मुरादाबाद। पंजाब के कपूरथला से कांग्रेस विधायक राणा गुरजीत सिंह से जुड़ी चीनी मिलों और डिस्टलरी फैक्ट्रियों पर आयकर विभाग की कार्रवाई 56 घंटे से अधिक समय से जारी है। मुरादाबाद जिले के भोजपुर क्षेत्र बेलवाड़ा, बिलारी चीनी मिल और करीमगंज डिस्टलरी फैक्टरी में आयकर विभाग की टीमें छानबीन कर रही हैं। इस दौरान महत्वपूर्ण दस्तावेजों को जब्त किया गया है और आय-व्यय का गहन मूल्यांकन किया जा रहा है।
आयकर विभाग ने फैक्ट्रियों को किया सील
गुरुवार सुबह पांच बजे दिल्ली से आई आयकर विभाग की विशेष टीमों ने अर्धसैनिक बलों के साथ मिलकर बेलवाड़ा, बिलारी और करीमगंज फैक्टरी पर छापा मारा। टीम ने मिल और डिस्टलरी के अधिकतर कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया और परिसर को सील कर दिया। मुख्य द्वार पर सीआरपीएफ के जवानों को तैनात कर दिया गया है। हालांकि, गन्ने की तौल और पेराई का कार्य बिना किसी रुकावट के जारी है।
अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ जारी
आयकर विभाग के अधिकारी चीनी मिलों और डिस्टलरी के कर्मचारियों और अधिकारियों से गहन पूछताछ कर रहे हैं। टीमों ने कच्ची रसीदों के आधार पर माल भेजने की जानकारी भी उजागर की है। अधिकारियों ने संबंधित कर्मचारियों को मौके पर पकड़ा और इस मामले में स्पष्टीकरण मांगा। जांच के दौरान पाया गया कि मैली (उत्पादन के बाद बचा हुआ अवशेष) ट्रॉलियों को बिना जीएसटी इनवॉइस के ही बाहर भेजा जा रहा था। इस अनियमितता को पकड़ने के बाद तुरंत जीएसटी इनवॉइस तैयार कराई गई।
56 घंटे से जारी है जांच, बढ़ सकती है कार्रवाई
बृहस्पतिवार सुबह शुरू हुई यह छापेमारी शनिवार तक जारी है। अब तक कई अहम दस्तावेज जब्त किए जा चुके हैं। बताया जा रहा है कि राणा ग्रुप की संपत्तियों और आय से अधिक संपत्ति के मामलों की जांच की जा रही है। दिल्ली, पंजाब और लखनऊ के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम इस मामले की निगरानी कर रही है, जबकि स्थानीय प्रशासन को इस कार्रवाई से अलग रखा गया है।
राणा ग्रुप के अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी
राणा ग्रुप की उत्तराखंड के बाजपुर स्थित फार्म हाउस और मुरादाबाद जिले के बेलवाड़ा, बिलारी और करीमगंज बायोफ्यूल्स प्राइवेट लिमिटेड रानी नगर, सरदार नगर में डिस्टलरी फैक्टरी पर छापेमारी जारी है। सूत्रों के मुताबिक, आयकर अधिकारियों को अघोषित आय और वित्तीय अनियमितताओं के कई सुराग मिले हैं, जिसके आधार पर विस्तृत जांच की जा रही है।
गन्ना विभाग के अधिकारी संपर्क में नाकाम
जांच के चलते फैक्ट्रियों के अधिकारियों के मोबाइल फोन बंद करवा दिए गए हैं, जिससे अन्य विभाग उनसे संपर्क नहीं कर पा रहे हैं। गन्ना विभाग के अधिकारियों ने फैक्टरी प्रबंधन से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली।
क्या है मामला?
सूत्रों का कहना है कि राणा गुरजीत सिंह से जुड़े व्यापारिक प्रतिष्ठानों में कर चोरी और वित्तीय अनियमितताओं की शिकायत मिलने के बाद आयकर विभाग ने यह छापा मारा है। आयकर अधिकारी कारोबार का मूल्यांकन कर रहे हैं और वित्तीय लेनदेन की गहन जांच कर रहे हैं। अब तक टीमों ने कई अहम दस्तावेज जब्त किए हैं और आगे की कार्रवाई के लिए उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जा रही है।