October 14, 2025 8:36 PM

कफ सिरप मामले की सीबीआई जांच की मांग खारिज

जहरीले कफ सिरप मामले में सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की CBI जांच की मांग, श्रेसन फार्मा के मालिक रंगनाथन आज परासिया कोर्ट में पेश

जहरीले कफ सिरप मामले में सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की CBI जांच की मांग, श्रेसन फार्मा के मालिक रंगनाथन आज परासिया कोर्ट में पेश


भोपाल/नई दिल्ली। मध्यप्रदेश में जहरीले कफ सिरप कोल्ड्रफ से अब तक 25 बच्चों की मौत हो चुकी है। इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई हुई, जिसमें सीबीआई या न्यायिक जांच की मांग को खारिज कर दिया गया

🧑‍⚖️ अदालत ने कहा – राज्य एजेंसियां जांच के लिए पर्याप्त

सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता वकील विशाल तिवारी ने दलील दी कि आरोपी कंपनी द्वारा बनाई गई सभी दवाओं की बिक्री और वितरण पर तुरंत रोक लगाई जाए तथा देशभर में डायएथिलिन ग्लायकॉल (DEG) और एथिलिन ग्लायकॉल (EG) रासायनिक तत्वों की जांच के आदेश दिए जाएं।
हालांकि, अदालत ने कहा कि राज्य पुलिस और औषधि नियंत्रण संगठन की कार्रवाई पर्याप्त है और इस चरण में सीबीआई जांच की आवश्यकता नहीं है


🚨 श्रेसन फार्मा के मालिक रंगनाथन आज परासिया कोर्ट में पेश

मुख्य आरोपी गोविंदन रंगनाथन, जो श्रेसन फार्मास्युटिकल्स के मालिक और निदेशक हैं, को लेकर एसआईटी की टीम शुक्रवार सुबह चेन्नई से नागपुर पहुंची। वहां से रंगनाथन को सड़क मार्ग से छिंदवाड़ा लाया गया और फिर परासिया थाना ले जाया गया।
दोपहर 2:00 बजे के बाद आरोपी को परासिया कोर्ट में पेश किया जाएगा।

🔒 सुरक्षा के कड़े इंतजाम

कोर्ट परिसर और थाना क्षेत्र में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 90 पुलिसकर्मी — तामिया, दमुआ, उमरेठ, रावनवाड़ा और पुलिस लाइन से तैनात किए गए हैं। किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया गया है।


🏥 हमीदिया अस्पताल में भर्ती दो बच्चे

परासिया के डॉक्टर प्रवीण सोनी द्वारा इलाज कराए गए छिंदवाड़ा जिले के दो बच्चेकिंजल यादव (7 वर्ष) और धान्या (2 वर्ष) — को भोपाल के हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
दोनों बच्चे पैडियाट्रिक विभाग के एचडीयू वार्ड में हैं, जहां उनकी जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।

👨‍👩‍👧 परिजनों की चिंता

धान्या के पिता नितिन यादव ने बताया —

“हमने 23 सितंबर को डॉ. प्रवीण सोनी से इलाज कराया था। चार दिन तक दी गई दवाएं खिलाईं, लेकिन तबीयत बिगड़ने लगी। 27 सितंबर को जब सुना कि वही सिरप जहरीला है, तो हमने सारी दवाएं फेंक दीं और भोपाल आ गए।”


📊 जांच की वर्तमान स्थिति

  • एफएसएल रिपोर्ट आने के बाद तय होगा कि दवा में जहरीले तत्व किस मात्रा में थे।
  • एसआईटी टीम ने कंपनी के उत्पादन रिकॉर्ड, वितरण नेटवर्क और लैब रिपोर्ट जब्त कर ली हैं।
  • राज्य सरकार ने श्रेसन फार्मा की सभी दवाओं की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया है।

⚖️ जनस्वास्थ्य पर गंभीर सवाल

यह मामला केवल एक कंपनी की लापरवाही नहीं बल्कि भारत की दवा निगरानी प्रणाली की कमजोरी को उजागर करता है। दवाओं में घातक रासायनिक तत्वों की मौजूदगी ने सरकारों को औषधि सुरक्षा पर सख्त नीति बनाने की दिशा में सोचने पर मजबूर किया है।


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