Trending News

April 18, 2025 4:26 PM

उत्तर भारत में प्रचंड गर्मी का कहर: दिल्ली, यूपी, हिमाचल तक लू की मार

  • 40 डिग्री के पार पहुंचा पारा, पहाड़ी राज्यों में भी तपन तेज
  • हिमाचल प्रदेश में भी तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया

नई दिल्ली। उत्तर भारत इन दिनों भीषण गर्मी की चपेट में है। राजधानी दिल्ली से लेकर उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और मध्य प्रदेश तक लू की लहर ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। हैरानी की बात यह है कि अब तक गर्मी से राहत देने वाले पहाड़ी इलाके हिमाचल प्रदेश में भी तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे तक राहत की कोई संभावना नहीं जताई है और यलो अलर्ट जारी किया गया है।

दिल्ली में पहली बार सीजन का तापमान 40 पार

राजधानी दिल्ली में सोमवार को इस सीजन का अब तक का सबसे गर्म दिन रहा। तेज धूप और गर्म हवाओं ने लोगों को घरों में रहने पर मजबूर कर दिया। मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया। साथ ही 8 से 14 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली गर्म हवाओं ने स्थिति को और खराब कर दिया।

उत्तर प्रदेश: झांसी-हमीरपुर सबसे गर्म

यूपी में भी लू के तेवर देखते ही बन रहे हैं। झांसी और हमीरपुर में सोमवार को पारा 42.2 डिग्री तक पहुंच गया। लखनऊ का तापमान 39.2 डिग्री रहा, जबकि वाराणसी, आगरा, प्रयागराज, अलीगढ़, फुरसतगंज और अन्य जिलों में भी तापमान 40 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया। कई जिलों में लू को लेकर रेड अलर्ट जारी है। हालांकि, पूर्वी यूपी के कुछ हिस्सों में हल्की बूंदाबांदी की संभावना जताई गई है, जिससे थोड़ी राहत मिल सकती है।

हिमाचल में भी गर्मी के रिकॉर्ड टूटने लगे

पहाड़ों पर भी गर्मी का असर तेजी से देखने को मिल रहा है। धर्मशाला, सुंदरनगर और भुंतर जैसे इलाकों में सोमवार को तापमान सामान्य से 6 से 7 डिग्री अधिक रहा। ऊना में पारा 36.8 डिग्री तक पहुंच गया, जो अब तक का सबसे गर्म तापमान है। कांगड़ा, मंडी और हमीरपुर जैसे क्षेत्रों में भी लू जैसी स्थिति बन गई है।

जलवायु परिवर्तन और पश्चिमी विक्षोभ की कमी मुख्य कारण

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, इस बार अप्रैल की शुरुआत में ही पड़ रही भारी गर्मी के पीछे जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग की प्रमुख भूमिका है। इसके अलावा, पश्चिमी विक्षोभ की अनुपस्थिति और लगातार शुष्क मौसम भी इसके पीछे जिम्मेदार हैं। मार्च में सामान्य से 90% कम बारिश हुई, और अप्रैल में अभी तक एक बूंद भी नहीं गिरी है। दक्षिण-पूर्वी हवाएं और राजस्थान की ओर से आ रही गर्म लहरें भी तापमान बढ़ा रही हैं।

Share on facebook
Share on twitter
Share on linkedin
Share on whatsapp
Share on telegram