नई दिल्ली। शुक्रवार, 9 मई 2025 को शेयर बाजार लाल निशान पर बंद हुआ। सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन निवेशकों को भारी नुकसान झेलना पड़ा। सेंसेक्स 880 अंक (1.10%) गिरकर 79,454 के स्तर पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी में 266 अंकों की गिरावट देखी गई और यह 24,008 के स्तर पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के 30 में से 25 शेयरों में गिरावट

बाजार में गिरावट का मुख्य कारण वित्तीय, रियल्टी और एनर्जी सेक्टर की कमजोरी रही। ICICI बैंक में सबसे ज्यादा गिरावट (3.24%) देखने को मिली। पावर ग्रिड, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फाइनेंस, और रिलायंस जैसे दिग्गज शेयरों में भी लगभग 3% की गिरावट रही। कुल मिलाकर सेंसेक्स के 30 में से 25 शेयरों में गिरावट रही।

कुछ कंपनियों ने दिया राहत का संकेत

हालांकि गिरावट के इस माहौल में भी कुछ कंपनियों के शेयर चमके। टाइटन, लार्सन एंड टुब्रो (L\&T), टाटा मोटर्स और SBI जैसे शेयरों में 1% से लेकर 4.25% तक की बढ़त दर्ज की गई। इसने बाजार को पूरी तरह धराशायी होने से बचाए रखा।

निफ्टी में भी गिरावट का दबाव

निफ्टी के 50 में से 38 शेयरों में गिरावट देखने को मिली। सेक्टरवार विश्लेषण में रियल्टी सेक्टर में सबसे ज्यादा 2.38% की गिरावट दर्ज की गई। फाइनेंशियल सर्विसेज 1.76%, प्राइवेट बैंक 1.29% और ऑयल एंड गैस 0.78% नीचे बंद हुए।

कुछ सेक्टरों में बनी मजबूती

इस गिरावट के बीच भी कुछ सेक्टर मजबूती से टिके रहे:

  • सरकारी बैंकिंग इंडेक्स (PSU Banks): 1.59% ऊपर
  • मीडिया सेक्टर: 0.95% की बढ़त
  • कंज्यूमर ड्यूरेबल्स: 0.92% की मजबूती

विशेषज्ञों के अनुसार वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, भारत-पाक तनाव और बढ़ती क्रूड की कीमतें निवेशकों में बेचैनी का कारण बन रही हैं। साथ ही, आगामी लोकसभा चुनावों के परिणामों को लेकर भी बाजार में अस्थिरता बनी हुई है।


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