संभल। सैयद सालार मसूद गाजी की याद में हर साल आयोजित होने वाले पारंपरिक नेजा मेले को इस बार पुलिस प्रशासन की अनुमति नहीं मिली है। पुलिस अधिकारियों ने साफ शब्दों में मेला कमेटी को मना कर दिया है कि बिना मजिस्ट्रेट की अनुमति के मेला नहीं लगाया जा सकता। प्रशासन का यह फैसला मेले को लेकर सुरक्षा चिंताओं और आपत्तियों के चलते लिया गया है।
मेला कमेटी और पुलिस प्रशासन के बीच वार्ता
सोमवार को नेजा मेला कमेटी के प्रतिनिधियों ने इस आयोजन को लेकर सदर कोतवाली में अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) श्रीश चंद्र से मुलाकात की। कमेटी के सदस्यों ने एएसपी से आग्रह किया कि हर साल होली के बाद दूसरे मंगलवार को यह मेला आयोजित होता है और इसकी परंपरा वर्षों पुरानी है। मेले की शुरुआत से पहले एक विशेष झंडा लगाने की परंपरा होती है, जो इस साल 18 मार्च को प्रस्तावित थी। लेकिन उससे पहले ही पुलिस प्रशासन ने आयोजन पर रोक लगा दी, जिससे कमेटी के लोग प्रशासन से स्पष्टीकरण मांगने पहुंचे।
एएसपी ने क्यों रोका नेजा मेला?
अपर पुलिस अधीक्षक श्रीश चंद्र ने मेला कमेटी को स्पष्ट किया कि इस साल गजनवी के भांजे सैयद सालार मसूद गाजी के नाम पर कोई भी आयोजन नहीं होगा। एएसपी ने कमेटी को सुझाव दिया कि यदि वे फिर भी मेला आयोजित करना चाहते हैं, तो उन्हें पहले मजिस्ट्रेट से अनुमति प्राप्त करनी होगी।
एएसपी ने कहा,
“अगर आप कहेंगे कि एक हजार साल से मेला लग रहा है, तो भी प्रशासन इस आयोजन की अनुमति नहीं देगा। आप नासमझी में एक ऐसे व्यक्ति के नाम पर आयोजन कर रहे हैं, जिसने देश के धार्मिक स्थलों और संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया था। ऐसे व्यक्ति की याद में किसी भी तरह का आयोजन इस देश में नहीं होना चाहिए।”
सुरक्षा कारणों से अनुमति नहीं
पुलिस प्रशासन का कहना है कि इस आयोजन को लेकर कुछ वर्गों द्वारा आपत्ति दर्ज कराई गई थी, जिससे शांति व्यवस्था भंग होने की आशंका जताई गई। इसे ध्यान में रखते हुए ही मेले की अनुमति नहीं दी गई है।
एएसपी ने यह भी कहा कि,
“अगर कोई परंपरा या कुरीति वर्षों से चली आ रही है, तो उसे बदला जाना चाहिए। यह जरूरी नहीं कि पुरानी परंपराएं सही ही हों।”
मजिस्ट्रेट से अनुमति मिलने पर होगा विचार
अधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि मेला कमेटी मजिस्ट्रेट के पास जाकर अनुमति प्राप्त करती है, तो नियमानुसार इसकी समीक्षा की जाएगी। जब तक प्रशासनिक अनुमति नहीं मिलती, तब तक किसी भी तरह का मेला आयोजन संभव नहीं होगा।
क्या है नेजा मेला?
संभल में हर साल सैयद सालार मसूद गाजी की याद में यह मेला आयोजित किया जाता है। मेले में विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियाँ होती हैं, जिनमें श्रद्धालु बड़ी संख्या में शामिल होते हैं। परंपरा के अनुसार, मेले की शुरुआत से एक दिन पहले एक विशेष झंडा स्थापित किया जाता है।
अब क्या होगा आगे?
अब मेला कमेटी को मजिस्ट्रेट से अनुमति लेने के लिए आवेदन करना होगा। यदि उन्हें प्रशासन से अनुमति मिलती है, तो ही इस वर्ष मेले का आयोजन संभव हो पाएगा। पुलिस प्रशासन की कड़ी निगरानी के चलते अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे क्या निर्णय लिया जाता है।
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