भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को महेश्वर के नर्मदा घाट पर माँ नर्मदा की पूजा-अर्चना की। लोकमाता अहिल्याबाई होलकर की पावन नगरी महेश्वर में मुख्यमंत्री ने नर्मदा से प्रदेश की समृद्धि और प्रदेशवासियों की खुशहाली की कामना की। साथ ही, मंत्रि-परिषद के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर नर्मदा को चुनरी अर्पित कर दुग्ध अभिषेक किया। नर्मदा पूजन के दौरान 20 स्थानीय पंडितों द्वारा नर्मदाष्टक का उच्चारण किया गया और विधि-विधान से पूजा संपन्न हुई। मुख्यमंत्री के साथ मंत्रि-परिषद के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे, जो महेश्वर में आयोजित होने वाली कैबिनेट बैठक के लिए पहुंचे थे।
महेश्वर-जानापाव उद्वहन सिंचाई परियोजना का नामकरण लोकमाता अहिल्याबाई होलकर के नाम से
मुख्यमंत्री ने महेश्वर-जानापाव माइक्रो सिंचाई परियोजना का नाम अब लोकमाता अहिल्याबाई होलकर के नाम पर रखने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि देवी अहिल्याबाई की 300वीं जयंती के उपलक्ष्य में महेश्वर में आयोजित डेस्टिनेशन कैबिनेट बैठक में इस परियोजना का नामकरण किया गया है। साथ ही, मुख्यमंत्री ने महेश्वर-जानापाव सिंचाई परियोजना के 982.59 करोड़ रुपये और अन्य विकास कार्यों के 1042.24 करोड़ रुपये के निर्माण कार्यों का शिलान्यास एवं लोकार्पण भी किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मण्डलेश्वर में आयोजित कार्यक्रम में 7 कार्यों का शिलान्यास और 20 कार्यों का लोकार्पण किया, जिनकी कुल राशि 994.72 करोड़ रुपये है।
कृषि क्षेत्र में किसानों को मिलेगा फायदा
महेश्वर-जानापाव उद्वहन सिंचाई परियोजना के तहत, खरगौन जिले के महेश्वर, धार जिले के पीथमपुर, और इंदौर जिले के महू तहसील के 123 गांवों के किसानों के खेतों में नर्मदा जल पहुंचने का मार्ग प्रशस्त होगा। इससे इन क्षेत्रों के किसानों को सिंचाई की सुविधा मिलेगी, जिससे कृषि उत्पादन में वृद्धि होगी और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
किसानों को सौर ऊर्जा से आत्मनिर्भर बनाने की योजना
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार किसानों को सौर ऊर्जा के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए 2 लाख अस्थायी पम्पधारक किसानों को सहायता प्रदान करेगी। 3 से 7.5 हॉर्स पावर के सोलर पम्प के लिए किसानों को केवल 10 प्रतिशत राशि का भुगतान करना होगा, जबकि बाकी राशि राज्य सरकार द्वारा प्रदान की जाएगी। इस योजना से किसानों को अस्थायी पम्प कनेक्शन से मुक्ति मिल सकेगी और वे अपनी जरूरत की बिजली सौर ऊर्जा से उत्पन्न कर सकेंगे।
अहिल्याबाई की 300वीं जयंती पर विशेष कैलेण्डर और पुस्तिका का विमोचन
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने लोकमाता अहिल्याबाई की 300वीं जयंती के उपलक्ष्य में जिला पुरातत्व, पर्यटन एवं संस्कृति परिषद खरगौन द्वारा तैयार किए गए वर्ष 2025 के कैलेण्डर का विमोचन किया। इस कैलेण्डर में अहिल्याबाई के जीवन से जुड़े महत्वपूर्ण चित्रों को प्रदर्शित किया गया है। साथ ही, लोकमाता के जीवन पर आधारित गौरव-गाथा पुस्तिका भी जारी की गई, जिसमें उनके अद्वितीय कार्यों और संघर्षों को विस्तार से बताया गया है।
मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की नीतियों और योजनाओं को बताया जनहितकारी
मुख्यमंत्री ने मण्डलेश्वर में आयोजित कार्यक्रम में राज्य सरकार की नीतियों और योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि सरकार गरीब, महिला और युवा सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘ज्ञान पर ध्यान’ मंत्र को साकार करने के लिए लगातार कार्य कर रही है।
उपस्थित गणमान्य व्यक्तित्व
कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर, नगरीय विकास और आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री नागर सिंह चौहान, राज्यसभा सदस्य सुमेर सिंह सोलंकी, सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल, विधायक बालकृष्ण पाटीदार, और सचिन बिरला सहित कई अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार राज्य की समृद्धि और हर नागरिक की खुशहाली के लिए निरंतर प्रयासरत है और सभी योजनाओं का उद्देश्य प्रदेशवासियों के जीवन स्तर को बेहतर बनाना है।