रूस में 8.7 तीव्रता का भूकंप: सुनामी की तबाही, जापान से अमेरिका तक अलर्ट
मॉस्को/टोक्यो/वॉशिंगटन, 30 जुलाई।
रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र कामचटका प्रायद्वीप में बुधवार को जबरदस्त भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 8.7 दर्ज की गई है, जिसे कुछ रिपोर्ट्स में 8.8 बताया गया है। इसका केंद्र पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की से लगभग 119 किलोमीटर दूर था। यह भूकंप दुनिया के अब तक के छठे सबसे शक्तिशाली भूकंपों में शामिल किया गया है।
🌊 13 फीट ऊंची लहरें, सुनामी का कहर
भूकंप के बाद कुरिल द्वीप समूह में 13 फीट (करीब 4 मीटर) ऊंची सुनामी लहरें उठीं। इससे इमारतों को नुकसान पहुंचा और हजारों लोग सुरक्षित स्थानों की ओर भागे। सखालिन क्षेत्र की सरकार के अनुसार, सेवेरो-कुरिल्स्क के तटीय क्षेत्र में पानी घुस गया।
भूकंप का असर सिर्फ रूस तक सीमित नहीं रहा, बल्कि जापान, अमेरिका, न्यूजीलैंड समेत प्रशांत महासागर के कई क्षेत्रों में कंपन महसूस की गई। प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र ने रूस, जापान, हवाई, न्यूजीलैंड, चिली और अमेरिका के तटीय क्षेत्रों के लिए सुनामी अलर्ट जारी कर दिया।


⚠️ फुकुशिमा परमाणु संयंत्र खाली कराया गया
जापान में 20 लाख से अधिक लोगों को तटीय इलाकों से सुरक्षित निकाला गया। फुकुशिमा परमाणु संयंत्र को एहतियातन खाली करा लिया गया है। होनोलूलू (हवाई) में चेतावनी सायरन बजने के बाद लोग ऊंचे इलाकों की ओर दौड़े। इससे पहले 2011 के जापान भूकंप में इसी क्षेत्र का परमाणु संयंत्र गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गया था।
📍 भूकंप का केंद्र और प्रभाव
- स्थान: कामचटका प्रायद्वीप, रूस
- गहराई: 19.3 किलोमीटर (USGS के अनुसार)
- समय: स्थानीय समयानुसार दोपहर 12:00 बजे (00:00 GMT)
- प्रभावित देश: रूस, जापान, अमेरिका, न्यूजीलैंड, चिली, इक्वाडोर, हवाई द्वीप, कोस्टा रिका, ताइवान आदि
🌊 प्रशांत क्षेत्र में संभावित लहरें
प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र के मुताबिक, कई क्षेत्रों में ऊंची लहरें उठ सकती हैं:
देश/क्षेत्र | अनुमानित लहरों की ऊंचाई |
---|---|
रूस, इक्वाडोर | 3 मीटर से अधिक |
जापान, हवाई, चिली, सोलोमन द्वीप | 1-3 मीटर |
ऑस्ट्रेलिया, कोलंबिया, टोंगा, न्यूजीलैंड | 1 मीटर तक |
चीन, कोरिया, मलेशिया, वियतनाम | 1 फुट से कम |
🌐 इतिहास के सबसे शक्तिशाली भूकंपों में शामिल
यह भूकंप कामचटका क्षेत्र में 1952 के बाद का सबसे शक्तिशाली झटका है। उस समय 9.0 तीव्रता के भूकंप से हवाई द्वीपों तक भारी तबाही मची थी। आज का भूकंप दुनिया का छठा सबसे शक्तिशाली भूकंप माना जा रहा है।


🌍 दुनिया के 10 सबसे शक्तिशाली भूकंप
वर्ष | स्थान | तीव्रता | विशेष जानकारी |
---|---|---|---|
1960 | चिली | 9.5 | 1,655 मौतें, 20 लाख बेघर |
1964 | अलास्का | 9.2 | गुड फ्राइडे भूकंप, सुनामी |
2004 | सुमात्रा | 9.1 | 2.8 लाख मौतें, इतिहास की सबसे भयावह सुनामी |
2011 | जापान | 9.1 | 15,000 मौतें, फुकुशिमा संकट |
1952 | रूस | 9.0 | सुनामी से हवाई तक तबाही |
2025 | रूस (कामचटका) | 8.7 | 13 फीट सुनामी, अलर्ट जारी |
2010 | चिली | 8.8 | 523 मौतें, 3.7 लाख घर तबाह |
1906 | इक्वाडोर-कोलंबिया | 8.8 | सैन फ्रांसिस्को तक सुनामी |
1965 | अलास्का | 8.7 | 35 फीट लहरें, कम जनहानि |
1950 | भारत-तिब्बत | 8.6 | 780 मौतें, जमीन फटी |
🚨 भविष्य की चेतावनी
भूकंप और सुनामी विशेषज्ञों के अनुसार, इस भूकंप की तीव्रता और गहराई से संकेत मिलता है कि प्रशांत ‘रिंग ऑफ फायर’ क्षेत्र में तनाव बना हुआ है, जिससे आने वाले दिनों में और झटके आ सकते हैं।

रूस के कामचटका क्षेत्र में आया यह शक्तिशाली भूकंप केवल क्षेत्रीय संकट नहीं, बल्कि वैश्विक चेतावनी है। समुद्र में उठी सुनामी की लहरें दुनिया को यह याद दिलाती हैं कि प्रकृति की ताकत का कोई विकल्प नहीं। ऐसे समय में अंतरराष्ट्रीय सहयोग, आपदा प्रबंधन और पर्यावरणीय संतुलन की भूमिका और भी अहम हो जाती है।
स्वदेश ज्योति के द्वारा | और भी दिलचस्प खबरें आपके लिए… सिर्फ़ स्वदेश ज्योति पर!