October 28, 2025 12:37 AM

सतना में मुंबई-भागलपुर एक्सप्रेस की कपलिंग टूटी, तीन बोगियां ट्रेन से अलग हुईं — बड़ा हादसा टला

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सतना में मुंबई-भागलपुर एक्सप्रेस की कपलिंग टूटी, तीन बोगियां अलग — बड़ा हादसा टला

सतना। मध्यप्रदेश के सतना जिले में रविवार और सोमवार की दरमियानी रात एक बड़ी रेल दुर्घटना टल गई। मानिकपुर रेलखंड के मझगवां और ठिकरिया स्टेशन के बीच मुंबई से भागलपुर जा रही लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 12336) की कपलिंग अचानक टूट गई, जिससे ट्रेन की तीन बोगियां मुख्य रेक से अलग हो गईं। हादसा रात करीब 2:54 बजे हुआ, लेकिन सौभाग्य से ट्रेन कॉशन गति (सावधानीपूर्वक गति) पर मात्र 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी, जिसके कारण कोई जनहानि नहीं हुई।

घटना के तुरंत बाद रेलवे के अधिकारी, आरपीएफ, जीआरपी और तकनीकी अमला मौके पर पहुंचा और राहत कार्य शुरू किया गया। एस-1 कोच, एक जनरल बोगी और गार्ड यान को अलग कर यात्रियों को सुरक्षित दूसरे कोचों में स्थानांतरित किया गया। जांच और तकनीकी सुधार के बाद सोमवार सुबह करीब 7:00 बजे ट्रेन को पुनः भागलपुर की ओर रवाना किया गया।

धीमी रफ्तार ने टाला बड़ा हादसा

रेलवे अधिकारियों के अनुसार, रात के समय ट्रेन सतना से मानिकपुर की ओर बढ़ रही थी। जब ट्रेन मझगवां और ठिकरिया स्टेशन के बीच पहुंची, तभी एस-1 कोच का कपलर अचानक टूट गया। इसके चलते एक जनरल बोगी और गार्ड वैन सहित तीन डिब्बे ट्रेन से अलग होकर करीब 100 मीटर पीछे रह गए। ट्रेन का वायु दबाव (एयर प्रेशर) अचानक कम होने से ऑटोमैटिक ब्रेक लग गए और पूरी ट्रेन रुक गई।

अधिकारियों ने बताया कि उस समय ट्रैक पर कॉशन जारी था, इसलिए ट्रेन की रफ्तार बहुत कम रखी गई थी। यही सावधानी बड़ी दुर्घटना को टालने में सहायक बनी। यदि ट्रेन की गति अधिक होती, तो यह हादसा गंभीर रूप ले सकता था।

रेलवे अधिकारियों ने मौके पर संभाली स्थिति

घटना की सूचना मिलते ही एरिया मैनेजर नरेश सिंह, स्टेशन मास्टर अब्दुल मतीन, कॉमर्शियल विभाग, सीएनडब्ल्यू स्टाफ, आरपीएफ और जीआरपी की टीमें मौके पर पहुंचीं। तकनीकी टीम ने तुरंत ट्रैक और कोचों की स्थिति का निरीक्षण किया।
तकनीकी जांच के दौरान पता चला कि एस-1 कोच की कपलिंग के जोड़ (जॉइंट) में यांत्रिक गड़बड़ी उत्पन्न हुई थी, जिसके कारण यह टूट गई। टीम ने एस-1 कोच को स्थायी रूप से ट्रेन से अलग किया और अन्य दो जनरल बोगियों को सुरक्षित रूप से पुनः जोड़कर ट्रेन को रवाना किया।

एरिया मैनेजर नरेश सिंह ने बताया कि सभी यात्री सुरक्षित हैं और किसी को भी चोट नहीं आई है। उन्होंने कहा कि प्राथमिक जांच में तकनीकी खराबी की पुष्टि हुई है, लेकिन विस्तृत जांच के आदेश दे दिए गए हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

यात्रियों की सुरक्षित निकासी और राहत कार्य

घटना के बाद यात्रियों में हल्की अफरा-तफरी मच गई, लेकिन रेलवे कर्मियों ने संयम से स्थिति संभाली। एस-1 कोच के यात्रियों को अन्य बोगियों में सुरक्षित स्थानांतरित किया गया। रेलवे कर्मचारियों ने पूरी रात राहत कार्य में लगे रहकर यह सुनिश्चित किया कि किसी यात्री को असुविधा न हो।

सुबह तक ट्रैक पर यातायात बहाल कर दिया गया और डाउन लाइन को सामान्य रूप से शुरू किया गया। ट्रेन सुबह सात बजे भागलपुर के लिए पुनः रवाना हुई।

जांच और जिम्मेदारी तय करने के निर्देश

रेलवे प्रशासन ने इस घटना को गंभीर मानते हुए जांच के आदेश जारी किए हैं। अधिकारियों ने कहा कि यह मामला तकनीकी विफलता से जुड़ा है, लेकिन जांच के बाद स्पष्ट होगा कि कहीं रखरखाव (मेंटेनेंस) में लापरवाही तो नहीं हुई।
उत्तर मध्य रेलवे ज़ोन ने संबंधित इंजीनियरिंग विभाग से रिपोर्ट मांगी है और कपलिंग सिस्टम की व्यापक जांच करने के निर्देश दिए हैं।

यात्रियों में राहत, रेलवे की तत्परता सराही गई

यात्रियों ने रेलवे की त्वरित प्रतिक्रिया और सुरक्षा व्यवस्था की सराहना की। कई यात्रियों ने बताया कि घटना के बाद ट्रेन स्टाफ ने पूरी जिम्मेदारी से कार्य किया और किसी तरह की घबराहट नहीं फैलने दी। यात्रियों को पेयजल और अन्य आवश्यक सहायता दी गई।

रेल सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि यह घटना सतर्क संचालन का प्रमाण है — यदि ट्रेन अधिक रफ्तार पर होती तो स्थिति भिन्न हो सकती थी। अब रेलवे इस पूरी घटना का तकनीकी ऑडिट कर रहा है ताकि भविष्य में किसी प्रकार की दुर्घटना की संभावना को समाप्त किया जा सके।

सतना रेलखंड पर यह घटना इस बात का स्मरण कराती है कि रेलवे में सुरक्षा और रखरखाव को सर्वोच्च प्राथमिकता देना आवश्यक है। इस पूरे मामले में कोई जनहानि न होना प्रशासन और कर्मचारियों की तत्परता का परिणाम है।

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