- श्रिया पिलगांवकर ने एक सशक्त पुलिस अधिकारी इंस्पेक्टर देविका के किरदार से दर्शकों को चौंकाने और प्रेरित करने की पूरी तैयारी कर ली
ज़ी5 की बहुप्रतीक्षित ओरिजिनल क्राइम थ्रिलर ‘छल कपट: द डिसेप्शन’ में अभिनेत्री श्रिया पिलगांवकर ने एक सशक्त पुलिस अधिकारी इंस्पेक्टर देविका के किरदार से दर्शकों को चौंकाने और प्रेरित करने की पूरी तैयारी कर ली है। सीरीज़ के प्रमोशन के लिए जब श्रिया लखनऊ पहुँचीं, तो उन्होंने सिर्फ एक कलाकार की तरह नहीं, बल्कि एक जिम्मेदार कलाकार के रूप में उस किरदार को आत्मसात करने का प्रयास दिखाया, जो लाखों महिलाओं की आवाज़ बन सकती है।
किरदार से जुड़ने का ज़मीन से जुड़ा सफर
लखनऊ प्रवास के दौरान श्रिया ने उत्तर प्रदेश की सशक्त महिला पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की, जिनमें एडीजी पद्मजा चौहान भी शामिल थीं। इस मुलाकात ने श्रिया के किरदार को नई दृष्टि दी। उन्होंने यूपी महिला सुरक्षा संगठन की 1090 हेल्पलाइन के संचालन और सामाजिक प्रभाव को नजदीक से देखा। इस पर श्रिया ने कहा, “यह अनुभव मेरे लिए आंखें खोल देने वाला था। 1090 जैसी हेल्पलाइन सिर्फ एक नंबर नहीं, बल्कि सैकड़ों महिलाओं की उम्मीद है। इससे इंस्पेक्टर देविका की सोच और संवेदना को मैं और अधिक गहराई से समझ पाई।” श्रिया का कहना है कि अब देविका उनके लिए महज एक स्क्रीन किरदार नहीं, बल्कि हर उस महिला की आवाज़ बन गई है जो घरेलू हिंसा, सामाजिक दबाव और मानसिक संघर्षों के बावजूद आत्मविश्वास से उठ खड़ी होती है।
जब एक शादी बनी रहस्य का केंद्र
‘छल कपट: द डिसेप्शन’ की कहानी शुरू होती है एक गांव के पारंपरिक विवाह समारोह से, जहां अलीशा अपनी तीन पुरानी सहेलियों — महक, इरा और शालू — से मिलती है। लेकिन इस खुशी के माहौल में उस वक्त सनसनी फैल जाती है, जब सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर शालू मृत पाई जाती है। शुरुआत में एक हादसा लगने वाली घटना, जल्द ही एक पेचीदा हत्या में तब्दील हो जाती है।
देविका की आँखें छल-प्रपंच को चीरती हैं
जाँच का जिम्मा मिलता है इंस्पेक्टर देविका को — एक महिला पुलिस अधिकारी जो खुद अपने अतीत के ज़ख्मों से उबर रही है। घरेलू हिंसा की शिकार रह चुकी देविका अब एक तेज़तर्रार अफसर है, जिसकी नजरें हर झूठ और चाल को पहचान सकती हैं। यही किरदार, उसके संघर्ष और संवेदना को दर्शकों तक पहुंचाता है। श्रिया के मुताबिक, “देविका को निभाना आसान नहीं था। वह नायिका नहीं, बल्कि उस सामाजिक सच्चाई की प्रतिनिधि है जिसे अक्सर पर्दे पर कम दिखाया जाता है — एक टूटी लेकिन न टूटने वाली महिला।”
एक सामाजिक संदेश के साथ थ्रिल
‘छल कपट: द डिसेप्शन’ केवल एक मर्डर मिस्ट्री नहीं, बल्कि एक संवेदनशील सामाजिक विमर्श भी है — दोस्ती में छिपे छल, सोशल मीडिया की बनावटी दुनिया, घरेलू हिंसा की अनसुनी सच्चाई और पुलिसिंग में महिलाओं की प्रभावी भूमिका का मिश्रण। इस वेब सीरीज़ से ज़ी5 एक बार फिर दर्शकों के दिल और दिमाग को झकझोरने की तैयारी में है, और श्रिया पिलगांवकर का यह रूप निश्चित रूप से उनके करियर की सबसे गहन भूमिकाओं में से एक साबित हो सकता है।