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April 22, 2025 4:20 AM

सुकमा में 22 नक्सलियों ने किया सरेंडर, कुल 40 लाख का था इनाम — पुलिस ऑपरेशन की बड़ी सफलता

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इनामी दंपत्ति समेत 9 महिलाएं और 13 पुरुष नक्सली शामिल, आत्मसमर्पण नीति के तहत मिलेगा पुनर्वास

सुकमा। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में पुलिस और सुरक्षा बलों को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। जिले में सक्रिय 22 नक्सलियों ने शनिवार को पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। इनमें से कई पर लाखों का इनाम घोषित था, जिसमें 8-8 लाख रुपये के इनामी नक्सली दंपत्ति सहित कुल 40 लाख रुपये तक का इनाम शामिल है।

पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में किया आत्मसमर्पण

यह आत्मसमर्पण सुकमा पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण, सीआरपीएफ डीआईजी आनंद सिंह राजपुरोहित और अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में हुआ। आत्मसमर्पण करने वालों में 9 महिलाएं और 13 पुरुष नक्सली शामिल हैं। पुलिस के अनुसार ये सभी नक्सली विभिन्न नक्सली गुटों से जुड़े हुए थे, जो लंबे समय से इलाके में सक्रिय थे।

किस पर कितना इनाम?

जानकारी के अनुसार, इन 22 नक्सलियों पर कुल मिलाकर 40 लाख रुपये तक के इनाम की घोषणा की गई थी:

  • एक नक्सली दंपत्ति: 8-8 लाख रुपये का इनाम
  • दो अन्य नक्सली: 5-5 लाख रुपये का इनाम
  • अन्य नक्सलियों पर 1 से 3 लाख तक के इनाम

यह आत्मसमर्पण न सिर्फ सुरक्षाबलों की रणनीति की सफलता है, बल्कि सरकार की पुनर्वास और आत्मसमर्पण नीति पर विश्वास का भी प्रतीक है।

सफल ऑपरेशन का नतीजा

पुलिस द्वारा बताया गया कि यह आत्मसमर्पण हाल में चलाए गए संयुक्त ऑपरेशन का नतीजा है। सुकमा के साथ-साथ जगदलपुर के डीआईजी कार्यालय और कई सीआरपीएफ बटालियनों ने इस अभियान में हिस्सा लिया। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में चलाए गए इस अभियान में सुरक्षा बलों ने लगातार दबाव बनाए रखा, जिसका असर अब आत्मसमर्पण के रूप में सामने आया है।

आत्मसमर्पण नीति के तहत मिलेगा पुनर्वास

पुलिस ने जानकारी दी है कि आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों को राज्य सरकार की आत्मसमर्पण नीति के तहत लाभ दिया जाएगा। इसके तहत:

  • कौशल विकास योजना में प्रशिक्षण मिलेगा
  • पुनर्वास के लिए आर्थिक सहायता
  • रोज़गार और सम्मानजनक जीवन जीने के अवसर

नक्सलवाद से मुक्ति की दिशा में सकारात्मक संकेत

यह आत्मसमर्पण छत्तीसगढ़ सरकार के उस विजन को भी बल देता है, जिसमें नक्सल प्रभावित क्षेत्रों को मुख्यधारा से जोड़ना और जनजीवन में शांति बहाल करना शामिल है। हाल के वर्षों में आत्मसमर्पण की घटनाओं में बढ़ोतरी, सरकार और पुलिस की रणनीति के असर को दर्शाती है।



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