: टेम्प्सेंस इंस्ट्रूमेंट्स इंडिया का आईपीओ: 118 करोड़ रुपये तक जुटाने के लिए सेबी में दाखिल डीआरएचपी
नई दिल्ली, 30 सितंबर। भारतीय पूंजी बाजार में एक और बड़ी कंपनी निवेशकों के लिए दस्तक देने जा रही है। गुजरात के वडोदरा स्थित टेम्प्सेंस इंस्ट्रूमेंट्स इंडिया ने अपने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के लिए भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के समक्ष ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) दाखिल किया है। यह कंपनी थर्मल इंजीनियरिंग और विशेष केबल निर्माण के क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय है और अब पूंजी बाजार के माध्यम से निवेशकों को भागीदारी का अवसर देने जा रही है।
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आईपीओ का ढांचा और जुटाई जाने वाली राशि
सेबी को जमा दस्तावेजों के अनुसार, टेम्प्सेंस इंस्ट्रूमेंट्स इंडिया का यह इश्यू 4 रुपये के अंकित मूल्य वाले शेयरों के माध्यम से कुल 118 करोड़ रुपये तक के नए निर्गम के रूप में लाया जाएगा। इस इश्यू में कंपनी के प्रमोटर अमित तलेसरा, पुनीत तलेसरा और चंद्र प्रकाश तलेसरा कुल 17,925,071 इक्विटी शेयरों की बिक्री (Offer for Sale) करेंगे। इनके अलावा अंकित तलेसरा और निर्मल कुमार पांडे भी अपनी हिस्सेदारी का कुछ अंश बेचेंगे।
नए निर्गम से कंपनी लगभग 35.37 करोड़ रुपये का उपयोग पूंजीगत व्यय के लिए करेगी, विशेषकर विद्युत तापन समाधानों और विशेष केबल समाधानों के विस्तार और आधुनिकीकरण पर खर्च होगा। इसके अतिरिक्त 55 करोड़ रुपये का उपयोग कंपनी के कुछ उधारों के पूर्व-भुगतान या आंशिक/पूर्ण पुनर्भुगतान के लिए किया जाएगा। शेष राशि सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों और कार्यशील पूंजी की जरूरतों को पूरा करने में लगाई जाएगी।
बुक-बिल्डिंग प्रक्रिया और आरक्षण का अनुपात
यह आईपीओ सेबी आईसीडीआर विनियमों के अनुरूप बुक-बिल्डिंग प्रक्रिया के माध्यम से लाया जा रहा है। इसके अंतर्गत—
- कम से कम 50% शेयर योग्य संस्थागत खरीदारों (QIBs) के लिए आरक्षित होंगे।
- कम से कम 15% गैर-संस्थागत निवेशकों (NIIs) के लिए आरक्षित रहेंगे।
- और 35% खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों (RIIs) को आवंटित किए जाएंगे।
यह संरचना खुदरा निवेशकों को भी पर्याप्त भागीदारी का अवसर देती है और संस्थागत निवेशकों के भरोसे को सुनिश्चित करती है।
कंपनी का परिचय और कार्यक्षेत्र
1990 में स्थापित टेम्प्सेंस इंस्ट्रूमेंट्स इंडिया थर्मल इंजीनियरिंग और विशेष केबल निर्माण के क्षेत्र में एक अग्रणी नाम है। कंपनी मुख्य रूप से:
- तापमान संवेदन समाधान (Customized Temperature Sensing Solutions)
- विद्युत तापन समाधान (Electrical Heating Solutions)
- विशेष केबलों का डिजाइन और निर्माण (Specialized Cable Manufacturing)
में कार्यरत है। लंबे अनुभव और विशेषज्ञता के बल पर कंपनी ने उद्योग जगत में एक मजबूत पहचान बनाई है और अब वह अपने कारोबारी विस्तार के लिए पूंजी बाजार का सहारा ले रही है।
आईपीओ का महत्व और निवेशकों की संभावनाएं
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि थर्मल इंजीनियरिंग और स्पेशलाइज्ड केबल निर्माण जैसे क्षेत्रों में आने वाले समय में भारी मांग की संभावना है। इलेक्ट्रिक वाहनों, नवीकरणीय ऊर्जा, औद्योगिक स्वचालन और उच्च-तकनीकी उद्योगों में तापमान नियंत्रण और विशेष केबल समाधानों की भूमिका बढ़ रही है। ऐसे में टेम्प्सेंस इंस्ट्रूमेंट्स इंडिया का विस्तार निवेशकों को दीर्घकालिक लाभ प्रदान कर सकता है।
इसके साथ ही, आईपीओ से जुटाई गई राशि कंपनी की वित्तीय स्थिति को और मजबूत करेगी तथा ऋण भार घटने से बैलेंस शीट अधिक स्वस्थ होगी। यह निवेशकों के लिए भरोसेमंद संकेत माना जा रहा है।
टेम्प्सेंस इंस्ट्रूमेंट्स इंडिया का आगामी आईपीओ निवेशकों और पूंजी बाजार के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर साबित हो सकता है। थर्मल इंजीनियरिंग और केबल निर्माण के क्षेत्र में इसकी विशेषज्ञता और भविष्य की मांग को देखते हुए बाजार में इसकी मजबूत हिस्सेदारी बनने की संभावना है। आने वाले दिनों में सेबी की मंजूरी के बाद कंपनी अपने आईपीओ का आकार, मूल्य बैंड और खुलने-बंद होने की तारीखों की घोषणा करेगी।
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