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February 5, 2025 10:19 PM

मुंबई के श्री सिद्धिविनायक मंदिर में ड्रेस कोड लागू, श्रद्धालुओं के लिए नई नियमावली।

"Siddhivinayak Temple Mumbai Implements Dress Code for Visitors"

मुंबई के प्रसिद्ध और अत्यधिक पूजनीय श्री सिद्धिविनायक मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए एक नई ड्रेस कोड नीति लागू की गई है। मंदिर प्रबंधन ने स्पष्ट रूप से कहा है कि स्कर्ट, रिवीलिंग ड्रेस (खुले कपड़े) या अपयुक्त कपड़े पहनकर मंदिर में प्रवेश नहीं मिलेगा। यह नया नियम अगले हफ्ते से लागू होगा, जिससे श्रद्धालुओं को नए नियमों के मुताबिक मंदिर में प्रवेश करना होगा।

सभ्य और शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनना अनिवार्य
श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे मंदिर में आने के समय सभ्य और शरीर को पूरी तरह से ढकने वाले कपड़े पहनकर आएं। अगर कोई श्रद्धालु इन नियमों का पालन नहीं करेगा, तो उसे मंदिर परिसर के प्रभादेवी एरिया में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। यह कदम मंदिर की पवित्रता बनाए रखने और श्रद्धालुओं के बीच एक सकारात्मक माहौल बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है।

कपड़ों को लेकर पहले से उठी थी शिकायतें
मंदिर प्रबंधन का कहना है कि हर दिन देशभर से हजारों श्रद्धालु मंदिर में दर्शन करने आते हैं। इनमें से कई श्रद्धालु कपड़ों को लेकर शिकायत करते हैं, क्योंकि उनका मानना है कि पूजा स्थल पर छोटे और रिवीलिंग कपड़े पहनना अपमानजनक हो सकता है। इसके मद्देनजर मंदिर प्रशासन ने यह निर्णय लिया है ताकि धार्मिक भावनाओं को ठेस न पहुंचे और मंदिर की पवित्रता बनी रहे।

ओडिशा के जगन्नाथ मंदिर में भी लागू है ड्रेस कोड
यहां उल्लेखनीय है कि श्री सिद्धिविनायक मंदिर में ड्रेस कोड लागू करने का यह पहला उदाहरण नहीं है। इससे पहले ओडिशा के पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर में भी 1 जनवरी 2024 से ड्रेस कोड लागू किया गया था। जगन्नाथ मंदिर में भी श्रद्धालुओं को हाफ पैंट, शॉर्ट्स, फटी जींस, स्कर्ट और स्लीवलेस ड्रेस पहनकर प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाती है। इसके साथ ही मंदिर प्रशासन ने पान-गुटखा खाने और प्लास्टिक प्रोडक्ट्स का उपयोग करने पर भी प्रतिबंध लगाया है।

मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी
श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन के मुताबिक, इन नियमों का पालन कराने के लिए मंदिर के सुरक्षा बल और प्रतिहारी सेवक पूरी निगरानी करते हैं। यदि कोई श्रद्धालु इन नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसे जुर्माना भी भरना पड़ सकता है। यह कदम मंदिर की पवित्रता और अनुशासन बनाए रखने के लिए उठाया गया है, ताकि हर कोई श्रद्धा और सम्मान के साथ पूजा स्थल पर आ सके।

निष्कर्ष
श्री सिद्धिविनायक मंदिर की ओर से ड्रेस कोड लागू करने का कदम श्रद्धालुओं के धार्मिक भावनाओं का सम्मान करने और पूजा स्थल की पवित्रता बनाए रखने के लिए उठाया गया है। यह नया नियम श्रद्धालुओं को सभ्य और अनुशासित ढंग से मंदिर में प्रवेश करने के लिए प्रेरित करेगा। श्रद्धालुओं को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे नियमों का पालन करें, ताकि उन्हें मंदिर के अंदर बिना किसी रुकावट के दर्शन करने का अवसर मिले।

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