August 2, 2025 5:10 AM

सावन का तीसरा सोमवार: शिवालयों में उमड़े श्रद्धालु, गूंजे हर-हर महादेव के जयघोष, रुद्राभिषेक से शिवधामों में फैली भक्तिभावना

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सावन के तीसरे सोमवार को शिवालयों में रुद्राभिषेक, भोपाल और सीहोर के मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़

भोपाल। श्रावण मास के तीसरे सोमवार को भोपाल सहित आसपास के शिवालयों में श्रद्धा और भक्ति की अनुपम छटा देखने को मिली। सुबह से ही शिव मंदिरों में रुद्राभिषेक और विशेष पूजन की तैयारियों के बीच भक्तों की लंबी कतारें लगी रहीं। भोपाल के प्रसिद्ध गुफा मंदिर, बड़वाले महादेव मंदिर, प्लेटिनम प्लाजा स्थित मां वैष्णो धाम, सीहोर स्थित कुबेश्वर धाम और भोजपुर महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा।

शिवभक्तों ने किया जल-दूध से रुद्राभिषेक, लगे हर-हर महादेव के जयकारे

सावन सोमवार के पावन अवसर पर राजधानी के मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालु गंगा जल, दूध, दही, घी, शहद, शकर, भांग और फलों के रस से भगवान शिव का रुद्राभिषेक कर रहे हैं। भक्तों ने पूरे वैदिक विधान से शिवलिंग का स्नान कराया और बिल्वपत्र, फूल-माला अर्पित की। मंदिर परिसर “हर-हर महादेव”, “बोल बम” और “ऊँ नमः शिवाय” के जयघोष से गूंजते रहे।

विशेष रूप से कुबेश्वरधाम और भोजपुर महादेव मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी, जहां सुबह से लेकर दोपहर तक लंबी कतारें लगी रहीं। श्रद्धालुओं ने धैर्य के साथ लाइन में लगकर भगवान शंकर के दर्शन किए।

मां वैष्णो धाम में हुआ विशेष रुद्राभिषेक

प्लेटिनम प्लाजा स्थित मां वैष्णो धाम आदर्श नो दुर्गा मंदिर में श्रावण सोमवार के उपलक्ष्य में भगवान पशुपतिनाथ का विशेष रुद्राभिषेक किया गया। मंदिर व्यवस्थापक पंडित चंद्रशेखर तिवारी ने बताया कि नौ वर्षों से लगातार चल रही परंपरा के तहत प्रतिदिन सुबह 9 बजे रुद्राभिषेक होता है, लेकिन श्रावण मास में इसे विशेष रूप दिया जाता है।

इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने भगवान शिव का 21 लीटर दूध, पंचामृत और फलों के रस से स्नान कराकर रुद्राभिषेक किया। वैदिक मंत्रोच्चार और ढोल-नगाड़ों की गूंज के बीच श्रद्धालुओं ने भगवान शिव की आरती की और परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।

वैदिक रीति से हो रही शिव पूजा, पंडितों की देखरेख में विधिपूर्वक आयोजन

श्रावण महोत्सव के अंतर्गत मंदिरों में प्रतिदिन ब्राह्मणों द्वारा वैदिक रीति से रुद्राभिषेक की व्यवस्था की गई है। प्रत्येक सोमवार को विशेष सामग्री जैसे भस्म, बेलपत्र, फूल, पंचामृत और फलों के रस से अभिषेक किया जा रहा है। महिलाएं, पुरुष, बच्चे और बुजुर्ग श्रद्धा से सिर झुकाकर बाबा भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं।

शिव पुराण के अनुसार रुद्राभिषेक का विशेष महत्व

पंडित चंद्रशेखर तिवारी के अनुसार, शिव पुराण में वर्णित है कि यदि किसी शिवलिंग पर लगातार तीन वर्षों तक नित्य रुद्राभिषेक किया जाए, तो भगवान शिव स्वयं ज्योतिर्लिंग रूप में प्रकट होकर भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। इसी विश्वास के साथ श्रद्धालु नियमित रूप से शिवलिंग का अभिषेक कर रहे हैं।

रक्षाबंधन पर होगा सावन महोत्सव का समापन

श्रावण मास का यह धार्मिक आयोजन श्रावण पूर्णिमा के दिन, रक्षाबंधन पर्व के साथ समापन को पहुंचेगा। समापन के दिन विशेष हवन, पूजन और भंडारे का आयोजन किया जाएगा। आयोजकों के अनुसार, रक्षाबंधन के दिन अंतिम सोमवार को श्रद्धालुओं के लिए विशेष भक्ति कार्यक्रम और प्रसाद वितरण की व्यवस्था रहेगी।



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