मैदानी राज्यों में ठंड, कोहरा और हादसों का ट्रिपल अटैक, जनजीवन बुरी तरह प्रभावित

नई दिल्ली। देश के मैदानी इलाकों में सर्दी ने खतरनाक रूप ले लिया है। मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में घने कोहरे के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। मंगलवार सुबह मध्य प्रदेश के 12 जिलों में हालात इतने खराब रहे कि 50 मीटर दूर देखना भी मुश्किल हो गया। कई जगहों पर सुबह आठ बजे तक सड़कें पूरी तरह कोहरे की चादर में लिपटी रहीं। दृश्यता बेहद कम होने के कारण यातायात, स्कूल, दफ्तर और सामान्य दिनचर्या पर सीधा असर पड़ा।

मध्य प्रदेश में ठंड और कोहरे की दोहरी मार

मध्य प्रदेश के उत्तरी और मध्य हिस्सों में सर्दी अपने चरम पर पहुंच चुकी है। सोमवार को राज्य के 16 शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया। मंगलवार सुबह घने कोहरे के कारण हाईवे, राज्य मार्ग और ग्रामीण सड़कें लगभग अदृश्य हो गईं। वाहन चालकों को दिन में भी हेडलाइट जलाकर चलना पड़ा। कई जगहों पर सुबह के समय यातायात बेहद धीमा रहा और दुर्घटनाओं का खतरा बना रहा।

उत्तर प्रदेश में हालात ज्यादा खतरनाक

उत्तर प्रदेश में कोहरे का असर और भी गंभीर नजर आया। लखनऊ, वाराणसी, अयोध्या, गोरखपुर समेत राज्य के करीब 35 शहर मंगलवार सुबह घने कोहरे में डूबे रहे। कई इलाकों में दृश्यता 10 मीटर से भी कम रही। इसका नतीजा यह हुआ कि पिछले चार दिनों में अलग-अलग सड़क हादसों में करीब 110 वाहन आपस में टकरा चुके हैं। इन हादसों में अब तक 15 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि कई लोग घायल हुए हैं। हाईवे पर लंबा जाम लगने और घंटों यातायात बाधित रहने की घटनाएं भी सामने आई हैं।

राजस्थान में भी बिगड़े हालात, सीएम का हेलिकॉप्टर नहीं उतर सका

राजस्थान में भी कोहरे ने परेशानी बढ़ा दी है। जैसलमेर में घने कोहरे के कारण एक स्कूल बस और बोलेरो की टक्कर हो गई, जिसमें 12 लोग घायल हो गए। वहीं, खराब दृश्यता के चलते मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का हेलिकॉप्टर डीग के पेठा में लैंड नहीं कर पाया। अलवर में दृश्यता घटकर 20 मीटर और श्रीगंगानगर में महज 5 मीटर तक सिमट गई। राज्य के करीब 20 शहरों में तापमान 10 डिग्री से नीचे रिकॉर्ड किया गया है।

मौसम विभाग की चेतावनी, सतर्कता जरूरी

मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में अगले कुछ दिनों तक कोहरे और ठंड से राहत मिलने की संभावना कम है। रात में नमी और हवा की रफ्तार कम होने से सुबह के समय घना कोहरा छाने की आशंका बनी हुई है। प्रशासन ने वाहन चालकों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें, कम गति में वाहन चलाएं और फॉग लाइट का उपयोग जरूर करें।

हादसों ने बढ़ाई चिंता

लगातार हो रहे सड़क हादसों ने प्रशासन और आम लोगों दोनों की चिंता बढ़ा दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोहरे के दौरान तेज रफ्तार, सुरक्षित दूरी न रखना और लापरवाही जानलेवा साबित हो रही है। ऐसे में आने वाले दिनों में अतिरिक्त सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है।