नई दिल्ली। दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट ने कांग्रेस के पूर्व सांसद संदीप दीक्षित की दायर की गई आपराधिक मानहानि याचिका पर दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी मार्लेना और आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद संजय सिंह को नोटिस जारी किया है। यह याचिका उन पर लगे आरोपों के संबंध में दायर की गई थी, जिसमें कहा गया था कि दोनों नेताओं ने संदीप दीक्षित के खिलाफ झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाए थे।
चीफ एडिशनल जुडिशियल मजिस्ट्रेट पारस दलाल ने आतिशी और संजय सिंह को समन जारी करते हुए 27 जनवरी को कोर्ट में पेश होने का निर्देश दिया है। संदीप दीक्षित ने अपनी याचिका में आरोप लगाया है कि 26 दिसंबर 2024 को हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आतिशी और संजय सिंह ने दावा किया कि संदीप दीक्षित ने भाजपा से करोड़ों रुपये लिए हैं और वह भाजपा के साथ मिलकर आम आदमी पार्टी (आप) को हराने की साजिश रचने में शामिल हैं।
याचिका में संदीप दीक्षित का बयान
संदीप दीक्षित ने अपनी याचिका में कहा कि ये आरोप पूरी तरह से झूठे, मनगढ़ंत और बेबुनियाद थे। उन्होंने यह भी कहा कि इन आरोपों से उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई, जिससे उनका नाम और प्रतिष्ठा खराब हुई है। इस मामले को लेकर संदीप दीक्षित का कहना है कि इन आरोपों का कोई आधार नहीं था, और यह उनके खिलाफ राजनीतिक मंशा से किया गया हमला था।
चुनाव से जुड़ा संदर्भ
यह मामला दिल्ली विधानसभा चुनाव से भी जुड़ा हुआ है, क्योंकि संदीप दीक्षित नई दिल्ली सीट से कांग्रेस के टिकट पर उम्मीदवार हैं। इस सीट पर आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी उम्मीदवार हैं, और दोनों नेताओं के बीच तीव्र राजनीतिक प्रतिस्पर्धा देखी जा रही है। संदीप दीक्षित ने आरोप लगाया कि यह आरोप चुनावी अभियान के दौरान उन्हें कमजोर करने के लिए लगाये गए थे।
आतिशी और संजय सिंह का बयान
हालांकि, इस मामले पर आतिशी मार्लेना और संजय सिंह की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में इस विवाद को लेकर चर्चा तेज हो गई है। यह भी देखा जा रहा है कि क्या दोनों नेताओं को 27 जनवरी तक कोर्ट में पेश होना होगा या इस मामले में आगे कोई अन्य प्रक्रिया लागू की जाएगी।
संक्षेप में
यह मामला दिल्ली की राजनीति में एक नया मोड़ लेकर आया है, जिसमें कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच के राजनीतिक संघर्ष ने एक नई दिशा पकड़ी है। संदीप दीक्षित की ओर से आरोपों के खिलाफ उठाए गए कदम ने यह सुनिश्चित कर दिया है कि इस तरह के आरोपों को लेकर कानूनी कार्रवाई की जाएगी, और आने वाले दिनों में इस मामले पर कोर्ट की क्या प्रतिक्रिया होती है, यह देखना अहम होगा।