सेंसेक्स-निफ्टी में उतार-चढ़ाव: दूसरे कारोबारी दिन 350 अंकों की गिरावट, निवेशकों में सतर्कता

मुंबई। हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन यानी मंगलवार, 2 सितंबर को भारतीय शेयर बाजार में सुबह की मजबूती के बाद अचानक कमजोरी देखने को मिली। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 350 अंक गिरकर 80,000 के स्तर पर आ गया, जबकि निफ्टी भी उतार-चढ़ाव के बाद 24,540 पर कारोबार कर रहा है।

सेंसेक्स और निफ्टी की स्थिति

सेंसेक्स के 30 शेयरों में से केवल 8 में तेजी रही, जबकि 22 लाल निशान पर कारोबार कर रहे हैं। सबसे ज्यादा दबाव एशियन पेंट्स, अडाणी पोर्ट्स और महिंद्रा के शेयरों पर देखा गया, जिनमें 2% तक की गिरावट आई। वहीं पावर ग्रिड, एनटीपीसी और हिंदुस्तान यूनिलीवर जैसे शेयरों में 1% से ज्यादा की तेजी दर्ज की गई।
निफ्टी के 50 शेयरों में से 24 हरे निशान में और 26 लाल निशान में रहे। ऑटो, आईटी, फार्मा, बैंकिंग और हेल्थकेयर इंडेक्स पर दबाव दिखा, जबकि रियल्टी, मीडिया, मेटल, एफएमसीजी और ऑयल-गैस इंडेक्स में मजबूती देखने को मिली।

वैश्विक बाजार का असर

वैश्विक स्तर पर भी निवेशकों में मिश्रित रुख देखने को मिला। एशियाई बाजारों में जापान का निक्केई 0.25% की तेजी के साथ 42,292 पर कारोबार कर रहा है। दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.66% की बढ़त के साथ 3,163 पर है। इसके विपरीत, हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग इंडेक्स 0.082% गिरकर 25,596 पर और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.91% टूटकर 3,876 पर पहुंच गया।
अमेरिकी बाजार भी कमजोरी के साथ बंद हुए। 29 अगस्त को डाउ जोन्स 0.20% गिरकर 45,545 पर बंद हुआ। नैस्डेक कंपोजिट में 1.15% और एसएंडपी 500 में 0.64% की गिरावट दर्ज हुई।

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निवेशकों की खरीद-बिक्री

विदेशी और घरेलू निवेशकों की गतिविधियों ने बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाई है।

  • 1 सितंबर को:
  • विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने 1,429.71 करोड़ रुपए के शेयर बेचे।
  • घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने 4,344.93 करोड़ रुपए की नेट खरीदारी की।
  • अगस्त में:
  • एफआईआई ने कुल 46,902.92 करोड़ रुपए के शेयर बेचे।
  • वहीं, डीआईआई ने 94,828.55 करोड़ रुपए की खरीदारी कर बाजार को सहारा दिया।

सोमवार को रही थी जोरदार तेजी

हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सोमवार, 1 सितंबर को बाजार में जबरदस्त तेजी रही। सेंसेक्स 555 अंक उछलकर 80,364 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 198 अंक चढ़कर 24,625 तक पहुंचा।
सेंसेक्स के 30 में से 23 शेयर हरे निशान में रहे। महिंद्रा और टाटा मोटर्स समेत 16 कंपनियों के शेयरों में 1.15% से लेकर 3.50% तक की मजबूती रही। हालांकि, सन फार्मा 2% तक टूटा।
निफ्टी के 50 शेयरों में से 42 में तेजी रही। एनएसई के ऑटो इंडेक्स में 2.80%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 2.08%, फाइनेंशियल सर्विसेज में 1.81%, मेटल में 1.64% और आईटी इंडेक्स में 1.59% की मजबूती रही। वहीं, मीडिया और फार्मा सेक्टर में कमजोरी रही।

निवेशकों में असमंजस

विश्लेषकों का मानना है कि घरेलू स्तर पर मजबूत आर्थिक संकेतकों और डीआईआई की सक्रियता ने बाजार को सहारा दिया है, लेकिन विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली चिंता का कारण बनी हुई है। वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता और अमेरिकी शेयर बाजार की कमजोरी का भी असर भारतीय बाजार पर पड़ा है।

विशेषज्ञों के अनुसार, आने वाले दिनों में बाजार की दिशा मुख्य रूप से विदेशी निवेशकों की गतिविधियों, वैश्विक संकेतों और घरेलू आर्थिक आंकड़ों पर निर्भर करेगी। फिलहाल निवेशकों को सतर्क रहकर निवेश की सलाह दी जा रही है।