26 नवंबर 2024 को भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बाद मामूली गिरावट के साथ कारोबार समाप्त हुआ। यह दिन कई सेक्टर्स के मिले-जुले प्रदर्शन और वैश्विक कारकों के असर के कारण निवेशकों के लिए सतर्कता भरा रहा।

सेंसेक्स और निफ्टी की स्थिति

  • सेंसेक्स: 105 अंक गिरकर 80,004 पर बंद हुआ।
  • निफ्टी: 27 अंक की गिरावट के साथ 23,962 पर समाप्त हुआ।
  • बीएसई स्मॉलकैप: बड़े इंडेक्स के विपरीत, यह 333 अंक चढ़ा, जो छोटे और मध्यम निवेशकों की रुचि को दर्शाता है।

प्रमुख कारण और सेक्टोरल प्रदर्शन

  1. वैश्विक बाजारों का प्रभाव:
    एशियाई और अमेरिकी बाजारों में मिलाजुला प्रदर्शन हुआ। विदेशी निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया, जिसका असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा।
  2. आईटी और पावर सेक्टर में मजबूती:
  • पावर ग्रिड: सकारात्मक परिणामों के चलते 4% की बढ़त दर्ज की।
  • आईटी सेक्टर: इंफोसिस और टीसीएस जैसी कंपनियों ने बाजार को कुछ हद तक संभाला।
  1. मेटल और पेंट सेक्टर में गिरावट:
  • एशियन पेंट्स ने कमजोर तिमाही परिणामों के कारण 8% की गिरावट देखी।
  • मेटल शेयरों पर दबाव बना रहा, जहां टाटा स्टील और जेएसडब्ल्यू स्टील ने नुकसान दर्ज किया।

तकनीकी विश्लेषण और संभावित रुझान

विश्लेषकों का मानना है कि निफ्टी 23,800 से 24,500 के बीच समेकन (consolidation) की स्थिति में रह सकता है।

  • समर्थन स्तर: 23,800
  • प्रतिरोध स्तर: 24,500

साप्ताहिक दृष्टिकोण

आने वाले दिनों में अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति और वैश्विक बाजारों के संकेत भारतीय बाजार को प्रभावित कर सकते हैं। इसके साथ ही, घरेलू कंपनियों के तिमाही परिणाम भी प्रमुख भूमिका निभाएंगे।

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