- शुकरू के घने जंगलों में मंगलवार को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी रही
- दो से तीन आतंकवादियों को घेरे में लिया गया है और ऑपरेशन पूरी सतर्कता के साथ चल रहा
श्रीनगर/नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के शोपियां ज़िले के शुकरू के घने जंगलों में मंगलवार को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी रही। सेना के अनुसार, दो से तीन आतंकवादियों को घेरे में लिया गया है और ऑपरेशन पूरी सतर्कता के साथ चल रहा है। यह इलाका दक्षिण कश्मीर में हाल ही में बढ़े आतंकी मूवमेंट का केंद्र रहा है। इसी बीच, पहलगाम हमले में शामिल तीन पाकिस्तानी आतंकियों के पोस्टर भी मंगलवार को जारी किए गए हैं, जिन पर 20 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है। माना जा रहा है कि शोपियां में फंसे आतंकी इसी नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं।
ड्रोन अलर्ट के बाद चार राज्यों में सुरक्षा सख्त

सोमवार देर रात जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में संदिग्ध ड्रोन गतिविधि देखी गई थी। सेना ने शुरुआती सतर्कता के बाद स्थिति को सामान्य बताया है, लेकिन जम्मू के अखनूर क्षेत्र से मंगलवार सुबह एक संदिग्ध ड्रोन बरामद होने के बाद सुरक्षा एजेंसियां फिर से अलर्ट हो गई हैं। ड्रोन की मौजूदगी की जानकारी चौकी चौरा गांव के स्थानीय लोगों ने दी थी। पुलिस और सुरक्षाबलों ने संयुक्त कार्रवाई कर ड्रोन जब्त कर लिया है और जांच जारी है कि इसे सीमा पार से उड़ाया गया था या स्थानीय नेटवर्क से संचालित किया गया।
स्कूल बंद, ऑपरेशन सिंदूर के बाद क्षेत्र में तनाव
शोपियां समेत राजौरी, कुपवाड़ा, बारामूला और सांबा जैसे संवेदनशील जिलों में एहतियातन स्कूल बंद कर दिए गए हैं। राजस्थान के जैसलमेर में भी यही स्थिति है। यह फैसला सोमवार रात के घटनाक्रम और क्षेत्र में बढ़ती सतर्कता के बीच लिया गया। गौरतलब है कि 7 मई से चल रहे ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की ओर से हुई जवाबी गोलाबारी में अब तक 6 सैनिक और 2 BSF जवान शहीद हो चुके हैं, जबकि 59 घायल हुए हैं। इसके अलावा 28 नागरिकों की भी जान जा चुकी है। प्रधानमंत्री मोदी का सख्त संदेश: “आतंक के खिलाफ युद्ध रुका नहीं, सिर्फ रुका हुआ है” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार रात राष्ट्र को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर अभी समाप्त नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, “यह लड़ाई रुकी है, खत्म नहीं हुई है। भारत आतंकवाद को कभी बर्दाश्त नहीं करेगा।” उनके इस बयान से संकेत मिलता है कि आने वाले दिनों में और कड़ी कार्रवाई हो सकती है।