्ठ कवि राजकुमार कुम्भज
  • वर्ष 2021: वरिष्ठ साहित्यकार कैलाश चंद्र पंत एवं साहित्य अकादमी निदेशक डॉ. विकास दवे
  • वर्ष 2022: कहानीकार डॉ. कृष्णा अग्निहोत्री एवं वरिष्ठ पत्रकार कृष्ण कुमार अष्ठाना
  • वर्ष 2023: वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. भगवती लाल राजपुरोहित एवं मीडिया शिक्षक प्रो. (डॉ.) संजय द्विवेदी

समारोह की विशेषताएँ और शुभकामनाएँ

इस समारोह में साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दवे, इंदौर प्रेस क्लब अध्यक्ष अरविंद तिवारी, मातृभाषा उन्नयन संस्थान की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. नीना जोशी, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष शिखा जैन, राष्ट्रीय सचिव गणतंत्र ओजस्वी, एवं अन्य राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्यों नितेश गुप्ता, भावना शर्मा, सपन जैन काकड़ीवाला, प्रेम मंगल सहित प्रमुख गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहेंगे।

इन विभूतियों को शुभकामनाएँ देते हुए सभी ने कहा कि यह सम्मान हिन्दी भाषा और साहित्य के उत्थान की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, जो भविष्य में और अधिक प्रेरणादायी कार्यों का मार्ग प्रशस्त करेगा।


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