- गुरपतवंत सिंह पन्नू एक बार फिर इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय होकर देश में अशांति फैलाने की कोशिश कर रहा
अमृतसर। खालिस्तान समर्थक आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू एक बार फिर इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय होकर देश में अशांति फैलाने की कोशिश कर रहा है। प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) का सरगना पन्नू ने एक वीडियो जारी कर दावा किया है कि इस दिवाली अयोध्या से हरिद्वार तक भव्य दीपोत्सव को ब्लैकआउट कर देगा। उसने खुलेआम कहा कि 26 लाख दीपों से जगमगाने वाली रामनगरी अंधेरे में डूब जाएगी। यह धमकी न सिर्फ धार्मिक भावनाओं पर सीधा हमला है बल्कि देश की आस्था और सांस्कृतिक धरोहर पर प्रहार की एक और साजिश है।
राहुल गांधी और पंजाब कांग्रेस नेताओं को भी दी धमकी
पन्नू ने अपने वीडियो संदेश में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सीधे तौर पर निशाने पर लिया। उसने कहा कि हाल ही में पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष राजा वडिंग ने राहुल गांधी को सिरोपा भेंट किया था, इसलिए वह भी उसके निशाने पर हैं। अमृतसर से कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला का नाम भी उसने धमकी में शामिल किया। पन्नू ने गांधी परिवार पर 1984 के दंगों के लिए जिम्मेदार लोगों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह उन्हें कभी माफ नहीं करेगा।
अमृतसर में नारेबाजी और दीवारों पर लिखवाए गए संदेश
वीडियो में पन्नू ने यह भी दावा किया कि उसके संगठन ने अमृतसर रेलवे स्टेशन और अन्य जगहों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारे लिखवाए हैं। उसने कहा कि जल्द ही अमृतसर की दीवारें खालिस्तान समर्थक नारों से पाट दी जाएंगी। इस तरह की गतिविधियों से वह पंजाब में युवाओं को गुमराह कर अपने खतरनाक इरादों की ओर आकर्षित करना चाहता है।
अयोध्या दीपोत्सव को निशाना बनाने की कोशिश
इस बार अयोध्या में दिवाली के मौके पर 26 लाख दीयों से दीपोत्सव मनाने की तैयारी है। इसे लेकर प्रशासन ने बड़े स्तर पर इंतज़ाम किए हैं। पूरी रामनगरी जगमगाने वाली है और इस आयोजन ने विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी भी की है। लेकिन पन्नू ने इसी आयोजन को निशाना बनाते हुए धमकी दी कि वह अयोध्या से हरिद्वार तक ब्लैकआउट करेगा। विशेषज्ञों के अनुसार यह केवल डर फैलाने की साजिश है ताकि लोग भयभीत हों और उत्सव की चमक फीकी पड़ जाए।
सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता
पन्नू की धमकियों के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। खुफिया सूत्रों का कहना है कि पन्नू लंबे समय से इंटरनेट मीडिया के माध्यम से अफवाहें फैलाने और लोगों को भड़काने का काम कर रहा है। उसकी कोई प्रत्यक्ष क्षमता नहीं है कि वह दिवाली जैसे बड़े आयोजन को प्रभावित कर सके, लेकिन उसकी बयानबाजी से माहौल खराब हो सकता है। इसलिए केंद्रीय और राज्य सुरक्षा एजेंसियां साइबर मॉनिटरिंग तेज कर रही हैं।
पंजाब पुलिस और खुफिया विभाग ने अमृतसर सहित राज्य के सभी संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी है। वहीं उत्तर प्रदेश पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां भी अयोध्या में होने वाले दीपोत्सव के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम कर रही हैं। गुप्तचर एजेंसियां मानती हैं कि आतंकी केवल डर और भ्रम फैलाकर लोगों में असुरक्षा का माहौल बनाने की साजिश कर रहे हैं, लेकिन सुरक्षा तंत्र पूरी तरह सतर्क है और ऐसे किसी भी मंसूबे को सफल नहीं होने दिया जाएगा।
जनता में आक्रोश और चिंता
पन्नू की धमकियों से जनता में आक्रोश भी है और चिंता भी। अयोध्या में दीपोत्सव को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह है और वे मानते हैं कि आतंकी चाहे कितनी भी धमकी दे, उनकी आस्था और उत्साह को कम नहीं कर सकता। अमृतसर और पंजाब के कई लोगों ने सोशल मीडिया पर लिखा कि वे खालिस्तान के नाम पर आतंक फैलाने वालों के खिलाफ एकजुट हैं।
विशेषज्ञों की राय
सुरक्षा मामलों के विशेषज्ञों का कहना है कि पन्नू जैसी ताकतें भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को निशाना बनाकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में बने रहना चाहती हैं। उनके अनुसार, दिवाली और अयोध्या जैसे आयोजनों पर हमला करने की धमकी देना भारत की एकता और सांस्कृतिक गौरव को चोट पहुंचाने की सोची-समझी रणनीति है।