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April 19, 2025 7:46 AM

रामलला ने धारण किया सोने का मुकुट और रत्नजड़ित पीले वस्त्र, भक्तों ने मंत्रमुग्ध होकर किए दर्शन

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अयोध्या। रामनवमी के पावन अवसर पर अयोध्या में आस्था और भक्ति का ऐसा समावेश हुआ जिसने हर भक्त के हृदय को अभिभूत कर दिया। प्रभु श्रीराम के जन्मदिवस पर रामलला ने सोने का मुकुट और रत्नजड़ित पीले वस्त्र धारण कर भक्तों को दर्शन दिए। यह दृश्य इतना अलौकिक था कि जो भी मंदिर परिसर में उपस्थित था, वह बस निहारता ही रह गया।

सुबह 3:30 बजे मंदिर के कपाट खोले गए, जिसके साथ ही श्रृंगार, राग-भोग, आरती और दर्शन की श्रृंखला प्रारंभ हो गई। बाल स्वरूप में रामलला की झलक पाने को आतुर श्रद्धालु रात से ही मंदिर परिसर में डटे रहे। उत्सव मूर्ति के भव्य श्रृंगार और मोहक छवि ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।

जैसे-जैसे घड़ी की सुइयां दोपहर 12 की ओर बढ़ीं, वैसे-वैसे उत्साह और श्रद्धा चरम पर पहुंचती गई। मंदिर में जब पुजारी ने कपाट खोले और घंटा-घड़ियाल की गूंज उठी, तभी भक्तों की ओर से “भए प्रगट कृपाला दीनदयाला, कौशल्या हितकारी…” जैसे छंद गूंज उठे। इस पावन क्षण के साथ ही भगवान भास्कर (सूर्यदेव) ने अपने किरणों से रामलला का राजतिलक किया, जिसे सूर्य तिलक कहा गया।

धूप-गर्मी में भी नहीं रुकी श्रद्धा, शरबत और शेड्स ने दी राहत

गर्मी और तेज धूप को देखते हुए रामनगरी में व्यापक स्तर पर आरामगृह, शेड्स, और पेयजल की व्यवस्था की गई थी। जगह-जगह शरबत वितरित किया जा रहा था, जिससे श्रद्धालुओं को राहत मिली। हजारों लोगों ने सरयू में आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य लाभ कमाया और इसके बाद हनुमान गढ़ी, रामलला मंदिर, और अन्य प्रमुख मंदिरों में दर्शन किए।

कांटों पर लेटे बाबा बने श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र

राम मंदिर के मुख्य द्वार के सामने कांटों पर लेटे बाबा इस बार भी लोगों के आकर्षण का केंद्र बने रहे। श्रद्धालु उन्हें ‘कांटों वाले बाबा’ के नाम से पहचानते हैं और उनके चरण छूकर आशीर्वाद ले रहे हैं। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि यह वही बाबा हैं जो पिछले महाकुंभ में भी चर्चा में थे, लेकिन आस्था में सवाल नहीं होता।

ड्रोन से सरयू जल की वर्षा, जय श्री राम की आभा

श्रद्धालुओं के लिए सरयू जल छिड़काव के लिए उपयोग किए जा रहे भगवा रंग के ड्रोन भी विशेष आकर्षण का विषय बने। इन ड्रोनों पर ‘जय श्री राम’ अंकित किया गया था, जिससे प्रतीकात्मक रूप से ऐसा लगा जैसे भगवान राम का आशीर्वाद भक्तों पर आसमान से बरस रहा हो।

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