August 3, 2025 10:35 PM

तेजस्वी यादव के वोटर आईडी विवाद पर सियासी भूचाल: चुनाव आयोग ने भेजा नोटिस, NDA ने FIR की मांग की

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तेजस्वी यादव के वोटर आईडी विवाद पर चुनाव आयोग का नोटिस, NDA ने FIR की मांग की

पटना। बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव एक बार फिर राजनीतिक तूफान के केंद्र में हैं। इस बार मामला मतदाता पहचान पत्र यानी वोटर आईडी से जुड़ा है। तेजस्वी यादव ने हाल ही में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया था कि उनका नाम मतदाता सूची से काट दिया गया है। लेकिन चुनाव आयोग और जिला प्रशासन ने उनके इस दावे को न केवल खारिज किया, बल्कि उन्हें नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। वहीं दूसरी ओर NDA के घटक दलों ने तेजस्वी पर दो वोटर कार्ड रखने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी का दावा: ‘मेरा नाम वोटर लिस्ट से हटा दिया गया’

शनिवार को पटना में प्रेस को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने दावा किया कि उनका नाम मतदाता सूची से हटा दिया गया है। उन्होंने कहा कि, “BLO (बूथ लेवल ऑफिसर) मेरे पास सत्यापन के लिए आई थीं, सभी दस्तावेज देखकर गई थीं, फिर भी मेरा नाम मतदाता सूची में नहीं है।” तेजस्वी ने आगे कहा, “अब बताइए मैं चुनाव कैसे लड़ूंगा?” उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपना ईपीआईसी नंबर (EPIC Number: RAB2916120) भी दिखाया और ऑनलाइन पोर्टल पर उसे डालकर बताया कि परिणाम में “NO RECORD FOUND” दिखा रहा है।

चुनाव आयोग का नोटिस: दिखाए गए ईपीआईसी नंबर पर मांगा जवाब

तेजस्वी यादव के इस बयान के बाद चुनाव आयोग हरकत में आ गया। दीघा विधानसभा क्षेत्र के निर्वाचन निबंधन पदाधिकारी ने तेजस्वी को नोटिस भेजते हुए कहा है कि उन्होंने जो ईपीआईसी नंबर प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिखाया है, वह आधिकारिक रिकॉर्ड में मौजूद नहीं है। आयोग ने तेजस्वी से उस ईपीआईसी कार्ड का विवरण और मूल प्रति तत्काल उपलब्ध कराने को कहा है, ताकि उसकी गहन जांच की जा सके।

प्रशासन का जवाब: वोटर लिस्ट में तेजस्वी का नाम और फोटो मौजूद

तेजस्वी के दावे के बाद जब दैनिक भास्कर ने इस मामले की पड़ताल की, तो पटना के जिलाधिकारी एस. एन. त्यागराजन ने स्पष्ट किया कि तेजस्वी यादव का नाम मतदाता सूची में मौजूद है। उन्होंने लिस्ट जारी करते हुए बताया कि वर्तमान में तेजस्वी का नाम बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के पुस्तकालय भवन, मतदान केंद्र संख्या 204 पर क्रम संख्या 416 पर दर्ज है। पहले यह नाम मतदान केंद्र संख्या 171 पर क्रम संख्या 481 पर दर्ज था। इसका स्पष्ट अर्थ है कि नाम हटाया नहीं गया है, केवल स्थान बदला गया है।

NDA का हमला: दो EPIC नंबर, कानून का उल्लंघन?

तेजस्वी यादव के इस पूरे घटनाक्रम के बाद बिहार में सत्तारूढ़ NDA के नेताओं ने उन पर हमला तेज कर दिया है। भाजपा, जदयू, लोजपा (रामविलास), हम पार्टी और रालोसपा के प्रवक्ताओं ने एक संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा कि तेजस्वी ने दो अलग-अलग ईपीआईसी नंबर जारी कर कानून का उल्लंघन किया है। भाजपा के प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा, “तेजस्वी ने जानबूझकर भ्रम फैलाया है। उन्होंने EPIC नंबर RAB2916120 दिखाया, जबकि उनका वास्तविक नंबर RAB0456228 है, जिसके आधार पर उन्होंने 2015 और 2020 के चुनाव भी लड़े थे।”

डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी का सवाल

राज्य के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर तीखे सवाल दागे – “क्या तेजस्वी यादव ने दो मतदाता पहचान पत्र बनवाए हैं? क्या यही रणनीति उन्होंने राजद के अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं के लिए भी अपनाई है?” उन्होंने यह भी कहा कि अगर तेजस्वी ने गलत ईपीआईसी नंबर जानबूझकर दिखाया है, तो यह न केवल नैतिक बल्कि कानूनी रूप से भी गंभीर अपराध है।

बीजेपी का कटाक्ष: SIR से डर गए तेजस्वी

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने पूरे घटनाक्रम पर कटाक्ष करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव SIR (Special Investigation and Review) से डर गए हैं, इसलिए यह नया प्रपंच रचा गया है। उन्होंने कहा कि अगर एक पार्टी के सर्वोच्च नेता की यह स्थिति है, तो पार्टी के कार्यकर्ताओं का क्या हाल होगा।


सियासी रणनीति या गंभीर गलती?

यह स्पष्ट नहीं है कि तेजस्वी यादव द्वारा दिखाया गया नया EPIC नंबर (RAB2916120) किसी तकनीकी त्रुटि का परिणाम था या जानबूझकर उठाया गया कदम। लेकिन यह मामला अब कानूनी और राजनीतिक दोनों मोर्चों पर गंभीर बन चुका है। जहां एक ओर चुनाव आयोग की जांच से मामला स्पष्ट होगा, वहीं दूसरी ओर NDA इस मुद्दे को राजनीतिक हथियार के रूप में प्रयोग कर रही है।


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