नई दिल्ली। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अपने 11 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। यह घोषणा पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव बृजमोहन श्रीवास्तव ने शनिवार को की। उन्होंने कहा कि पार्टी ने ऐसे उम्मीदवारों का चयन किया है जो जनता के हितों को प्राथमिकता देते हुए दिल्ली के विकास और समृद्धि के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।
11 प्रत्याशियों के नाम और विधानसभा क्षेत्र
राकांपा ने अपनी पहली सूची में निम्नलिखित उम्मीदवारों को शामिल किया है:
- रतन त्यागी – बुराड़ी
- मुलायम सिंह – बादली
- खेम चंद – मंगोल पुरी
- खालिद उर रहमान – चांदनी चौक
- मोहम्मद हारुन – बल्ली मारन
- नरेंद्र तंवर – छतरपुर
- कमर अहमद – संगम विहार
- इमरान सैफी – ओखला
- नमहा – लक्ष्मी नगर
- राजेश लोहिया – सीमा पुरी
- जगदीश भगत – गोकल पुरी
पार्टी की रणनीति और दृष्टिकोण
बृजमोहन श्रीवास्तव ने बताया कि इन प्रत्याशियों का चयन गहन विचार-विमर्श और क्षेत्रीय समीकरणों को ध्यान में रखकर किया गया है। उन्होंने कहा कि राकांपा चुनाव में अपने “सर्वोत्तम मूल्यों और जनहितकारी नीतियों” के साथ मैदान में उतरेगी। पार्टी का उद्देश्य दिल्ली के नागरिकों को एक मजबूत और प्रगतिशील विकल्प प्रदान करना है।
अन्य राजनीतिक दलों की स्थिति
दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों के लिए चुनाव अगले साल फरवरी में होने हैं।
- आम आदमी पार्टी (आप) ने सभी 70 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है।
- कांग्रेस ने अब तक 47 सीटों के लिए अपने प्रत्याशी घोषित किए हैं।
- अन्य क्षेत्रीय दल भी अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं।
दिल्ली चुनाव की अहमियत
दिल्ली विधानसभा चुनाव हमेशा से ही राष्ट्रीय राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। राकांपा ने पहली बार दिल्ली में इतने व्यापक पैमाने पर उम्मीदवार उतारे हैं। पार्टी नेतृत्व का मानना है कि यह चुनाव जनता के साथ सीधे संवाद स्थापित करने और पार्टी की उपस्थिति को मजबूत करने का अवसर है।
राकांपा की चुनौतियां
चुनावी विशेषज्ञों का मानना है कि राकांपा के लिए दिल्ली जैसे बड़े राजनीतिक परिदृश्य में अपनी स्थिति मजबूत करना चुनौतीपूर्ण होगा। हालांकि, पार्टी की योजनाएं और उम्मीदवारों की चयन प्रक्रिया उनकी गंभीरता को दर्शाती है।
राकांपा की यह पहली सूची आगामी दिनों में चुनावी सरगर्मियों को और तेज करेगी। यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी अपने चुनाव प्रचार अभियान में किन मुद्दों को प्राथमिकता देती है और जनता के बीच अपनी पहचान कैसे स्थापित करती है।