आंवला, जिसे "Indian Gooseberry" के नाम से भी जाना जाता है, एक सुपरफूड है जो विटामिन C से भरपूर होता है और इसके अनेक स्वास्थ्य लाभ हैं। आयुर्वेद में आंवला का उपयोग कई दशकों से स्वास्थ्य सुधार के लिए किया जा रहा है। आंवले का अचार, न केवल स्वाद में बढ़िया होता है, बल्कि यह सेहत के लिए भी अत्यंत लाभकारी है। आइए, जानते हैं आंवले के अचार के फायदे और उसे बनाने का तरीका।
आंवले का अचार बनाने के फायदे:
- इम्यून सिस्टम को मजबूती
आंवला विटामिन C का एक बहुत अच्छा स्रोत है, जो शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाता है। नियमित रूप से आंवले का अचार खाने से सर्दी, जुकाम जैसी मौसमी बीमारियों से बचाव होता है। - पाचन शक्ति को सुधारता है
आंवला पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है। यह पेट की समस्याओं जैसे गैस, एसिडिटी, कब्ज आदि में मदद करता है। आंवला अचार में आयुर्वेदिक गुण होते हैं, जो पाचन तंत्र को सक्रिय बनाए रखते हैं। - त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद
आंवला में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो त्वचा और बालों के लिए अत्यंत फायदेमंद होते हैं। यह त्वचा को निखारने और बालों को मजबूत बनाने में मदद करता है। इसके अलावा, यह उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करता है। - हृदय स्वास्थ्य में सुधार
आंवला रक्त संचार को बेहतर बनाता है और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करता है, जिससे दिल की बीमारी का खतरा कम होता है। - वजन नियंत्रण में सहायक
आंवला अचार में मौजूद गुण पाचन तंत्र को बेहतर बनाते हैं, जिससे शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं। यह वजन घटाने में मदद करता है। - शरीर में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण
आंवला अचार में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर में सूजन को कम करने में सहायक होते हैं। यह जोड़ों के दर्द और गठिया जैसी समस्याओं में भी राहत प्रदान करता है। - एंटी-एजिंग गुण
आंवला में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स त्वचा की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करते हैं और शरीर को अंदर से स्वस्थ बनाए रखते हैं।
/swadeshjyoti/media/post_attachments/wp-content/uploads/2024/11/DALL·E-2024-11-26-20.14.28-A-beautiful-scene-of-Indian-gooseberry-pickle-being-dried-in-the-sun-in-a-traditional-garden.-The-garden-has-lush-greenery-and-the-sun-shines-brightl.webp)
आंवले का अचार बनाने की विधि:
सामग्री:
- ताजे आंवले – 500 ग्राम
- सरसों का तेल – 150 ग्राम
- नमक – 4-5 चमच (स्वाद अनुसार)
- हल्दी – 1 चमच
- लाल मिर्च पाउडर – 1-2 चमच
- अजवाइन – 1/2 चमच
- सौंफ – 1/2 चमच
- धनिया पाउडर – 1 चमच
- कसूरी मेथी – 1 चमच
- सरसों के दाने – 1 चमच
विधि:
- आंवला की तैयारी: सबसे पहले आंवले को अच्छे से धोकर सूखा लें। फिर इन्हें उबालकर छिलका उतार लें। आप आंवले को आधे काट सकते हैं या पूरा भी रख सकते हैं।
- मसाले तैयार करना: एक पैन में सरसों के दाने, सौंफ, अजवाइन, और धनिया पाउडर को अच्छे से सेंक लें। फिर इन मसालों को मिक्सी में पीसकर पाउडर बना लें।
- अचार का मिश्रण: अब एक बड़े बर्तन में आंवले डालें और ऊपर से हल्दी, लाल मिर्च पाउडर, पिसा हुआ मसाला, कसूरी मेथी और नमक डालें। इन सबको अच्छे से मिलाकर मसाले को आंवले में लपेट लें।
- तेल का इस्तेमाल: एक कढ़ाई में सरसों का तेल गरम करें और जब तेल गरम हो जाए, तो इसे आंवले के मिश्रण में डालें। तेल को आंवले पर अच्छे से डालकर एक बार और मिलाएं।
- अचार का स्टोर करना: अब तैयार अचार को कांच की बोतल या जार में भरकर धूप में रखें। हर दिन जार को हिलाते रहें ताकि मसाले आंवले में अच्छे से घुल जाएं। लगभग 2-3 हफ्तों में आंवला का अचार तैयार हो जाएगा।
सेवन का सही तरीका:
आंवले का अचार आप दिन में 1 से 2 चमच खा सकते हैं। इसे भोजन के साथ, खासकर रोटी, पराठा, या खिचड़ी के साथ खाया जा सकता है। यह आपके पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने के साथ-साथ स्वाद भी बढ़ाता है।
नोट: आंवले का अचार नमक और मसालों से भरा होता है, इसलिए इसका सेवन संतुलित मात्रा में करें, खासकर अगर आपको उच्च रक्तचाप या पेट की समस्याएं हैं।
आंवले का अचार केवल स्वादिष्ट नहीं बल्कि आपके स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद है। इसे नियमित रूप से अपनी डाइट में शामिल करें और इसके स्वास्थ्य लाभों का अनुभव करें।
डिस्क्लेमर:
यह लेख आंवले के अचार और मुरब्बे के स्वास्थ्य लाभ और बनाने की विधि पर आधारित है। हालांकि, सभी स्वास्थ्य लाभ व्यक्तियों के शरीर की स्थिति, आहार, और जीवनशैली के अनुसार भिन्न हो सकते हैं। आंवले के अचार और मुरब्बे का सेवन कुछ स्वास्थ्य समस्याओं जैसे उच्च रक्तचाप, मधुमेह, या पेट संबंधी समस्याओं वाले व्यक्तियों के लिए सीमित हो सकता है। इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य जानकारी के रूप में है, और यदि आपको किसी विशेष स्वास्थ्य समस्या या आहार संबंधित सलाह की आवश्यकता हो, तो कृपया अपने डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ से परामर्श करें।
इस लेख में दिए गए उपायों और सुझावों का अनुसरण पूरी तरह से आपके व्यक्तिगत निर्णय और जिम्मेदारी पर आधारित है। हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश करते हैं कि सभी जानकारी सही और अद्यतन हो, लेकिन हम इसके उपयोग से उत्पन्न होने वाले किसी भी नुकसान या असुविधा के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे।
/swadeshjyoti/media/agency_attachments/2025/11/09/2025-11-09t071157234z-logo-640-swadesh-jyoti-1-2025-11-09-12-41-56.png)
/swadeshjyoti/media/agency_attachments/2025/11/09/2025-11-09t071151025z-logo-640-swadesh-jyoti-1-2025-11-09-12-41-50.png)
/swadeshjyoti/media/post_attachments/wp-content/uploads/2024/11/DALL·E-2024-11-26-20.15.09-A-serene-and-vibrant-scene-of-Indian-gooseberries-amla-being-sun-dried-in-a-traditional-garden.-The-jars-of-amla-pickle-are-arranged-on-a-wooden-tra.webp)