लखनऊ से रवाना हुई ब्रह्मोस मिसाइलों की पहली खेप, योगी बोले – यह भारत ही नहीं, मित्र देशों की सुरक्षा का भी प्रतीक
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बोले – पाकिस्तान की एक-एक इंच जमीन ब्रह्मोस की जद में, लखनऊ से रवाना हुई पहली खेप
लखनऊ। भारत ने शनिवार को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। लखनऊ स्थित ब्रह्मोस एयरोस्पेस इकाई से तैयार की गई ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइलों की पहली खेप को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर रक्षा मंत्री ने पाकिस्तान को सख्त चेतावनी देते हुए कहा — “ऑपरेशन सिंदूर पाकिस्तान के लिए एक ट्रेलर था। पाकिस्तान की एक-एक इंच जमीन अब ब्रह्मोस की जद में है। दुश्मन चाहे कितना भी छिपे, ब्रह्मोस से बच नहीं सकता।”
ब्रह्मोस सिर्फ़ एक मिसाइल नहीं, बल्कि भारत की बढ़ती हुई स्वदेशी रक्षा क्षमता और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। आज ब्रह्मोस भारतीय थलसेना, नौसेना और वायुसेना तीनों की रीढ़ बन चुका है।
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) October 18, 2025
‘ऑपरेशन सिंदूर’ ब्रह्मोस का सिर्फ़ ट्रेलर भर था। पाकिस्तान की एक-एक इंच ज़मीन ब्रह्मोस की पहुँच में… pic.twitter.com/D6c0KtBIg0
ब्रह्मोस मिसाइल बनी भारत की शक्ति का प्रतीक
राजनाथ सिंह ने कहा कि ब्रह्मोस मिसाइल भारत की आत्मनिर्भर रक्षा क्षमता और तकनीकी श्रेष्ठता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि “आज का दिन केवल उत्तर प्रदेश के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है। लखनऊ डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग का प्रमुख केंद्र बन चुका है और यहां से निकलने वाला हर उत्पाद भारत की ताकत का प्रतीक है।”
रक्षा मंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में भारत की सैन्य दक्षता ने पूरी दुनिया को यह दिखा दिया कि भारत अब किसी भी खतरे से निपटने में सक्षम है। उन्होंने कहा — “हमारे पास अब वह क्षमता है, जो किसी भी दुश्मन को जवाब देने के लिए पर्याप्त है। ब्रह्मोस जल सेना, थल सेना और वायु सेना की रीढ़ बन चुका है। हर साल लखनऊ यूनिट से लगभग 100 मिसाइल सिस्टम तैयार किए जाएंगे, जो भारत की रक्षा ताकत को कई गुना बढ़ाएंगे।”

“लखनऊ तकनीक और तहजीब का संगम”
राजनाथ सिंह ने कहा कि लखनऊ अब न केवल तहजीब का शहर है, बल्कि तकनीकी नवाचार का केंद्र भी बन गया है। उन्होंने कहा — “यह शहर मेरे लिए सिर्फ संसदीय क्षेत्र नहीं, बल्कि मेरे दिल के करीब है। यहां से रवाना हो रही ब्रह्मोस की पहली खेप लखनऊ की विश्वसनीयता और भारत के आत्मविश्वास दोनों का प्रतीक है।”
रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि “कभी उत्तर प्रदेश में गुंडाराज और भय का वातावरण था, लेकिन आज उत्तर प्रदेश देश की सुरक्षा व्यवस्था में अग्रणी राज्य बन चुका है। अब यूपी किसी भी आंतरिक या बाह्य चुनौती से निपटने के लिए तैयार है।”

ब्रह्मोस — भारत की रक्षा नहीं, मित्र देशों की ढाल भी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि ब्रह्मोस केवल भारत की रक्षा नहीं करता, बल्कि यह मित्र देशों की सुरक्षा का भी सबसे सक्षम हथियार बन चुका है। उन्होंने कहा — “रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के प्रयासों से आज लखनऊ में विश्व की सबसे विश्वसनीय मिसाइल प्रणाली का निर्माण हो रहा है। यह न केवल देश की ताकत बढ़ा रही है, बल्कि आत्मनिर्भर भारत के विजन को भी साकार कर रही है।”
योगी ने कहा कि जब नागरिक सुरक्षित महसूस करता है, तभी समाज प्रगति करता है। “लखनऊ में तैयार की जा रही यह मिसाइल पूरे देश की सुरक्षा और समृद्धि की गारंटी है। भारत आज अपनी सुरक्षा आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ-साथ अपने मित्र राष्ट्रों की रक्षा जरूरतों को भी पूरा करने में सक्षम हो गया है।”
आत्मनिर्भर भारत का सशक्त प्रतीक
रक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री ने इस मौके पर ब्रह्मोस एयरोस्पेस की तकनीकी इकाई का भी निरीक्षण किया और बूस्टर डॉकिंग प्रक्रिया का प्रदर्शन देखा। ब्रह्मोस एयरोस्पेस के महानिदेशक डॉ. जयतीर्थ आर. जोशी ने मुख्यमंत्री को एक चेक और जीएसटी बिल सौंपा, जिससे राज्य को राजस्व प्राप्त होगा।
कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, पूर्व उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, महापौर सुषमा खर्कवाल, राज्यसभा सांसद बृजलाल और भाजपा के महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि ब्रह्मोस की पहली खेप का रवाना होना भारत के रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता का निर्णायक क्षण है। यह परियोजना न केवल सैन्य दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि उत्तर प्रदेश में निवेश, रोजगार और तकनीकी नवाचार के नए अवसर भी खोल रही है।
पाकिस्तान को मिली सख्त चेतावनी
राजनाथ सिंह के बयान ने साफ कर दिया कि भारत अब केवल रक्षात्मक नहीं, बल्कि निर्णायक रणनीति पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा — “अब भारत किसी भी साजिश या हमले का मुंहतोड़ जवाब देने की स्थिति में है। पाकिस्तान को समझ लेना चाहिए कि भारत की नई नीति स्पष्ट है — शांति चाहते हैं, लेकिन जवाब देने से पीछे नहीं हटेंगे।”

ब्रह्मोस: भारत की आत्मनिर्भरता की मिसाल
ब्रह्मोस मिसाइल प्रणाली भारत और रूस के संयुक्त सहयोग से विकसित की गई है। यह सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ज़मीन, समुद्र और हवा तीनों माध्यमों से लॉन्च की जा सकती है। इसकी गति मैक 2.8 तक है और यह 400 किलोमीटर से अधिक दूरी तक सटीक प्रहार करने में सक्षम है।
भारत अब ब्रह्मोस मिसाइल का निर्यात भी शुरू कर चुका है, और फिलीपींस इसके पहले ग्राहक देशों में शामिल है।
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