September 17, 2025 3:47 PM

राजनाथ सिंह का बयान: भारत-पाक संघर्ष में किसी तीसरे पक्ष का हस्तक्षेप नहीं, ऑपरेशन सिंदूर फिर से तैयार

  • ‘हैदराबाद मुक्ति दिवस’ के अवसर पर राजनाथ सिंह ने कहा, “कुछ लोग भारत-पाक संघर्ष को रोकने का दावा करते रहे, लेकिन यह सच नहीं

हैदराबाद। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को स्पष्ट किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया संघर्ष में किसी तीसरे पक्ष का हस्तक्षेप नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि कुछ लोग दावा करते रहे कि भारत-पाकिस्तान संघर्ष को रोकने का श्रेय किसी विदेशी हस्तक्षेप को जाता है, लेकिन अब यह साबित हो गया कि ऐसा कोई हस्तक्षेप नहीं था। हैदराबाद में आयोजित ‘हैदराबाद मुक्ति दिवस’ के अवसर पर राजनाथ सिंह ने कहा, “कुछ लोग भारत-पाक संघर्ष को रोकने का दावा करते रहे, लेकिन यह सच नहीं है। पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री ने भी साफ कर दिया कि भारत ने किसी तीसरे पक्ष की भूमिका को अस्वीकार किया था। किसी के हस्तक्षेप के कारण आतंकवादियों के खिलाफ अभियान स्थगित नहीं किया गया। अगर भविष्य में कोई भी आतंकवादी हमला होता है तो ऑपरेशन सिंदूर फिर से शुरू किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने भी स्पष्ट किया है कि यह एक द्विपक्षीय मामला है और इसमें कोई तीसरा हस्तक्षेप नहीं कर सकता।”


ट्रंप के दावे की पोल खुली

इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कई बार यह दावा कर चुके थे कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान संघर्ष में मध्यस्थता कराई। लेकिन भारत ने बार-बार इसे खारिज किया। मंगलवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने भी इस दावे को नकारते हुए कहा कि भारत ने युद्धविराम में किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता अस्वीकार कर दी थी। डार ने बताया कि अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने मई में भारत-पाकिस्तान के बीच हुए सैन्य संघर्ष के दौरान उनसे कहा था कि भारत ने तीसरे पक्ष की मध्यस्थता अस्वीकार की, क्योंकि यह दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय मुद्दा है।


ऑपरेशन पोलो और रजाकारों की याद दिलाई

हैदराबाद मुक्ति दिवस के अवसर पर राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन पोलो का भी स्मरण कराया। उन्होंने कहा, “रजाकारों का आतंक लगभग पहलगाम हमले के आतंक के समान था, जहां लोगों से धर्म पूछकर उन्हें मारा गया। पहलगाम में हुआ आतंकी हमला भी भारत के सामाजिक सौहार्द्र पर प्रहार था। आज भी देश में रजाकारों के हमदर्द मौजूद हैं, लेकिन हम दृढ़ संकल्पित हैं कि इस विचारधारा और मानसिकता को भारत से पूरी तरह समाप्त करेंगे। भारत की अखंडता और एकता से बड़ा कोई मूल्य नहीं है।”

रक्षा मंत्री ने कहा कि आज का भारत दुश्मन की आंखों में आंखें डालकर जवाब देने में सक्षम है। उन्होंने सरदार वल्लभ भाई पटेल की भूमिका को याद करते हुए कहा कि उनके कुशल नेतृत्व और रणनीति के बल पर रियासतों को शांति से भारत में शामिल किया गया। उन्होंने कहा, “भारत और उसके लोग हमेशा सरदार पटेल के ऋणी रहेंगे। उनके नेतृत्व में शुरू हुए ऑपरेशन पोलो की आज वर्षगांठ है।”


राजनाथ सिंह का संदेश

रक्षा मंत्री ने देशवासियों को विश्वास दिलाया कि भारत किसी भी प्रकार की चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि देश की एकता, अखंडता और सामाजिक सौहार्द्र को बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है और भारत किसी भी बाहरी या आंतरिक चुनौती को सहन नहीं करेगा।

Share on facebook
Share on twitter
Share on linkedin
Share on whatsapp
Share on telegram