अयोध्या: राम जन्मभूमि परिसर में सुरक्षा जांच से बचकर जासूसी करने का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक व्यक्ति, जो गुजरात का व्यापारी बताया जा रहा है, जासूसी वाले चश्मे से राम मंदिर में सिंहद्वार के पास तस्वीरें खींच रहा था। यह घटना सोमवार दोपहर 3 बजे के आसपास हुई। मंदिर परिसर में सुरक्षा में तैनात जवानों को उस व्यक्ति पर शक हुआ और उन्होंने उसे पकड़ लिया।
राम जन्मभूमि मंदिर में प्रवेश करने वाले भक्तों और आगंतुकों के लिए नियम कड़े हैं, जिसमें मंदिर परिसर में कैमरा और मोबाइल फोन लाने की सख्त मनाही है। इसके बावजूद आरोपी ने चश्मे के भीतर छिपे कैमरे से तस्वीरें खींचने की कोशिश की, जिससे उसकी गतिविधियों पर नजर रखी जा सकी।
चश्मे की कीमत और गिरफ्तारी की प्रक्रिया
पकड़े गए व्यापारी के पास जो चश्मा था, वह तकनीकी रूप से एक जासूसी डिवाइस था, जिसकी कीमत लगभग 50,000 रुपए बताई जा रही है। आरोपी ने मंदिर के सभी चेक प्वाइंट्स को पार कर लिया था, और राम मंदिर परिसर में तकरीबन सिंहद्वार के पास पहुंचकर वह तस्वीरें खींच रहा था।
मामला सामने आने के बाद पुलिस और खुफिया एजेंसियां आरोपी से गहन पूछताछ कर रही हैं। उनके इरादों और असली उद्देश्य को जानने के लिए पूछताछ का दौर जारी है। स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि आरोपी की गतिविधियों से मंदिर परिसर की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठते हैं और इस मामले में पूरी जांच की जाएगी।
सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ी
यह घटना राम मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था में एक बड़ी चूक की ओर इशारा करती है। मंदिर प्रशासन ने पहले ही यह नियम लागू किया हुआ है कि परिसर में कैमरा और मोबाइल फोन का इस्तेमाल प्रतिबंधित है, लेकिन इस घटना ने यह साबित कर दिया कि सुरक्षा प्रोटोकॉल में और अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
अब इस मामले में पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने अपनी जांच तेज कर दी है, और यह देखा जा रहा है कि आरोपी का संबंध किसी बड़े साजिश से तो नहीं है। अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए सुरक्षा के उपायों को और मजबूत किया जाएगा।