October 15, 2025 3:30 AM

सागर में भीषण सड़क हादसा — बेकाबू डंपर ने संघ के विभाग कार्यवाह अशोक दुबे और उनकी पत्नी को कुचला, दोनों की मौके पर मौत

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सागर में भीषण सड़क हादसा, बेकाबू डंपर ने संघ के विभाग कार्यवाह अशोक दुबे और पत्नी को कुचला

सुरखी के पास दर्दनाक टक्कर, हादसे के बाद डंपर चालक फरार
सागर। मध्यप्रदेश के सागर जिले में शनिवार को राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर एक हृदयविदारक सड़क हादसे में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) सागर के विभाग कार्यवाह अशोक दुबे और उनकी पत्नी राधा दुबे की मौत हो गई। घटना सुरखी थाना क्षेत्र के अंतर्गत ओवरब्रिज के पास हुई, जहां एक तेज रफ्तार डंपर ने उनकी बाइक को सामने से जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों को बचाने का कोई मौका नहीं मिला।

हादसे में महिला के शरीर के कई हिस्से अलग हो गए, जबकि अशोक दुबे की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद आरोपी डंपर चालक वाहन छोड़कर मौके से फरार हो गया। पुलिस ने डंपर को जब्त कर लिया है और आरोपी चालक की तलाश शुरू कर दी है।

गांव जाते समय हुआ हादसा, करवा चौथ के एक दिन बाद टूटी खुशियां
जानकारी के अनुसार, 45 वर्षीय अशोक दुबे, जो पेशे से शासकीय शिक्षक और संघ के विभाग कार्यवाह थे, शनिवार सुबह अपनी पत्नी राधा दुबे के साथ अपने पैतृक गांव नाहरमऊ जा रहे थे। वे एक दिन पहले ही सागर पहुंचे थे और शुक्रवार को दोनों ने मिलकर करवा चौथ की पूजा की थी। शनिवार को वे परिवार से मिलने गांव जा रहे थे, तभी यह दर्दनाक हादसा हो गया।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, डंपर अत्यधिक रफ्तार में था और सुरखी के पास बन रहे ओवरब्रिज के नीचे अचानक बाइक से जा टकराया। टक्कर के बाद पति-पत्नी सड़क पर जा गिरे और डंपर उनके ऊपर से गुजर गया। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद उनकी बाइक डंपर के नीचे फंस गई और पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।

राहगीरों ने दी सूचना, मौके पर पहुंची पुलिस
घटना के बाद आसपास के लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। सुरखी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को पोस्टमार्टम के लिए सागर जिला अस्पताल भेजा। पुलिस ने बताया कि हादसे के बाद आरोपी चालक वाहन छोड़कर भाग गया था। डंपर को जब्त कर लिया गया है और फरार चालक की तलाश की जा रही है।

स्थानीय लोगों में आक्रोश, बोले — भारी वाहनों की तेज रफ्तार रोकने के उपाय हों
इस हादसे के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश देखा गया। ग्रामीणों का कहना है कि राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर आए दिन तेज रफ्तार डंपर और ट्रक मौत का कारण बन रहे हैं। ओवरब्रिज निर्माण स्थल के आसपास सुरक्षा संकेतक और स्पीड ब्रेकर न होने से लगातार हादसे हो रहे हैं। लोगों ने प्रशासन से इस मार्ग पर निगरानी बढ़ाने और वाहनों की गति सीमा तय करने की मांग की है।

अशोक दुबे — शिक्षाविद और समाजसेवी, संघ में निभाई कई जिम्मेदारियां
अशोक दुबे सागर जिले में शिक्षा और सामाजिक सेवा के क्षेत्र में अपनी सक्रियता के लिए जाने जाते थे। वे संघ के विभाग कार्यवाह के रूप में कई वर्षों से कार्यरत थे और संगठन में एक अनुशासित, समर्पित कार्यकर्ता माने जाते थे। उनके निधन की खबर से सागर और आसपास के क्षेत्र में गहरा शोक फैल गया।

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने जताया गहरा दुख
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हादसे पर गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा —
“राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, सागर के विभाग कार्यवाह अशोक दुबे एवं उनकी धर्मपत्नी का सड़क दुर्घटना में असामयिक निधन अत्यंत दुखद है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति एवं शोकाकुल परिवार को यह वज्रपात सहने की शक्ति दें।”

संघ और समाज में शोक की लहर
आरएसएस सागर विभाग और स्थानीय संगठनों ने इस हादसे को “अपूर्णीय क्षति” बताया है। संघ कार्यकर्ताओं ने कहा कि अशोक दुबे जैसे समर्पित कार्यकर्ता समाज के लिए प्रेरणा थे। रविवार को सागर और आसपास के जिलों में संघ की शाखाओं में दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी।

पुलिस जांच जारी, प्रशासन ने दिए सख्त निर्देश
सुरखी थाना प्रभारी ने बताया कि डंपर चालक के खिलाफ लापरवाही से मृत्यु का मामला दर्ज किया गया है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं ताकि वाहन की वास्तविक गति और दिशा का पता लगाया जा सके। सागर कलेक्टर ने भी पुलिस को ऐसे भारी वाहनों की निगरानी और चालान की कार्रवाई तेज करने के निर्देश दिए हैं।

परिवार में मातम, बच्चों को लगा गहरा सदमा
अशोक दुबे के दो बच्चे सागर में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। हादसे की खबर मिलने के बाद वे बेसुध हो गए। रिश्तेदारों ने बताया कि शुक्रवार को करवा चौथ की पूजा के दौरान दोनों बेहद खुश थे। लेकिन अगले ही दिन इस हादसे ने पूरे परिवार की दुनिया उजाड़ दी।

स्थानीय लोग बोले — सड़क सुरक्षा पर गंभीरता जरूरी
इस हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा के प्रश्न को उठाया है। नागरिकों का कहना है कि राजमार्ग पर बने ओवरब्रिज के नीचे के हिस्से में संकेतक, स्ट्रीट लाइट और सुरक्षा गार्ड रेलिंग नहीं हैं, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है। प्रशासन से मांग की गई है कि जल्द ही वहां स्थायी सुरक्षा व्यवस्था की जाए।

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