अमरावती में RSS विजयादशमी समारोह: मुख्य अतिथि होंगी CJI गवई की माता डॉ. कमलताई गवई

अमरावती, 28 सितंबर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) इस वर्ष अपने शताब्दी समारोह वर्ष की शुरुआत विजयादशमी उत्सव से कर रहा है। इसी कड़ी में 5 अक्टूबर को अमरावती में आयोजित होने वाले विजयादशमी कार्यक्रम में उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश (CJI) भूषण रामकृष्ण गवई की माता डॉ. कमलताई रा. गवई मुख्य अतिथि होंगी। कार्यक्रम में संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के वरिष्ठ सदस्य जे. नंदकुमार मुख्य वक्ता की भूमिका निभाएंगे।


नागपुर से होगी शताब्दी वर्ष की शुरुआत

RSS के विदर्भ प्रांत के प्रचार प्रमुख ने जानकारी दी कि शताब्दी समारोह वर्ष का विधिवत उद्घाटन 02 अक्टूबर को नागपुर के रेशमबाग में होगा। इस समारोह में देश के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मुख्य अतिथि रहेंगे। इसके बाद विभिन्न प्रांतों में अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन होगा। अमरावती में होने वाला समारोह भी इसी श्रृंखला का हिस्सा है।


अमरावती कार्यक्रम की खासियत

अमरावती शहर के किरण नगर स्थित श्रीमती नरसम्मा महाविद्यालय मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम में हजारों स्वयंसेवकों के शामिल होने की उम्मीद है। मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. कमलताई गवई की उपस्थिति कार्यक्रम को विशेष महत्व देगी। डॉ. गवई सामाजिक कार्य और शिक्षा के क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय रही हैं और उन्हें विदर्भ क्षेत्र में एक प्रेरणास्रोत माना जाता है।


परिवार की पुष्टि

गवई परिवार के नजदीकी सूत्रों के अनुसार, RSS की ओर से भेजा गया औपचारिक निमंत्रण डॉ. कमलताई गवई को प्राप्त हो चुका है और उन्होंने मौखिक रूप से समारोह में उपस्थित रहने की स्वीकृति भी प्रदान कर दी है। मुख्य न्यायाधीश गवई की माताजी का इस कार्यक्रम में शामिल होना स्वयंसेवकों के लिए सम्मान की बात माना जा रहा है।


मुख्य वक्ता जे. नंदकुमार

इस समारोह में RSS की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के वरिष्ठ सदस्य जे. नंदकुमार मुख्य वक्ता होंगे। वे संगठन के वैचारिक और सांस्कृतिक विमर्शों से जुड़े हुए हैं और लंबे समय से शिक्षा, राष्ट्रीय नीति और सांस्कृतिक उत्थान पर काम कर रहे हैं। उनके संबोधन में राष्ट्र निर्माण, सांस्कृतिक जागरण और शताब्दी वर्ष के संकल्प पर जोर रहने की संभावना है।

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विजयादशमी का ऐतिहासिक महत्व

RSS की परंपरा में विजयादशमी का विशेष महत्व है। यही वह दिन है जब 1925 में संगठन की स्थापना नागपुर में हुई थी। हर वर्ष इस दिन को संघ अपने वार्षिक उत्सव के रूप में मनाता है। इस वर्ष का आयोजन खास है क्योंकि यह RSS की स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने की ओर पहला कदम है।


सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश

इस वर्ष के समारोहों का उद्देश्य केवल परंपरा का निर्वाह नहीं बल्कि आने वाले वर्षों के लिए नवीन संकल्प लेना भी है। नागपुर और अमरावती दोनों जगहों पर होने वाले कार्यक्रमों में RSS अपनी गतिविधियों और भविष्य की योजनाओं का खाका प्रस्तुत करेगा।