मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में एक महत्वपूर्ण पहल के तहत फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ को टैक्स फ्री कर दिया गया है। यह घोषणा राज्य के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने की। इस कदम का उद्देश्य फिल्म को अधिक से अधिक दर्शकों तक पहुँचाना है ताकि वे साबरमती नदी से जुड़ी ऐतिहासिक और सामाजिक समस्याओं के बारे में जान सकें।
फिल्म की पृष्ठभूमि और उद्देश्य
‘द साबरमती रिपोर्ट’ एक महत्वपूर्ण फिल्म है, जो साबरमती नदी से जुड़े पर्यावरणीय और सामाजिक मुद्दों पर आधारित है। इस फिल्म में साबरमती नदी के महत्व, इसके आसपास के इलाके में रहने वाली समुदायों की जीवनशैली, और पर्यावरणीय संकट को उजागर किया गया है। फिल्म का उद्देश्य जनता को इन मुद्दों के प्रति जागरूक करना और नदी के संरक्षण की आवश्यकता को रेखांकित करना है।
CM डॉ मोहन यादव का बयान
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस अवसर पर कहा, “हमने इस फिल्म को टैक्स फ्री करने का निर्णय लिया है ताकि यह ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे। यह फिल्म न केवल मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के नागरिकों के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणा साबित होगी। साबरमती नदी के ऐतिहासिक और पर्यावरणीय महत्व को समझने में यह फिल्म महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।”
PM नरेंद्र मोदी और अमित शाह की सराहना
इस फिल्म को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी सराह चुके हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने इसे “भारत के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण का महत्वपूर्ण प्रयास” बताया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की फिल्में समाज को जागरूक करने और पर्यावरणीय संकट से निपटने के लिए एक प्रभावी माध्यम हो सकती हैं। वहीं, अमित शाह ने भी फिल्म को लेकर अपनी प्रशंसा व्यक्त करते हुए कहा कि यह फिल्म न केवल सामाजिक मुद्दों को उजागर करती है बल्कि देशवासियों को एकजुट करने का काम भी करती है।
फिल्म का महत्व
‘द साबरमती रिपोर्ट’ की टैक्स फ्री होने के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि फिल्म को व्यापक दर्शक वर्ग मिलेगा और यह न केवल जनता को जागरूक करेगी बल्कि आगामी पीढ़ी को भी हमारे पर्यावरण और जल संसाधनों के महत्व को समझने में मदद करेगी। फिल्म के निर्माता और निर्देशक ने इस पहल को देशभर में फिल्मों के सकारात्मक प्रभाव को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना है।
‘द साबरमती रिपोर्ट’ को मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में टैक्स फ्री करने की पहल ने इस फिल्म को एक नई दिशा दी है। इससे न केवल फिल्म को व्यापक दर्शक मिलेगा बल्कि समाज में पर्यावरण और जल संरक्षण के लिए जागरूकता भी बढ़ेगी। साथ ही, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की सराहना इस फिल्म की महत्वता को और भी अधिक बढ़ाती है। अब, इसे देखने का अवसर आम नागरिकों को मिलेगा और वे इस फिल्म के जरिए साबरमती नदी के संरक्षण के महत्व को समझ सकेंगे।