पनामा से पाकिस्तान को कड़ा संदेश: अब हर आतंकी हमले की मिलेगी सख्त सज़ा
नई दिल्ली/पनामा।
भारत अब आतंकवाद के खिलाफ केवल प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि निर्णायक नीति के तहत कार्रवाई कर रहा है—यह स्पष्ट संदेश दिया कांग्रेस नेता शशि थरूर ने पनामा की असेंबली में। उन्होंने कहा कि भारत अब चुपचाप सहने वाला देश नहीं रहा, और “ऑपरेशन सिंदूर” जैसी कार्रवाइयां मजबूरी नहीं, ज़रूरी हैं।
थरूर इन दिनों एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं, जिसमें भाजपा, कांग्रेस और अन्य दलों के सांसद शामिल हैं। उनका मकसद है दुनिया को दिखाना कि भारत की आतंक विरोधी नीति कोई पार्टी विशेष नहीं, बल्कि पूरे देश की सामूहिक इच्छाशक्ति है।
भारत की सख्त चेतावनी – अब हर आतंकी हमला पड़ेगा भारी
थरूर ने बताया कि “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा पार कर पाकिस्तान के भीतर 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया। यह कार्रवाई सिर्फ LoC तक सीमित नहीं रही, बल्कि अंतरराष्ट्रीय सीमा में भी घुसकर की गई, जो भारत की बदलती रणनीति का संकेत है।
उन्होंने कहा, “भारत 1989 से आतंकी हमले सहता आया है, लेकिन अब स्थिति बदल गई है। अब हर हमले का जवाब निर्णायक और घातक होगा।”
अंतरराष्ट्रीय समर्थन का प्रयास: पनामा और गुयाना भी साथ
पनामा की असेंबली अध्यक्ष डाना कास्टानेडा ने भारत के इस रुख का समर्थन किया और कहा कि “आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय सहयोग ज़रूरी है।” इससे पहले थरूर की टीम गुयाना भी गई थी, जहां उन्होंने प्रधानमंत्री से मुलाकात की और स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लिया।
गुयाना में भी आतंकवाद भारत की चर्चा का प्रमुख मुद्दा रहा। थरूर ने कहा था, “भारत लड़ाई नहीं चाहता, लेकिन अगर हमला हुआ तो जवाब और भी तीव्र होगा।”

विपक्ष भी सरकार के साथ, सुरक्षा पर एकजुट भारत
थरूर ने जोर दिया कि राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे विषयों पर राजनीतिक मतभेद अप्रासंगिक हैं। उन्होंने कहा, “हमारी विचारधाराएं भिन्न हो सकती हैं, लेकिन जब बात देश की सुरक्षा की हो, तो हम सब एक स्वर में बोलते हैं।”
थरूर की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब आतंकी हमलों और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर वैश्विक राजनीति में भारत की स्थिति पर नजरें टिकी हैं।
स्वदेश ज्योति के द्वारा और भी दिलचस्प खबरें आपके लिए… सिर्फ़ स्वदेश ज्योति पर!