मुंबई। सोमवार, 28 जुलाई को शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स 600 अंकों की गिरावट के साथ 80,850 के स्तर पर कारोबार कर रहा है, जबकि निफ्टी में 160 अंकों की गिरावट आई और यह 24,650 के स्तर पर आ गया। बाजार में यह गिरावट व्यापक स्तर पर देखने को मिल रही है, जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई है।
19 कंपनियों के शेयरों में गिरावट, कोटक बैंक का सबसे ज्यादा नुकसान
सेंसेक्स के 30 में से 19 कंपनियों के शेयर गिरावट में रहे, जबकि 11 में थोड़ी बहुत तेजी रही। कोटक महिंद्रा बैंक का शेयर सबसे अधिक 7.10% तक गिरा, जिससे बाजार पर दबाव और बढ़ा। इसके अलावा, प्रमुख आईटी कंपनियों टीसीएस और इंफोसिस के शेयरों में भी गिरावट देखी गई, ये लगभग 1.5% तक टूटे। वहीं, टाटा मोटर्स और बजाज फिनसर्व जैसे कुछ शेयरों ने थोड़ी राहत दी और 1.4% तक की तेजी दर्ज की।
निफ्टी में 32 शेयरों में गिरावट, सभी सेक्टर्स प्रभावित
निफ्टी के 50 शेयरों में से 32 में गिरावट और केवल 18 में तेजी देखी गई। खास बात यह रही कि एनएसई के सभी सेक्टोरल इंडेक्स में गिरावट रही। रियल्टी सेक्टर में सबसे अधिक 3.50% की गिरावट दर्ज की गई। इसके अलावा, प्राइवेट बैंकिंग, आईटी और मीडिया सेक्टर में भी 2% तक की गिरावट दर्ज की गई।

विदेशी निवेशकों की बिकवाली से बाजार पर दबाव
विशेषज्ञों का मानना है कि शेयर बाजार में यह गिरावट मुख्य रूप से विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) द्वारा की जा रही बिकवाली के कारण है। 25 जुलाई को FIIs ने लगभग 1,980 करोड़ रुपए के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने लगभग 2,139 करोड़ रुपए की खरीदारी की।
जुलाई माह में अब तक FIIs कुल 30,508 करोड़ रुपए के शेयर बेच चुके हैं, वहीं DIIs ने इस दौरान 39,825 करोड़ रुपए की खरीदारी की है। इससे यह स्पष्ट होता है कि विदेशी निवेशकों का रुख नकारात्मक बना हुआ है, जो बाजार पर भारी दबाव बना रहा है।
पिछले सप्ताह भी रहा गिरावट का रुख
शुक्रवार, 25 जुलाई को भी बाजार में गिरावट देखी गई थी, जब सेंसेक्स 721 अंकों की गिरावट के साथ 81,463 पर बंद हुआ था। वहीं, निफ्टी 225 अंकों की गिरावट के साथ 24,837 पर बंद हुआ था। उस दिन सेंसेक्स के 30 में से 29 शेयरों में गिरावट रही थी। बजाज फाइनेंस का शेयर सबसे अधिक 4.78% टूटा था, जबकि टेक महिंद्रा, पावर ग्रिड और बजाज फिनसर्व जैसे शेयरों में भी 1% से 2.6% तक की गिरावट रही।
निफ्टी में भी हालात कुछ ऐसे ही रहे — 50 में से 43 शेयरों में गिरावट और केवल 7 शेयरों में तेजी आई। मीडिया, सरकारी बैंकिंग, मेटल, आईटी और ऑटो सेक्टर में व्यापक गिरावट दर्ज की गई, जबकि केवल फार्मा सेक्टर 0.54% की हल्की बढ़त के साथ बंद हुआ।

वैश्विक बाजारों में भी मिला-जुला रुख
वैश्विक बाजारों की बात करें तो एशियाई बाजारों में मिला-जुला कारोबार देखने को मिला। जापान का निक्केई इंडेक्स 0.74% गिरकर 41,148 के स्तर पर कारोबार कर रहा है, जबकि कोरिया का कोस्पी 0.15% की मामूली बढ़त के साथ 3,191 पर रहा। वहीं, हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग इंडेक्स 0.38% की तेजी और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.17% की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं।
25 जुलाई को अमेरिकी बाजारों में तेजी देखने को मिली थी। डाउ जोन्स 0.47% की तेजी के साथ 44,694 पर बंद हुआ। नैस्डेक कंपोजिट 0.24% चढ़कर 21,058 और S\&P 500 भी 0.40% की तेजी के साथ 6,389 पर बंद हुआ।
विशेषज्ञों की राय
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि फिलहाल बाजार में अस्थिरता बनी रहेगी। विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली, वैश्विक बाजारों की अनिश्चितता और घरेलू स्तर पर IT व बैंकिंग सेक्टर में कमजोरी के कारण निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत है।
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