- हत्या की आरोपी सोनम को मेघालय पुलिस ने ट्रांजिट रिमांड पर शिलॉन्ग रवाना किया
गाजीपुर। इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या की मुख्य आरोपी और उसकी पत्नी सोनम रघुवंशी की गिरफ्तारी से पहले का घटनाक्रम अब और ज्यादा रहस्यमय होता जा रहा है। रविवार देर रात करीब एक बजे सोनम अचानक गाजीपुर-वाराणसी फोरलेन पर स्थित एक ढाबे पर पहुंची और वहां फूट-फूटकर रोने लगी। ढाबे के मालिक साहिल यादव ने बताया कि सोनम बदहवास हालत में अकेली पैदल आई थी और उसका मोबाइल खो जाने की बात कहकर फोन मांगने लगी।
रोते हुए भाई को किया फोन, ढाबा मालिक से मांगी मदद
सोनम ने ढाबा मालिक साहिल से उसका मोबाइल लिया और अपने भाई गोविंद रघुवंशी को इंदौर कॉल की। कॉल पर वह इतनी जोर-जोर से रोई कि साहिल को शक हुआ कि मामला गंभीर है। कुछ देर बाद गोविंद ने फिर साहिल के मोबाइल पर कॉल किया और सोनम से बात कर उसे ढांढस बंधाया। इसके बाद भाई ने ढाबे वाले को पुलिस बुलाने को कहा।
पुलिस आई, मेडिकल कराया और वन स्टॉप सेंटर में रखा
पुलिस मौके पर पहुंची और सोनम को तुरंत गाजीपुर के राजकीय मेडिकल कॉलेज ले गई। यहां बुखार, सिरदर्द जैसी समस्याओं के लिए प्राथमिक उपचार के बाद उसे वन स्टॉप सेंटर में रखा गया। महिला पुलिस की निगरानी में सोनम ने सुबह नाश्ता किया और कुछ देर आराम भी किया। इस दौरान इंदौर से आए भाई गोविंद को भी उससे मिलने की इजाजत नहीं दी गई।
ढाबे पर सुनाई कहानी, पुलिस को बताया- ‘लूटपाट में मारा गया पति’
ढाबे पर मौजूद साहिल यादव के मुताबिक, सोनम ने जो कहानी बताई, उसमें उसने खुद को निर्दोष बताया। उसने कहा कि मई में शादी हुई थी और वह पति राजा के साथ मेघालय घूमने गई थी। वहां कुछ बदमाशों ने जेवरात लूटने की कोशिश की। जब राजा ने विरोध किया तो उसे मार डाला गया। वह खुद बेहोश हो गई थी और उसे यह भी याद नहीं कि वह गाजीपुर कैसे पहुंच गई।
पुलिस को शक, खुद पहुंची या कोई छोड़ गया?
हालांकि पुलिस यह मानने को तैयार नहीं कि सोनम गाजीपुर तक अकेले पहुंची होगी। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि वह कैसे वहां तक आई—क्या खुद भागकर आई या किसी ने वहां लाकर छोड़ा। सोनम की मानसिक स्थिति, मोबाइल लोकेशन और ट्रांसपोर्ट मोड की जांच की जा रही है। स्थानीय पुलिस का कहना है कि हत्या की घटना चूंकि मेघालय में हुई, इसलिए वे फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं कर सकते।
मेघालय पुलिस ने लिया कब्जे में, कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड
शाम करीब 6.30 बजे मेघालय पुलिस की टीम गाजीपुर पहुंची, जिसमें दो महिला अधिकारी भी थीं। सोनम को जिला अस्पताल में मेडिकल परीक्षण के बाद रात 9 बजे भारी सुरक्षा के बीच सीजेएम कोर्ट ले जाया गया, जहां से ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद मेघालय पुलिस उसे शिलॉन्ग ले गई।