पोलो मैच के दौरान हुई दुर्लभ घटना, एलर्जी रिएक्शन बना जानलेवा कारण
मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री करिश्मा कपूर के पूर्व पति और बिज़नेसमैन संजय कपूर की असामयिक और रहस्यमय मौत ने फिल्म इंडस्ट्री और उनके चाहने वालों को गहरा झटका दिया है। पहले यह खबर सामने आई थी कि 53 वर्षीय संजय की मौत पोलो खेलते समय दिल का दौरा पड़ने से हुई, लेकिन अब सामने आई जांच रिपोर्ट्स ने सभी को चौंका दिया है।
दरअसल, यह कोई साधारण हार्ट अटैक नहीं था — संजय कपूर की मौत मधुमक्खी के डंक से हुई गंभीर एलर्जिक प्रतिक्रिया के कारण हुई। रिपोर्ट्स के अनुसार, लंदन में पोलो खेलते समय एक मधुमक्खी उड़ती हुई उनके मुंह में चली गई और वहीं उसने उन्हें काट लिया। इस अप्रत्याशित हमले के बाद संजय को अचानक सांस लेने में तकलीफ होने लगी। मेडिकल भाषा में इसे “एनाफिलेक्टिक शॉक” कहा जाता है — यह एक गंभीर एलर्जिक प्रतिक्रिया होती है, जो कुछ ही मिनटों में जानलेवा बन सकती है।
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अस्पताल ले जाते वक्त तोड़ा दम
एलर्जी के चलते संजय कपूर को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। रास्ते में ही उन्हें हार्ट अटैक आया और डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। यह घटना इतनी अचानक हुई कि आसपास मौजूद लोग भी पहले समझ नहीं सके कि क्या हो रहा है।
कपूर परिवार और प्रशंसकों में शोक की लहर
संजय कपूर की इस तरह हुई मौत ने न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरी फिल्म इंडस्ट्री को स्तब्ध कर दिया है। करिश्मा कपूर और उनके बच्चों के साथ संजय का रिश्ता भले ही समय के साथ बदल गया हो, लेकिन उनकी मौत की खबर ने कपूर परिवार को गहरे शोक में डुबो दिया है।
फिल्म और उद्योग जगत से कई हस्तियों ने इस अप्रत्याशित घटना पर शोक जताया है। सोशल मीडिया पर लोगों ने संजय कपूर के साथ अपनी यादें साझा कीं और उन्हें श्रद्धांजलि दी।
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मधुमक्खी के डंक से मौत: कितना गंभीर है यह खतरा?
सामान्यतः मधुमक्खी के डंक से हल्की जलन या सूजन होती है, लेकिन कुछ लोगों को इससे एनाफिलेक्टिक रिएक्शन हो सकता है — जिसमें शरीर का इम्यून सिस्टम अत्यधिक प्रतिक्रिया करता है, जिससे सांस फूलना, ब्लड प्रेशर गिरना और अंततः कार्डियक अरेस्ट हो सकता है। यह मेडिकल इमरजेंसी होती है, और अगर तुरंत इलाज न मिले, तो जान भी जा सकती है।
डॉक्टरों का कहना है कि जिन लोगों को कीड़े के डंक से एलर्जी की जानकारी है, उन्हें हमेशा अपने पास "एपिनेफ्रिन ऑटो-इंजेक्टर" (Epipen) रखना चाहिए।
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जीवन की अनिश्चितता का गहरा एहसास
संजय कपूर की मौत न केवल एक व्यक्तिगत क्षति है, बल्कि यह एक चेतावनी भी है कि जीवन में कितनी अनिश्चितताएं हैं। एक सामान्य खेल के दौरान इतनी दुर्लभ घटना का जानलेवा बन जाना सभी को सोचने पर मजबूर कर देता है।
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