शनि वक्री 2025: 13 जुलाई से मीन राशि में उल्टी चाल, जानें 12 राशियों पर असर
नई दिल्ली।
13 जुलाई 2025 से न्याय के देवता शनि मीन राशि में वक्री होने जा रहे हैं। सुबह 7 बजकर 24 मिनट पर शनि अपनी उल्टी चाल शुरू करेंगे और यह वक्री अवस्था 138 दिनों तक, यानी 28 नवंबर 2025 तक जारी रहेगी। यह कालखंड वैदिक ज्योतिष के अनुसार अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि शनि जब भी वक्री होते हैं, तो सभी राशियों के जीवन में गहराई से प्रभाव डालते हैं — चाहे वह कैरियर हो, स्वास्थ्य, संबंध या वित्त।
🌑 शनि की वक्री चाल का ज्योतिषीय महत्व
शनि को वैदिक ज्योतिष में ‘कर्मों का दंडाधिकारी’ माना जाता है। यह ग्रह हर व्यक्ति को उसके कर्मों का उचित फल देता है — अच्छे या बुरे। शनि की गति धीमी होती है, और जब वे वक्री होते हैं, तो उनकी ऊर्जा और भी तीव्र हो जाती है।
शनि 29 मार्च 2025 को अपनी स्वयं की राशि कुंभ को छोड़कर मीन में प्रवेश कर चुके हैं। अब जुलाई से नवंबर तक उनकी वक्री चाल (retrograde motion) आरंभ हो रही है। यह समय कालखंड व्यक्ति की अनुशासन, आत्मविश्लेषण, जिम्मेदारी और पुराने कर्मों से संबंधित परिणाम सामने लाने वाला हो सकता है।

🌀 क्या है वक्री शनि और क्यों होता है असरदार?
जब कोई ग्रह उल्टी दिशा में (दृष्टिगत) चलने लगता है, तो उसे वक्री कहा जाता है। शनि की वक्री चाल विशेष रूप से इसलिए महत्वपूर्ण मानी जाती है क्योंकि यह लोगों को आत्मनिरीक्षण, अधूरे कार्यों की पूर्ति, कर्जों के भुगतान और जीवन की सच्चाई को स्वीकारने के लिए मजबूर कर देता है।

🌟 राशियों पर प्रभाव
♈ मेष (Aries):
इस अवधि में मानसिक तनाव बढ़ सकता है। परिवार या करियर में दबाव महसूस हो सकता है। कर्ज से बचें। स्वास्थ्य को लेकर लापरवाही न करें।
♉ वृषभ (Taurus):
वक्री शनि आपके लाभ भाव में है। पुराने प्रोजेक्ट्स से मुनाफा हो सकता है लेकिन नई शुरुआत से बचें। पुराने मित्रों से टकराव संभव है।
♊ मिथुन (Gemini):
कार्यस्थल पर सतर्कता जरूरी है। बॉस या वरिष्ठ अधिकारियों से गलतफहमी हो सकती है। खर्चों में वृद्धि होगी।
♋ कर्क (Cancer):
विदेश यात्रा या उच्च शिक्षा के अवसरों में रुकावटें आ सकती हैं। गुरुजनों या पिता से टकराव से बचें। आध्यात्मिकता में रुचि बढ़ेगी।
♌ सिंह (Leo):
संभव है कि यह समय मानसिक और भावनात्मक स्तर पर चुनौतीपूर्ण हो। अचानक धन हानि या टैक्स से संबंधित मामले परेशान कर सकते हैं।
♍ कन्या (Virgo):
शादीशुदा जीवन में उतार-चढ़ाव रहेगा। पार्टनर के साथ समझदारी से व्यवहार करें। बिजनेस पार्टनर से मतभेद हो सकते हैं।
♎ तुला (Libra):
कामकाज में अचानक परिवर्तन हो सकता है। सेहत की अनदेखी न करें। पेट संबंधी बीमारियों से बचें।
♏ वृश्चिक (Scorpio):
प्रेम संबंधों में गलतफहमियों से दूर रहें। बच्चों के भविष्य को लेकर चिंता हो सकती है। सृजनात्मक कामों में रुकावट संभव है।
♐ धनु (Sagittarius):
घर-परिवार में विवाद हो सकता है। प्रॉपर्टी से जुड़े मामलों में सावधानी रखें। पुराने विवाद फिर से सामने आ सकते हैं।
♑ मकर (Capricorn):
छोटी यात्राएं लाभदायक होंगी। लेकिन भाई-बहनों से मतभेद हो सकता है। संचार में सावधानी रखें।
♒ कुंभ (Aquarius):
शनि आपकी राशि स्वामी हैं, अतः वक्री प्रभाव और भी विशेष रहेगा। आर्थिक मामलों में उतार-चढ़ाव रहेगा। आत्मविश्वास बनाए रखें।
♓ मीन (Pisces):
शनि आपकी राशि में वक्री होंगे, इसलिए यह समय आत्मविश्लेषण, स्वास्थ्य और मानसिक शांति के लिए चुनौतीपूर्ण रहेगा। संयम बनाए रखें, योग और ध्यान सहायक होंगे।
🔮 इस वक्री शनि से कैसे बचाव करें?
- शनिवार को शनि मंत्र का जाप करें – “ॐ शं शनैश्चराय नमः”
- काले तिल और काली उड़द का दान करें
- गरीबों और बुजुर्गों की सेवा करें
- न्यायप्रिय और ईमानदार बनें – क्योंकि शनि सच्चाई और कर्तव्य के ग्रह हैं
🌐 देश और समाज पर असर
शनि की वक्री चाल का असर केवल व्यक्ति विशेष पर नहीं, बल्कि समाज, राजनीति और वैश्विक घटनाओं पर भी पड़ेगा। इस दौरान कानूनी विवाद, प्रशासनिक फेरबदल, प्राकृतिक आपदाएं, और आर्थिक बदलाव सामने आ सकते हैं।
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