: रे डालियो की चेतावनी: बढ़ते कर्ज और राजनीतिक अस्थिरता से अमेरिका में ‘गृह युद्ध’ जैसे हालात

नई दिल्ली। अरबपति निवेशक और वैश्विक अर्थशास्त्री रे डालियो ने एक गंभीर चेतावनी दी है कि अमेरिका आज एक “आधुनिक गृह युद्ध” की दिशा में बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि यह युद्ध हथियारों या सेनाओं के बीच नहीं, बल्कि विचारधाराओं, असमानता, कर्ज और राजनीतिक ध्रुवीकरण के बीच लड़ा जा रहा है। डालियो के अनुसार, देश में बढ़ती सामाजिक खाई और असंतुलित आर्थिक ढांचा अमेरिकी समाज को भीतर से तोड़ रहा है।

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⚠️ आर्थिक और राजनीतिक अस्थिरता का गहराता संकट

रे डालियो ने ब्लूमबर्ग को दिए अपने साक्षात्कार में कहा कि अमेरिका और कई अन्य देशों में “ऐसा गृह युद्ध चल रहा है जिसे हल करना अब आसान नहीं है।” उन्होंने कहा कि आर्थिक असमानता, सरकारी ऋण और वैचारिक विभाजन इतने गहरे हो चुके हैं कि अब समाज के दो हिस्सों के बीच राष्ट्रीय सहमति टूटती जा रही है। डालियो ने चेताया कि यदि यह स्थिति जारी रही, तो देश एक बार फिर गंभीर सामाजिक अशांति की ओर बढ़ सकता है।

उन्होंने इन हालातों की तुलना 1930 के दशक से की, जब अमेरिका महामंदी (ग्रेट डिप्रेशन) से जूझ रहा था और पूरी दुनिया राजनीतिक अस्थिरता और युद्ध के साये में थी। डालियो का मानना है कि मौजूदा दशा उसी ऐतिहासिक असंतुलन की पुनरावृत्ति है।

💸 बढ़ता कर्ज: अमेरिका की अर्थव्यवस्था पर भारी बोझ

डालियो ने चेतावनी दी कि अमेरिका का सार्वजनिक कर्ज अब नियंत्रण से बाहर जा रहा है। कांग्रेस बजट ऑफिस (CBO) के अनुसार, वर्ष 2024 में अमेरिका का सार्वजनिक कर्ज GDP का 99 प्रतिशत था और 2034 तक यह 116 प्रतिशत तक पहुँच सकता है। यह आंकड़ा अमेरिका के आर्थिक इतिहास की सबसे ऊंची सीमा को छू रहा है।

डालियो ने इस स्थिति की तुलना “धमनियों में जमा प्लाक” से की, यह कहते हुए कि यह देश की आर्थिक जीवनशक्ति को कमजोर कर रहा है। उनके अनुसार, “जब किसी अर्थव्यवस्था की नसों में अधिक कर्ज और ब्याज भार भर जाता है, तो वह धीरे-धीरे लकवाग्रस्त हो जाती है।” इसका अर्थ यह है कि सरकार के पास भविष्य में खर्च करने और विकास को प्रोत्साहन देने की क्षमता सीमित होती जाती है।

⚖️ अमीर-गरीब की बढ़ती खाई

रे डालियो ने असमानता को इस संकट का दूसरा प्रमुख कारण बताया। उन्होंने कहा कि अमेरिका के शीर्ष 10 प्रतिशत लोग देश की कुल संपत्ति के दो-तिहाई से अधिक हिस्से पर काबिज हैं, जबकि आधे से कम आबादी के पास केवल 4 प्रतिशत संपत्ति है। यह असमानता केवल आर्थिक ही नहीं, बल्कि मूल्यों और अवसरों की भी है।

उन्होंने कहा, “जब समाज में धन, मूल्यों और अवसरों की इतनी बड़ी खाई होती है, तो संघर्ष भी अनिवार्य हो जाते हैं। ऐसे हालात समाज को दो भागों में बाँट देते हैं, और यही आधुनिक युग का गृह युद्ध है।”

🧭 अमेरिका के सामाजिक विभाजन पर चिंता

डालियो ने कहा कि अमेरिका में अब मतभेद केवल नीतियों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि अब यह लोगों की पहचान, संस्कृति और वैचारिक दृष्टिकोण में जड़ें जमा चुके हैं। लोग अपने विचारों से इतने बँट चुके हैं कि संवाद और समझौते की संभावना लगातार घट रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि यह रुझान जारी रहा तो लोकतंत्र की बुनियादी संरचना पर गहरा असर पड़ेगा।

🏛️ पहले भी कर चुके हैं सटीक भविष्यवाणी

गौरतलब है कि रे डालियो वही निवेशक हैं जिन्होंने 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट की सटीक भविष्यवाणी की थी। उनकी कंपनी ब्रिजवॉटर एसोसिएट्स दुनिया की सबसे बड़ी हेज फंड प्रबंधन कंपनियों में से एक है। डालियो की आर्थिक भविष्यवाणियाँ अक्सर वैश्विक नीति निर्धारण में प्रभाव डालती हैं।

🌍 “संवाद और सुधार” ही समाधान

रे डालियो ने यह भी कहा कि इस स्थिति से बाहर निकलने का एकमात्र उपाय संवाद, सुधार और नीति संतुलन है। उन्होंने कहा कि सरकार को केवल राजनीतिक मुद्दों पर नहीं, बल्कि वास्तविक आर्थिक असंतुलन को दूर करने के लिए कदम उठाने होंगे। सामाजिक न्याय, समान अवसर और विवेकपूर्ण वित्तीय नीति से ही यह “आधुनिक गृह युद्ध” टल सकता है।

उनका यह बयान ऐसे समय आया है जब अमेरिका में राष्ट्रपति चुनावी माहौल गर्म है और राजनीतिक ध्रुवीकरण अपने चरम पर है। ऐसे में डालियो की यह चेतावनी न केवल अमेरिका, बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए भी एक महत्वपूर्ण संकेत मानी जा रही है।