• बाबा धाम से लौटते वक्त हुआ हादसा, ड्राइवर को झपकी आने की आशंका, पिकअप ने बाइक सवार और राहगीर को भी कुचला

सीवान। सावन के पावन अवसर पर देवघर से जल अर्पण कर लौट रहे कांवड़ियों की पिकअप सीवान जिले के तरवारा थाना क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। यह हादसा गंडक पुल के पास उस वक्त हुआ, जब श्रद्धालुओं से भरी पिकअप गाड़ी असंतुलित होकर पलट गई। दुर्घटना में 30 से 35 लोग घायल हुए हैं, जिनमें सात की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है। हादसा बुधवार देर रात हुआ, जब श्रद्धालुओं से भरी पिकअप वाहन देवरिया जिले की ओर लौट रही थी। बताया जा रहा है कि वाहन का स्टेयरिंग फेल हो गया, जिससे ड्राइवर नियंत्रण खो बैठा और गाड़ी पलट गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसा इतना भयावह था कि कई कांवड़िए गाड़ी के नीचे दब गए और चारों ओर चीख-पुकार मच गई।

सभी श्रद्धालु देवरिया जिले के निवासी

घायलों में सभी श्रद्धालु उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के अलग-अलग गांवों से हैं, जो बाबा बैद्यनाथ धाम में जल चढ़ाने के बाद पिकअप से लौट रहे थे। हादसे में किसी के हाथ टूटे, किसी के सिर में गंभीर चोट आई। एक व्यक्ति, जो बड़हरिया का निवासी है, गाड़ी के नीचे दब गया था और उसकी स्थिति भी अत्यंत गंभीर बनी हुई है।

चाय पी रहे राहगीर और बाइक सवार भी घायल

तरवारा थाना प्रभारी रितेश मंडल ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह जानकारी मिली है कि ड्राइवर को झपकी आने के कारण यह हादसा हुआ। घटना के समय सड़क किनारे चाय पी रहा एक राहगीर और एक बाइक सवार भी पिकअप की चपेट में आ गए और गंभीर रूप से घायल हुए हैं। फिलहाल दुर्घटना के सभी पहलुओं की जांच की जा रही है और पिकअप वाहन को जब्त कर लिया गया है।

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स्थानीय लोगों ने बचाई जान, घायलों का चल रहा इलाज

घटना के बाद आसपास के लोगों ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया और सभी घायलों को सीवान सदर अस्पताल पहुंचाया गया। जहां सात लोगों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें पटना पीएमसीएच रेफर करने की तैयारी की जा रही है। अस्पताल प्रशासन के अनुसार, घायलों को प्राथमिक उपचार दिया जा रहा है और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।

सवालों के घेरे में सुरक्षा व्यवस्था

हर साल सावन माह में लाखों श्रद्धालु बाबा बैद्यनाथ धाम में जलाभिषेक के लिए जाते हैं, लेकिन बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की वापसी में परिवहन और सुरक्षा व्यवस्था लचर बनी रहती है। इस हादसे ने प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या इतनी भीड़ के बावजूद श्रद्धालुओं की यात्रा को सुरक्षित बनाए रखने के पर्याप्त इंतज़ाम नहीं किए जा सकते?

हादसे के बाद प्रशासन सक्रिय

हादसे की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंचा। घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया और इलाके की घेराबंदी की गई। जिला प्रशासन द्वारा पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है और ड्राइवर की भूमिका को लेकर भी पूछताछ की जा रही है।