यूरोप के तीन बड़े देशों फ्रांस, स्पेन और पुर्तगाल में सोमवार को अचानक भीषण ब्लैकआउट हो गया। भारतीय समयानुसार शाम 4 बजे के आसपास शुरू हुए इस बिजली संकट ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया।

मेट्रो सेवाएं बीच रास्ते में थम गईं, एयरपोर्टों पर अफरातफरी मच गई और मोबाइल नेटवर्क भी ध्वस्त हो गया। लाखों लोग बिना बिजली के फंसे हुए हैं, जबकि ट्रैफिक सिग्नल ठप होने से सड़कों पर भी हंगामे जैसे हालात हैं।

यूरोन्यूज पुर्तगाल के मुताबिक, राजधानी लिस्बन और मैड्रिड में मेट्रो ट्रेनों के बीच सुरंगों में फंसने की खबरें हैं। कई लोग घंटों से मेट्रो डिब्बों में बंद हैं। पुर्तगाल पुलिस ने पुष्टि की है कि देशभर में रेल संचालन और मेट्रो सेवाएं पूरी तरह ठप हो चुकी हैं।

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संकट की जड़ में इलेक्ट्रिकल ग्रिड फेलियर

ब्लैकआउट की असली वजह अभी आधिकारिक तौर पर सामने नहीं आई है, लेकिन शुरुआती जांच में यूरोप के विद्युत ग्रिड में आई भारी खराबी को जिम्मेदार माना जा रहा है।
फ्रांस के दक्षिण-पश्चिमी इलाके अलारिक पर्वत क्षेत्र में लगी आग ने पेरपिगन और पूर्वी नारबोन के बीच हाई वोल्टेज लाइन को क्षतिग्रस्त कर दिया। पुर्तगाल की राष्ट्रीय विद्युत कंपनी REN ने भी इस घटना को बिजली संकट का संभावित कारण बताया है।

इस विशाल पावर फेलियर ने यूरोप के बुनियादी ढांचे की नाजुकता को एक बार फिर उजागर कर दिया है। हालात सामान्य करने के प्रयास तेजी से जारी हैं, लेकिन फिलहाल सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है।

28 अप्रैल 2025 को यूरोप के तीन प्रमुख देशों—स्पेन, पुर्तगाल और फ्रांस—में एक अभूतपूर्व बिजली संकट ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। भारतीय समयानुसार दोपहर लगभग 4 बजे शुरू हुए इस ब्लैकआउट ने लाखों लोगों को प्रभावित किया, जिससे परिवहन, संचार और बुनियादी सेवाएं ठप हो गईं।

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⚡ ब्लैकआउट की मुख्य वजहें

1. विद्युत ग्रिड में असंतुलन

स्पेन के राष्ट्रीय ग्रिड ऑपरेटर Red Eléctrica के अनुसार, विद्युत नेटवर्क में "बहुत मजबूत दोलन" (strong oscillation) के कारण स्पेन की बिजली प्रणाली यूरोपीय ग्रिड से अलग हो गई, जिससे पूरे इबेरियन नेटवर्क का पतन हुआ।

2. फ्रांस में हाई-वोल्टेज लाइन को नुकसान

पुर्तगाल की राष्ट्रीय विद्युत कंपनी REN ने बताया कि फ्रांस के दक्षिण-पश्चिम में अलारिक पर्वत क्षेत्र में लगी आग ने पेरपिगन और नारबोन के बीच एक हाई-वोल्टेज लाइन को क्षतिग्रस्त कर दिया, जो इस संकट का संभावित कारण हो सकता है।

3. साइबर हमले की संभावना

स्पेन की साइबर सुरक्षा एजेंसी और पुर्तगाल के उपमंत्री मैनुअल कास्त्रो अल्मेइदा ने संकेत दिया कि इस ब्लैकआउट के पीछे साइबर हमले की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।


प्रभावित क्षेत्र और सेवाएं

स्पेन:

  • मैड्रिड, बार्सिलोना, सेविला, वालेंसिया सहित प्रमुख शहरों में बिजली गुल।
  • मैड्रिड ओपन टेनिस टूर्नामेंट के मैच स्थगित; स्कोरबोर्ड और कैमरे बंद।
  • मैड्रिड मेट्रो सेवाएं रुकीं; यात्रियों को सुरंगों से निकाला गया।
  • ट्रैफिक लाइट्स बंद होने से सड़कों पर जाम।

पुर्तगाल:

  • दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति में रुकावटें।
  • बास्क क्षेत्र और बर्गंडी में भी असर देखा गया।

🕒 बहाली और सरकारी प्रतिक्रिया

  • स्पेन की Red Eléctrica ने बताया कि बिजली बहाली में 6 से 10 घंटे लग सकते हैं।
  • स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज़ ने ग्रिड नियंत्रण केंद्र का दौरा किया और स्थिति की निगरानी की।
  • पुर्तगाल सरकार ने आपातकालीन बैठक बुलाई और बिजली आपूर्ति की चरणबद्ध बहाली की योजना बनाई।

यह ब्लैकआउट यूरोप के इतिहास में सबसे बड़े बिजली संकटों में से एक माना जा रहा है, जिसने इबेरियन प्रायद्वीप के लगभग 50 मिलियन लोगों को प्रभावित किया। हालांकि बिजली बहाली का कार्य प्रगति पर है, लेकिन इस घटना ने यूरोप की विद्युत ग्रिड की नाजुकता और साइबर सुरक्षा की चुनौतियों को उजागर किया है।


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