विश्व पैरा तीरंदाजी चैंपियनशिप: शीतल देवी ने जीता स्वर्ण, भारत को मिला गौरव
ग्वांगझू, 27 सितम्बर। भारतीय पैरा तीरंदाजी को एक नया गौरव दिलाते हुए शीतल देवी ने विश्व पैरा तीरंदाजी चैंपियनशिप में अपना पहला स्वर्ण पदक जीत लिया। महिला कॉम्पाउंड ओपन वर्ग के फाइनल में उन्होंने तुर्की की दिग्गज खिलाड़ी ओज़नूर क्यूरे गिरदी को 146-143 से हराकर यह उपलब्धि हासिल की।
फाइनल में दमदार प्रदर्शन
फाइनल मुकाबले में शीतल ने शुरुआत से ही संयम और आत्मविश्वास बनाए रखा। दूसरे राउंड से बढ़त लेने के बाद उन्होंने पूरे खेल पर नियंत्रण कायम रखा और तीन बार की विश्व चैंपियन तथा 2024 पेरिस पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता ओज़नूर क्यूरे गिरदी को मात दी। यह जीत भारतीय पैरा तीरंदाजी के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में दर्ज हो गई।

एक ही दिन में तीन पदक
इस स्वर्ण के अलावा शीतल ने उसी दिन दो और पदक अपने नाम किए।
- महिला कॉम्पाउंड ओपन टीम इवेंट में सरिता के साथ जोड़ी बनाकर उन्होंने रजत पदक जीता। हालांकि फाइनल में तुर्की की टीम ने उन्हें मात दी।
- मिश्रित टीम कॉम्पाउंड ओपन इवेंट में टोमन कुमार के साथ खेलते हुए उन्होंने कांस्य पदक हासिल किया। इस मुकाबले में भारतीय जोड़ी ने ग्रेट ब्रिटेन के नाथन मैकक्वीन और जोडी ग्रिनहम को हराया।
भारतीय पैरा तीरंदाजी का गौरव
शीतल देवी के इस शानदार प्रदर्शन ने भारतीय पैरा तीरंदाजी को नई ऊँचाई पर पहुँचा दिया है। उनकी जीत ने न केवल भारत का नाम अंतरराष्ट्रीय मंच पर रोशन किया बल्कि देशभर के खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों को भी प्रेरित किया।

भारतीय खेल जगत ने शीतल की इस उपलब्धि पर गर्व जताया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह सफलता न केवल पैरा तीरंदाजी को बल्कि देश की समग्र पैरा खेल परंपरा को भी मजबूती प्रदान करेगी।
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