August 1, 2025 1:27 AM

भारत की सुहानी शाह को मिला ‘मैजिक का ऑस्कर’, इटली में रचा नया इतिहास

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FISM वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ मैजिक 2025 में बनीं ‘बेस्ट मैजिक क्रिएटर’, दुनिया भर के जादूगरों को दी मात

मैजिशियन सुहानी शाह को मिला अंतरराष्ट्रीय सम्मान, इटली में बनीं ‘बेस्ट मैजिक क्रिएटर’

उदयपुर/इटली।
भारत की मशहूर मेंटलिस्ट और जादूगर सुहानी शाह ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन करते हुए वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ मैजिक (FISM Italy 2025) में ‘बेस्ट मैजिक क्रिएटर’ का प्रतिष्ठित पुरस्कार अपने नाम किया है। इटली में आयोजित इस वर्ल्ड लेवल प्रतियोगिता को ‘जादू का ओलंपिक’ कहा जाता है, जिसमें दुनिया के सबसे बेहतरीन जादूगर हिस्सा लेते हैं।

सुहानी शाह इस प्रतिष्ठित अवॉर्ड को जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनी हैं। यह पुरस्कार Fédération Internationale des Sociétés Magiques (FISM) द्वारा प्रदान किया जाता है और इसे जादू की दुनिया का सबसे बड़ा सम्मान माना जाता है।


ऑनलाइन क्रिएशन में दिखाया जादू, इंटरनेशनल आर्टिस्टों को छोड़ा पीछे

FISM के इस वर्ष के आयोजन में पहली बार डिजिटल और ऑनलाइन जादू प्रदर्शन करने वालों के लिए विशेष श्रेणी शुरू की गई थी। इस नई श्रेणी में दुनियाभर के जादूगरों द्वारा बनाए गए ऑनलाइन मैजिक कंटेंट का मूल्यांकन किया गया, जिसमें क्रिएटिविटी, तकनीक, प्रस्तुति और दर्शकों से जुड़ाव को प्रमुख मानदंड माना गया।

इस प्रतियोगिता में सुहानी शाह ने अमेरिका के मशहूर मैजिशियन जैक रोड्स, जेसन लाडान्ये और ईरान के मोहम्मद इमानी जैसे अंतरराष्ट्रीय दिग्गज कलाकारों को हराया। सुहानी के यूट्यूब चैनल, इंस्टाग्राम रील्स और इंटरएक्टिव लाइव मैजिक शोज ने निर्णायकों को अत्यधिक प्रभावित किया।


“हम जीत गए!” – सुहानी का भावुक रिएक्शन

इस ऐतिहासिक जीत के बाद सुहानी शाह ने इंस्टाग्राम पर अपनी खुशी साझा करते हुए लिखा:

“कर दिखाया दोस्तों… हम जीत गए! ये सिर्फ मेरी नहीं, भारत की जीत है। जादू अब सिर्फ मंच तक सीमित नहीं रहा, डिजिटल दुनिया में भी हमनें अपना झंडा गाड़ दिया।”


राजस्थान से दुनिया तक का सफर

सुहानी शाह का जन्म 29 जनवरी 1990 को राजस्थान के उदयपुर में हुआ था। मात्र 7 वर्ष की उम्र में उन्होंने जादू की दुनिया में कदम रखा था और तब से अब तक हजारों शो कर चुकी हैं। वे खुद को एक मेंटलिस्ट, माइंड रीडर, कॉर्पोरेट ट्रेनर और लाइफ कोच भी मानती हैं।

सुहानी ने अपने करियर में मैजिक को सिर्फ मंच की कला नहीं बल्कि इंसानी मनोविज्ञान, विश्लेषण और संवाद की शक्ति के रूप में प्रस्तुत किया है। उनके लाइव डेमोंस्ट्रेशन और माइंड रीडिंग सेशन्स कॉर्पोरेट से लेकर आम जनता के बीच बेहद लोकप्रिय हैं।


भारत को मिला नया ग्लोबल गौरव

सुहानी शाह की इस सफलता ने भारत को विश्वस्तरीय मैजिक मंच पर एक नई पहचान दिलाई है। भारतीय कला, रचनात्मकता और डिजिटल जादू की शक्ति को अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिलना देश के लिए गर्व की बात है। यह जीत आने वाले युवा मैजिशियनों के लिए भी प्रेरणा बनेगी।



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