नई दिल्ली। भारतीय टेस्ट क्रिकेट को बड़ा झटका देते हुए रोहित शर्मा ने टेस्ट फॉर्मेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। यह ऐलान ऐसे वक्त में आया है जब टीम इंडिया इंग्लैंड दौरे की तैयारी में जुटी है, जहां उसे 20 जून से शुरू हो रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है। इस सीरीज से भारत का विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) 2025-27 में सफर शुरू होगा।
रोहित के अचानक टेस्ट क्रिकेट से अलग होने के फैसले ने टीम की कप्तानी और प्लेइंग-11 में ओपनर की भूमिका को लेकर नए सवाल खड़े कर दिए हैं। आइए जानते हैं कि अब टेस्ट टीम की कमान कौन संभाल सकता है और ओपनिंग स्लॉट में किसे मौका मिल सकता है।
कौन बनेगा अगला टेस्ट कप्तान?
रोहित शर्मा के जाने के बाद टेस्ट टीम की अगुवाई के लिए दो नाम सबसे आगे हैं:
1. जसप्रीत बुमराह
- तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह हाल ही में सीमित ओवरों में उपकप्तानी कर चुके हैं।
- उनके शांत स्वभाव, खेल की समझ और अनुभव को देखते हुए BCCI उन्हें लॉन्ग-टर्म टेस्ट कप्तान बना सकती है।
- हालांकि, उनकी फिटनेस को लेकर अक्सर सवाल उठते रहे हैं, जो चयन में बाधा बन सकता है।
2. केएल राहुल
- केएल राहुल पहले भी टेस्ट टीम की कप्तानी कर चुके हैं और उनके पास अनुभव है।
- उन्होंने हाल के दौरों में अच्छी बल्लेबाज़ी की है और वो विकेटकीपिंग विकल्प भी दे सकते हैं।
- राहुल का नेतृत्व शैली संयमित मानी जाती है, जो टेस्ट क्रिकेट के लिए उपयुक्त हो सकती है।
ओपनिंग स्लॉट में किसे मिलेगा मौका?
रोहित के संन्यास के बाद ओपनिंग स्लॉट में भी बदलाव तय है। यशस्वी जायसवाल की जगह पक्की मानी जा रही है, लेकिन दूसरे ओपनर को लेकर कई नाम सामने हैं:
1. शुभमन गिल
- पहले भी ओपनिंग कर चुके हैं और इंग्लैंड में खेलने का अनुभव है।
- फिलहाल नंबर-3 पर खेल रहे हैं, लेकिन उन्हें फिर से ओपनिंग में भेजा जा सकता है।
2. आर.uturaj गायकवाड़
- सीमित ओवरों में दमदार प्रदर्शन किया है।
- तकनीकी रूप से सक्षम हैं और इंग्लिश कंडीशन्स में सफलता पाने की क्षमता रखते हैं।
3. केएल राहुल
- यदि वह कप्तान नहीं बने तो ओपनर के रूप में वापसी कर सकते हैं।
- पहले भी ओपनिंग की है और अनुभव का लाभ मिल सकता है।
रोहित का योगदान और संन्यास की टाइमिंग
रोहित शर्मा ने अपने टेस्ट करियर में भारत को कई अहम मुकाबलों में जीत दिलाई। खासकर 2021-23 WTC चक्र में उनका योगदान अहम रहा। उनके संन्यास की घोषणा भारत के WTC 2025-27 अभियान के शुरुआत से ठीक पहले आई, जिससे टीम मैनेजमेंट को तत्काल निर्णय लेने होंगे।
BCCI के सामने बड़ी चुनौती
अब चयनकर्ताओं और बीसीसीआई के सामने दोहरी चुनौती है:
- टेस्ट कप्तान चुनना जो लॉन्ग-टर्म नेतृत्व कर सके
- ओपनिंग स्लॉट को स्थिर करना ताकि इंग्लैंड जैसे चुनौतीपूर्ण दौरे पर टीम मजबूत शुरुआत कर सके