ऑपरेशन सिंदूर पर दिया बड़ा बयान, कहा – अब आतंक का जवाब और कड़ा होगा
उधमपुर।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को पाकिस्तान को सीधी और कड़ी चेतावनी दी कि अगर भविष्य में भारत की धरती पर कोई आतंकी हमला होता है, तो इसके परिणाम गंभीर और विनाशकारी होंगे। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि भारत अब किसी भी तरह के आतंकी हमले को बर्दाश्त नहीं करेगा, और उसका जवाब हर बार पहले से अधिक कड़ा होगा।
राजनाथ सिंह अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर उधमपुर में उत्तरी कमान के सैनिकों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा,
/swadeshjyoti/media/post_attachments/wp-content/uploads/2025/06/image-464-920x1024.png)
“ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है। यह भारत की पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवाद पर निर्णायक कार्यवाही की श्रृंखला का अगला कदम था। पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ 'हजार जख्म' की नीति अपनाई थी, लेकिन अब भारत ने दिखा दिया है कि वह सिर्फ सहन नहीं करेगा, बल्कि जवाब भी देगा – वो भी उसी भाषा में।”
Speaking on the occasion of #InternationalYogaDay in Udhampur. https://t.co/isV1Fm9W6f
— Rajnath Singh (@rajnathsingh)Speaking on the occasion of #InternationalYogaDay in Udhampur. https://t.co/isV1Fm9W6f
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) June 21, 2025
ऑपरेशन सिंदूर: सर्जिकल और एयर स्ट्राइक की कड़ी
राजनाथ सिंह ने कहा कि 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 की एयर स्ट्राइक के बाद, ऑपरेशन सिंदूर भारत की जवाबी नीति का स्वाभाविक विस्तार है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में स्थित आतंकी ढांचों पर 6 और 7 मई की दरम्यानी रात हमला करके भारतीय सेना ने यह स्पष्ट कर दिया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरतेगा।
गौरतलब है कि यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में किया गया था, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे।
“अब पाकिस्तान को यह समझ लेना चाहिए कि भारत की जमीन पर हुआ कोई भी आतंकी हमला उसकी खैर नहीं होने का पैगाम होगा,” - राजनाथ सिंह
योग से सैनिकों की ताकत और मानसिक दृढ़ता बढ़ती है
रक्षा मंत्री ने योग दिवस पर 2500 सैनिकों के साथ सामूहिक योग प्रदर्शन किया। इस कार्यक्रम में थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और उत्तरी कमान के जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा भी शामिल हुए।
राजनाथ सिंह ने योग की उपयोगिता पर बल देते हुए कहा,
“एक सैनिक को सिर्फ शारीरिक ही नहीं, बल्कि मानसिक रूप से भी दृढ़ होना चाहिए। योग इस दिशा में एक अत्यंत प्रभावी साधन है। युद्ध के मैदान में संयम, धैर्य और स्पष्टता – इन सबका सीधा संबंध मानसिक संतुलन से है, और योग इस संतुलन को सुदृढ़ करता है।”
उन्होंने सैनिकों को योग को नियमित अभ्यास का हिस्सा बनाने की सलाह दी और कहा कि आज की तेज़ रफ्तार दुनिया में तनाव, चिंता और अवसाद जैसी समस्याओं का समाधान योग के जरिए संभव है।
/swadeshjyoti/media/post_attachments/wp-content/uploads/2025/06/image-462-1024x721.png)
/swadeshjyoti/media/agency_attachments/2025/11/09/2025-11-09t071157234z-logo-640-swadesh-jyoti-1-2025-11-09-12-41-56.png)
/swadeshjyoti/media/agency_attachments/2025/11/09/2025-11-09t071151025z-logo-640-swadesh-jyoti-1-2025-11-09-12-41-50.png)
/swadeshjyoti/media/post_attachments/wp-content/uploads/2025/06/Gt9Cd8eawAAWdc4.jpg)