सतीश गोलचा होंगे दिल्ली के नए पुलिस आयुक्त, जानें उनका अनुभव और चुनौतियां
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली को नया पुलिस आयुक्त मिल गया है। गृह मंत्रालय ने गुरुवार को आदेश जारी करते हुए 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी और वर्तमान में दिल्ली जेल महानिदेशक (डीजी जेल) पद पर कार्यरत सतीश गोलचा को दिल्ली का अगला पुलिस आयुक्त नियुक्त किया है। आदेश के अनुसार, उनका कार्यकाल पदभार ग्रहण करने के साथ ही शुरू होगा। वे मौजूदा समय में अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे एसबीके सिंह का स्थान लेंगे।
लंबा प्रशासनिक अनुभव
सतीश गोलचा अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिज़ोरम और केंद्र शासित प्रदेश (एजीएमयूटी) कैडर के वरिष्ठ अधिकारी हैं। उन्होंने अपने तीन दशक लंबे करियर में कई अहम जिम्मेदारियां संभाली हैं। दिल्ली पुलिस में वे डीसीपी, जॉइंट सीपी और स्पेशल सीपी जैसे पदों पर रहे हैं। उनका अनुभव न केवल कानून-व्यवस्था संभालने में है बल्कि खुफिया सूचनाओं और संवेदनशील हालात से निपटने का भी रहा है।
खुफिया तंत्र और दंगों से निपटने का अनुभव
गोलचा विशेष रूप से तब चर्चा में आए जब उन्हें स्पेशल सीपी (इंटेलिजेंस) के पद पर रहते हुए उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों के दौरान कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। उस समय हालात बेहद तनावपूर्ण थे और प्रशासन पर भारी दबाव था। गोलचा ने पुलिस बल का नेतृत्व करते हुए कई क्षेत्रों में हालात को काबू में किया और खुफिया नेटवर्क को सक्रिय रखते हुए संभावित घटनाओं पर नजर बनाए रखी।
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अरुणाचल प्रदेश के डीजीपी भी रहे
दिल्ली पुलिस के अलावा वे अरुणाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) भी रह चुके हैं। वहां रहते हुए उन्होंने सीमा क्षेत्रों में कानून-व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूती देने पर काम किया। अरुणाचल जैसे संवेदनशील राज्य में सुरक्षा बलों का समन्वय, नशीली दवाओं और हथियारों की तस्करी पर नियंत्रण और सीमाई इलाकों में शांति व्यवस्था कायम करना उनके लिए बड़ी चुनौती थी।
दिल्ली जेल महानिदेशक के रूप में कार्य
पुलिस आयुक्त नियुक्त होने से पहले वे दिल्ली के जेल महानिदेशक के रूप में कार्य कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने तिहाड़ समेत अन्य जेलों में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की, कैदियों के पुनर्वास और जेल सुधार की दिशा में कई पहलें कीं। कोरोना काल में जेलों की भीड़ और सुरक्षा प्रबंधन को संतुलित करना भी उनकी बड़ी उपलब्धियों में गिना जाता है।
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दिल्ली पुलिस के सामने बड़ी चुनौतियां
अब पुलिस आयुक्त बनने के बाद उनके सामने दिल्ली जैसी महानगर की जटिल चुनौतियां होंगी। राजधानी में लगातार बढ़ते साइबर अपराध, महिला सुरक्षा, नशीले पदार्थों की तस्करी, संगठित अपराध और ट्रैफिक प्रबंधन उनके लिए बड़ी जिम्मेदारियां होंगी। साथ ही आने वाले चुनावों और त्योहारों के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखना भी उनकी प्राथमिकता होगी।
सतीश गोलचा को एक सख्त लेकिन संवेदनशील पुलिस अधिकारी माना जाता है। दिल्ली पुलिस के विभिन्न स्तरों पर उनका अनुभव, खुफिया विभाग में काम करने का कौशल और संकट की घड़ी में नेतृत्व क्षमता उन्हें राजधानी की कानून-व्यवस्था की कमान संभालने के लिए उपयुक्त बनाता है। अब देखना होगा कि वे दिल्ली पुलिस को किस तरह नई दिशा देते हैं और किन सुधारों को लागू करते हैं।
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